औरंगजेब विवाद के बीच इफ्तार पार्टी में बोले अजित पवार, कहा किसी ने मुस्लिम भाई-बहनों को आंख दिखाई तो…,

मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हाल ही में उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया है जो मुस्लिम समुदाय को डराने या राज्य में सांप्रदायिक विवाद पैदा करने का प्रयास करते हैं। रमजान के मौके पर मुंबई के मरीन लाइन्स में इफ्तार पार्टी के दौरान बोलते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी-अजित पवार) सुप्रीमो ने कहा, भारत विविधता में एकता का प्रतीक है। हमें किसी भी विभाजनकारी ताकतों के जाल में नहीं फंसना चाहिए।
समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से पवार ने कहा कि यदि कोई हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को धमकाने या सांप्रदायिक विवाद पैदा करने की हिम्मत करता है, तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। मुस्लिम समुदाय को अपने समर्थन का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि आपके भाई अजित पवार आपके साथ हैं। अगर कोई हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को डराने-धमकाने या सांप्रदायिक विवाद पैदा करने की कोशिश करता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
पवार ने आगे कहा कि रमजान सिर्फ़ एक धर्म तक सीमित नहीं है और यह मानवता, त्याग और आत्म-अनुशासन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि यह पवित्र महीना लोगों को ज़रूरतमंदों की पीड़ा को समझने के लिए प्रेरित करता है और न सिर्फ़ शरीर बल्कि मन और आत्मा को भी शुद्ध करता है। पवार की यह टिप्पणी नागपुर में एक अफवाह के बाद हुई झड़प के बाद आई है, जिसमें कहा गया था कि औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर दक्षिणपंथी विरोध प्रदर्शन के दौरान धार्मिक पुस्तकें जला दी गईं।
आंदोलन के दौरान अफ़वाहों के बीच पुलिस पर पत्थर फेंके जाने के साथ ही हिंसक झड़पें भी हुईं। कई इलाकों में लगा कफ्र्यू हटा दिए जाने के बाद स्थिति सामान्य हो गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस सप्ताह की शुरुआत में नागपुर में हुई हिंसा के सिलसिले में कम से कम 14 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 105 हो गई है। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार को 10 किशोरों सहित 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया।