पीडीए का बजट काटकर अन्य आयोजनों पर लगाया: अखिलेश

  • युवाओं को रोकने के लिए लाई गई अग्निवीर योजना
  • राम के नाम पर मुझे बीजेपी कर रही अपमानित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख प यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि अग्निवीर योजना पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) युवाओं को सेना में जाने से रोकने के लिए लाई गई है। खुद सैन्य अफसर ने कहा कि वर्ष 2027 तक सेना में एक लाख की संख्या कम हो जाएगी। भाजपा सरकार जानती है सेना में पीडीए के लोग ज्यादा हैं। पहले उन्हें सेना की नौकरी मिल जाती थी तो घर में खुशहाली आती थी।
भाजपा सरकार ने जानबूझकर अग्निवीर योजना लाकर इन नौजवानों को अपमानित करने का काम किया है। प्रयागराज के एक हॉस्टल में छात्रों की सुविधाओं में कटौती पर कहा कि पीडीए का बजट काटकर उसे विशेष आयोजनों पर लगाया जा रहा है। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भगवान श्रीराम के नाम पर हमें अपमानित न करें। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का उन्हें कोई निमंत्रण नही मिला। कोई कुरियर भी अभी तक नहीं आया। न घर पर और न दफ्तर में। अखिलेश यादव ने ये बातें शुक्रवार को प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि पता चला है कि उनके लिए 22 जनवरी का निमंत्रण कुरियर के माध्यम से भेजा गया, लेकिन यह कुरियर उन्हें आज तक प्राप्त नहीं हुआ है। अखिलेश ने कहा, मीडिया के लोग ही मुझे भेजे गए कुरियर की रसीद उपलब्ध करवा दें। अखिलेश ने यह भी कहा कि जिस तरह से निमंत्रण की खबर फैलाई जा रही है, उससे मुझे उसी तरह से अपमानित किया जा रहा है, जैसे हमारे सत्ता से जाने के बाद मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धुलवाकर अपमानित किया गया था।

बसपा को गठबंधन में लाना चाहती है कांग्रेस

उधर, कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि यूपी से कांग्रेस के 35 सीटों का प्रस्ताव देने के बाद से सपा असहज है। उसने सभी सीटों पर दो-दो प्रस्तावित उम्मीदवारों के नाम मांगे हैं। इस पर कांग्रेस ने भी सपा के प्रस्तावित उम्मीदवारों के नाम मांग लिए हैं। इसी वजह से आज की बैठक स्थगित कर दी गई है। कांग्रेस, गठबंधन में बसपा और सपा दोनों को साथ रखना चाहती है। इस संबंध में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि उन्होंने 35 सीटों का ब्यौरा दे दिया है। गठबंधन के मामले में अभी शीर्ष नेतृत्व की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।

रामगोपाल को मिली सीटों के बंटवारे की जिम्मेदारी

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इंडिया गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर कहा कि सपा के प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव को वार्ता की जिम्मेदारी दी गई है। वर्ष 2019 व 2022 चुनाव का आंकड़ा हम लोगों के सामने है। उसके आधार पर ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। वही, इस संबंध में दोनों दलों की दिल्ली में शुक्रवार को प्रस्तावित बैठक नहीं हो सकी। बताया जा रहा है कि सीटों को लेकर कांग्रेस का होमवर्क पूरा न होने के कारण उनकी तरफ से ही बैठक टालने का अनुरोध किया गया था। इंडिया गठबंधन में सीटों पर बातचीत के लिए सपा ने प्रो. रामगोपाल यादव, सांसद जावेद अली, विधायक संग्राम सिंह यादव व लालजी वर्मा और पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह का पैनल बनाया है। 12 जनवरी की प्रस्तावित बैठक में भाग लेने ये सभी नेता दिल्ली पहुंच भी गए थे। सपा सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद का बैठक टालने के लिए फोन आया। अब यह बैठक 15 जनवरी के बाद होगी। सपा ने कांग्रेस से यह बताने को कहा है कि जिन सीटों पर वो दावा कर रही है, पिछले चुनावों में वहां उसकी स्थिति क्या रही है, किस प्रत्याशी को वहां से लड़ाना चाहती है और जीत के समीकरण क्या हैं। कांग्रेस का यह होमवर्क पूरा नहीं हो सका था, इसलिए बैठक टालने पड़ी। अब यह बैठक 16-17 जनवरी को होने की उम्मीद है।

 

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