भाजपा राज में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर किया जा रहा प्रहार: अखिलेश

प्रदेश में चल रही शासन सत्ता की मनमानी, अपराधी मचा रहे तांडव

सत्ता के डबल इंजन की गाड़ी से रौंदे जा रहे लोग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बार फिर भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। हर तरफ दूनी रफ्तार से अपराधी अपना आतंक फैला रहे हैं। भाजपाइयों द्वारा सत्ता के डबल इंजन की गाड़ी से लोगों को रौंदने का सिलसिला चल रहा है। भाजपा राज में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर निर्मम प्रहार हो रहा है। उत्तर प्रदेश में अपराधी बेलगाम हो रहे हैं। भाजपा सरकार में न्याय नहीं हर तरफ शासन सत्ता की मनमानी चल रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक की गाड़ी से लखीमपुर खीरी में कुचलकर दो भाइयों की मौत हो गई। बुलन्दशहर में दो नाबालिग बच्चियां अगवा हो गईं जिनका अता-पता नहीं चला है। पुलिस ने न एफआईआर दर्ज की न कोई जांच शुरू की। राजधानी लखनऊ में बदमाशों ने तांडव किया। 20 बदमाशों ने मिलकर 5 थाना क्षेत्रों में उत्पात मचाया, कार सवारों पर बमबाजी और फायरिंग की। पुलिस-प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा। उन्होंने कहा कि रामपुर में नैनीताल हाई-वे पर कल दिन दहाड़े फाइनेंस कंपनी के एजेंट की हत्या उसकी मां के सामने की गई। प्रयागपुर-बहराइच में भाई -भतीजों ने एक दंपति का डबल मर्डर कर दिया। लोकतंत्र की बड़ी-बड़ी बातें करने वाले भाजपाइयों के राज में पत्रकार सर्वाधिक उत्पीडऩ के शिकार हो रहे हैं। अयोध्या के बीकापुर में सत्ता संरक्षित दबंगों द्वारा पत्रकार पर जानलेवा हमला किया गया। बलिया में पत्रकारों की गिरफ्तारी के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। झांसी में भी पत्रकार पर हमला बोला गया। निर्दोष पिस रहे हैं और गरीब की कहीं सुनवाई नहीं हो रही है यही भाजपा राज की सच्चाई है।

नौकरी से हटाए गए स्वास्थ्यकर्मियों ने सपा प्रमुख से की मुलाकात

सपा प्रमुख अखिलेश यादव से आज स्वास्थ्यकर्मियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भेंटकर उन्हें अचानक नौकरी से हटाए जाने की जानकारी देते हुए सेवा में पुन: बहाली की मांग का ज्ञापन सौंपा। सेवा से वंचित स्वास्थ्य कर्मियों ने ज्ञापन में कहा है कि विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में 30 हजार स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती की समय सीमा मार्च 2020 से 5 मार्च 2022 तक बढ़ाई गई थी। 5 मार्च 2022 को उनकी सेवाएं बिना नोटिस दिए अचानक स्थाई रूप से समाप्त कर दी गई। 5 मार्च 2022 से सभी स्वास्थ्यकर्मी बेरोजगारी में भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।

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