पार्टी के लिए एक-एक वोट जोड़ेंगे: अजय

  • कांग्रेस दूसरे दलों में गए नेताओं की घर वापसी कराएगी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि 24 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी एक-एक वोट को जोडक़र फिर से उसे खड़ा करेंगे। उन्होंने कहा है कि पार्टी के पुराने नेताओं की घर वापसी कराई जा रही है। जो नेता अब इस दुनिया में नहीं है, उनके कृतित्व को भुलाया नहीं जा सकता है। उनके परिजनों के लिए पार्टी के दरवाजे खुले हैं। हम2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव और आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी मुख्य धारा में होगी। ज्ञात हो कि कांग्रेस खोया हुआ जनाधार पाने के लिए बेताब है।
पार्टी अब पुराने दिग्गज नेताओं के परिजनों को अपने साथ जोडऩे का काम करने जा रही है। उन्हें पुराने रिश्तों की दुहाई देकर अपने साथ जोड़ेगी। इसके तहत जिलेवार सूची तैयार की जा रही है। पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि दो से ढाई दशक पहले विभिन्न जिलों में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता थे। ये नेता सांसद व विधायक रहते हुए न सिर्फ अपने क्षेत्र में, बल्कि आसपास की विधानसभा सीटों पर भी पकड़ रखते थे। प्रदेश की सियासी फिजा बदली तो इन नेताओं के परिजनों ने भी ठौर बदल लिया। कोई भाजपा में है तो कोई सपा व बसपा में सियासी पारी खेल रहा है। अब इन्हें गोलबंद कर उनके साथ मौजूद वोटबैंक को अपने पाले में किया जा सकता है। इससे पार्टी के पक्ष में सियासी माहौल बनेगा। उधर पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने के बाद दिसंबर में विपक्षी समावेशी गठबंधन इंडिया की बैठक होगी। इसमें न्यूनतम साझा घोषणापत्र पर सभी दलों से प्रस्ताव लिए जाएंगे। जिन मुद्दों पर सहमति बनेगी, उन्हें शामिल करते हुए इंडिया गठबंधन अपना घोषणापत्र जारी करेगा। तीन दिसंबर को पांचों राज्यों के चुनाव नतीजे आ जाएंगे। इसके बाद दिसंबर में ही इंडिया के सभी घटक दलों के बड़े नेता किसी एक राज्य में बैठेंगे।

आरक्षण बढ़ाओ, संविधान बचाओ अभियान शुरू

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने आरक्षण बढ़ाओ, संविधान बचाओ अभियान शुरू कर पिछड़ों एवं अति पिछड़ों पर डोरे डालना शुरू किया है। अल्पसंख्यकों के साथ दलित गौरव यात्रा शुरू की। अब पार्टी ने पुराने दिग्गज नेताओं के परिजनों को जोडऩे की रणनीति बनाई है। पिछले दिनों पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा, गयादीन अनुरागी, विनोद राय सहित अन्य पुराने नेताओं की कांग्रेस में वापसी हुई। पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि हर जिले में पुराने दिग्गज कांग्रेस नेताओं के परिवार की सुध ली जाए। सियासत में सक्रिय रहे उनके परिजनों को कांग्रेस से जोड़ा जाए। इसी रणनीति के तहत जिलेवार सूची तैयार की जा रही है। इस सूची में शामिल पूर्वांचल के तीन पूर्व सांसदों के परिजन जल्द ही कांग्रेस का हाथ थामेंगे।

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