राहुल के बाद संसद में अखिलेश का मोदी पर तीखा वार : अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी

  • सपा प्रमुख के वार से तिलमिलाई बीेजेपी
  • अयोध्या, अग्निवीर व पेपर लीक पर खरी-खरी सुनाई
  • राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद चर्चा में संसद में हंगामा
  • यह गिरने वाली सरकार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद संत्र का आज सातवां दिन था। सोमवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एनडीए की मोदी सरकार व बीजेपी पर जमकर हमला बोला था। मंगलवार को सपा के नेता सदन अखिलेश यादव की बारी थी। उन्होंने अग्निवीर, ईवीएम, अयोध्या, अर्थव्यवस्था से लेकर हर आमजन के मुद्दे पर सत्तारूढ़ मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने अपने भाषण में कविताओं व शायरियों को बखूबी प्रयोग करते हुए बीजेपी पर शब्दों के तीर छोड़े। उनके भाषण को सुनकर बीच-बीच में भाजपा के नेता तिलमिलाते हुए भी दिखाई दिए। वहीं बीजेपी ने राहुल के हिंदुओं को हिंसक वाले बयान पर कांग्रेस पर हमला जारी रखा।
उधर दस साल में कभी सहयोगियों को घास न डालने वाली बीजेपी ने शाम को सदन में पीएम के जवाब से पहले एनडीए की बैठक करके रणनीति भी बनाई। सपा प्रमुख ने कहा, जो लोग चुनाव को अपनी तरह से मोड़ते हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इस चुनाव के परिणाम में तोडऩे वाली राजनीति की हार हुई है। वहीं जोडऩे वाली राजनीति की जीत हुई है। इस चुनाव में धन, छल, बल की नकारात्मक राजनीति की शिकस्त हुई है। यह चुनाव सकारात्मक का दौर शुरू हुआ है। संविधान ही संजीवनी है। यह संविधान मंथन में हैं। संविधान रक्षकों की जीत हुई है। मैं कहना चाहता हूं कि देश किसी की निजी महत्वाकांक्षा से नहीं, बल्कि जन आंकाक्षा से चलेगा। मतलब अब मनमर्जी नहीं जनमर्जी चलेगी। अखिलेश यादव ने पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को बोलने का मौका देने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले उन सभी मतदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने लोकतंत्र को एकतंत्र बनाने से रोका। चुनाव के समय ऐसा कहा गया कि 400 पार पर समझदार जनता को फिर से धन्यवाद। उन्होंने कहा, आवाम ने तोड़ दिया हूकुमत का गुमार, दरवार तो लगा है, मगर बड़ा गमगीन बेनूर है और पहली बार ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है। जनता कह रही है कि चलने वाली नहीं, यह गिरने वाली सरकार है। क्योंकि ऊपर से जुड़ा कोई तार नहीं, नीचे कोई आधार नहीं, अधर में जो लटकी, वो तो कोई सरकार नहीं। उन्होंने कहा, इस चुनाव में पूरे इंडी गठबंधन की जीत हुई है। यह इंडिया की सकारात्मक जीत हुई है। 2024 का परिणाम हम इंडिया वालों के लिए जिम्मेदारी से भरा पैगाम भी है। हम यह भी कहे 15 अगस्त 1947 अगर आजादी का दिन था, तो 4 जून 2024 देश के लिए सांप्रदायिक राजनीति से आजादी का दिन रहा। सबसे अच्छी बात यह है कि सांप्रदायिक राजनीति की हार हो गई।

यूपी में 35 फीसदी की ग्रोथ चाहिए

उन्होंने आगे कहा,रकार कहने को तो कहती है कि यह पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। मगर सरकार क्यों छिपा रही है कि अगर यह सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तो हमारे देश की प्रति व्यक्ति आय किस स्थान पर पहुंची है। हमने देखा है कि अगर दिल्ली सरकार ने कहा होगा पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगी, तो जहां से पीएम से चुनकर आती है, तो वहां की प्रदेश सरकार कह रही है कि हम एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बना लेंगे। अगर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनना है तो 35 फीसदी की ग्रोथ चाहिए। मुझे नहीं लगता है कि इतनी ग्रोथ हो पाएगी।

अर्थव्यवस्था पर आंकड़े छुपा रही सरकार

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार अर्थव्यवस्था पर आंकड़े छुपा रही है।

राष्ट्रपति का सरकारी भाषण न हो

लोकसभा में भाषण देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि जब अगली बार राष्ट्रपति का भाषण हो तो सरकारी भाषण न हो। सांसद अखिलेश यादव ने कहा अग्निवीर योजना का जिक्र करते हुए कहा कि हम अग्निवीर योजना को स्वीकार नहीं करते, जब कभी ‘इंडिया गठबंधन सत्ता में आएगा तो हम इस योजना को खत्म कर देंगे।
होई वही जो राम रचि राखा
यह है उसका फैसला, जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज
जो करते से किसी को लाने का दावा,वो हैं खुद किसी के सहारे के लाचार

अखिलेश यादव ने भाषण के दौरान एक कविता भी सुनाई

आवाम ने तोड़ दिया हुकूमत का गुरूर
दरबार तो लगा है पर, बड़ा गमगीन बेनूर है
क्यों ऊपर से जुड़ कोई तार नहीं
नीचे से कोई आधार नहीं
ऊपर से जो है अटकी हुई
यह कोई सरकार नहीं

10 सालों में बस शिक्षा, परीक्षा माफिया का जन्म हुआ

नीट पेपर लीक पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा, पिछले 10 सालों की उपलब्धि बस इतनी ही है कि शिक्षा परीक्षा माफिया का जन्म हुआ। यूपी में सारे पेपर लीक हुए हैं। यहां तक कि अन्य राज्यों में भी ऐसा ही हुआ। नीट का पेपर भी लीक हुआ। अब सवाल उठता है कि आखिरकार सारे पेपर लीक कैसे हो रहे हैं। सच्चाई यह है कि सरकार नौकरी नहीं देना चाहती है इसलिए ऐसा करा रही है। सरकार आशा का प्रतीक होना चाहिए न कि निराशा का। उन्होंने आगे कहा, सरकार पीछे की बात न करके आगे की बात करे। जनता किसी के बहकावे में नहीं आएगी। सपा सांसद ने कहा कि एक और जीत हुई है। अयोध्या में हुई जीत जनता की समझ की जीत है। हम तो यही सुनते आए हैं होए वही जो राम रचराखा।

ईवीएम का मुद्दा मरा नहीं

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा, जब मॉडल ऑफ कंडक्ट चुनाव हुआ तो सरकार काफी लोगों पर मेहरबान रही। मुझे ईवीएम पर कल भी भरोसा नहीं था और आज भी नहीं है। मुझे 80 सीटें भी मिल जाएं तब भी भरोसा नहीं होगा। मैंने अपने चुनाव में कहा था कि ईवीएम से जीतकर ईवीएम को हटाने का काम करेंगे। न ईवीएम का मुद्दा मरा है और न ही होगा खत्म। जबतक ईवीएम नहीं हटेगी हम लोग उस बात पर अडग़ रहेंगे।

हकीकत में सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता : राहुल

लोकसभा अध्यक्ष द्वारा उनके भाषण के महत्वपूर्ण हिस्से हटाये जाने के बाद मंगलवार को राहुल गांधी ने इसपर प्रतिक्रिया दी है। अपने भाषण के हटाए गए अंशों पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, मोदी जी की दुनिया में सच्चाई को मिटाया जा सकता है लेकिन हकीकत में सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता है। जो मैंने कहा और जो मुझे कहना था मैंने कह दिया, वह सच्चाई है, अब उन्हें जो मिटाना है मिटाएं। गांधी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि मुझे जो कुछ भी कहना था, मैंने कह दिया है और यह सच है। वे जितना चाहें उतना मिटा सकते हैं, लेकिन सच्चाई कायम रहेगी। कांग्रेस नेता सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान की गई कुछ टिप्पणियों पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।

राहुल गांधी के लोकसभा में दिए भाषण के कई हिस्से रिकॉर्ड से हटाए गए

सोमवार को लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी द्वारा दिए गए संबोधन में से कई टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा लिया गया है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने अपने संबोधन में हिंदुओं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस को लेकर टिप्पणी की थी। राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा था कि जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं, वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत करते हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर पीएम मोदी ने भी आपत्ति ली थी और कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है।

देश सेवा हमारे लिए प्रथम: मोदी

पीएम मोदी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक में कहा कि नेहरू के बाद कई पीएम रहे, कुछ प्रत्यक्ष तो कुछ रिमोट से। अब उन्हें ये बेचैनी है कि नेहरू के बाद तीन बार लगातार जीतने का काम जो वो नहीं कर पाए वो एक चायवाले ने कैसे कर दिया। उनकी ये छटपटाहट दिख भी रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी सांसद सदन में देश के लिए आए हुए हैं, देश सेवा हमारे लिए प्रथम है। सांसद के आचरण के बारे में पीएम ने मार्गदर्शन दिया। सदन के नियम को हम पूर्ण रूप से अपनाए। वहीं संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि पीएम मोदी ने आज बहुत अच्छा मार्गदर्शन दिया है और एनडीए का एकजूट में काम करने का स्वरूप आज देखने को मिला है और पीएम मोदी को मैं धन्यवाद दूंगा कि उन्होंने सभी को आज मार्गदर्शन दिया और सभी नेताओं को भी धन्यवाद देता हूं कि वे बैठक में शामिल हुए।

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