एक सदी के बाद गर्मी ने दिखाया ऐसा सितम
लखनऊ/कानपुर। उत्तर प्रदेश के मौसम में ग्लोबल वार्मिंग का भी प्रकोप देखने को मिल रहा है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि मार्च के महीने में भी सामान्य से 4 से 5 डिग्री ज्यादा पारा रहेगा। फिलहाल बीते 24 घंटे में प्रयागराज 35.2 डिग्री के साथ सबसे ज्यादा गर्म शहर रहा। इसके बाद दूसरा सबसे गर्म शहर वाराणसी रहा, यहां पारा 34.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यूपी के कई शहरों में मार्च में तापमान 40 डिग्री के पार जा सकता है।
मार्च में हीट वेव की संभावना नहीं है। फरवरी से ही गर्मी का तापमान चढऩे लगा था। दिसंबर-2022 रिकॉर्ड में सबसे गर्म रहा। अब फरवरी 2023 पिछले 122 वर्षों में, यानी 1901 के बाद से सबसे गर्म रहा। अधिकतम तापमान का मासिक राष्ट्रीय औसत 29.54 डिग्री तक रिकॉर्ड किया गया।
लखनऊ मौसम विभाग के अधिकारी बताते हैं कि इस बार मौसम में ग्लोबल वार्मिंग का भी असर दिखाई पड़ रहा है। फरवरी में जिस तरीके से तापमान में बढ़ोतरी सामान्य तौर से अधिक रही, ऐसा ही मौसम मार्च में भी होने की संभावना है। मार्च में औसत तापमान 31.1 डिग्री होता है, लेकिन मौजूदा समय में ही टेंपरेचर 1.1 डिग्री अधिक है। इसलिए यह अनुमान है कि मार्च में इस बार औसत तापमान से अधिक तापमान होने की पूरी संभावना है। मार्च के सामान्य तापमान से करीब 3 से 4 डिग्री अधिक टेंपरेचर रिकॉर्ड किया जाएगा। मार्च में लू की संभावना कम है।
आंचलिक विज्ञान केंद्र लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश बताते हैं कि मौजूदा समय में लखनऊ का पारा सामान्य से 3 डिग्री अधिक है। बीते 24 घंटे में 32 डिग्री लखनऊ का टेंपरेचर रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से तीन डिग्री अधिक है। मार्च के महीने में सामान्यता लखनऊ का पारा तीन से चार डिग्री अधिक रहने की पूरी संभावना है।
कानपुर में बुधवार को अधिकतम तापमान 30.2एष्ट और न्यूनतम 13.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं मार्च में तापमान 40 डिग्री के पार जा सकता है। सीएसए के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि इस सप्ताह तापमान में तेजी से वृद्धि नहीं होगी। इस वर्ष मौसम में बदलाव अधिक दिख रहा है। फरवरी में इस बार अधिक गर्मी पड़ी है, जबकि यह महीना गुलाबी सर्दी का माना जाता है।