सीएम योगी के मेट्रो बयान पर अखिलेश यादव का पलटवार, कहा- झूठ भी आज लज्जित होगा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि "हम जब आए थे तब एक भी शहर में मेट्रो का संचालन नहीं होता था आज यूपी के छह शहरों में मेट्रो का संचालन हो रहा है.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें झूठा बताया और कहा कि किसी को इतना भी झूठ नहीं बोलना चाहिए.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को दावा किया था कि जब वो सत्ता में आए तो यूपी के किसी शहर में मेट्रो नहीं थी, सीएम योगी के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पलटवार किया और कहा कि सफेद झूठ बोलने से व्यक्ति की गरिमा गिरती है. आज झूठ भी ख़ुद को लज्जित महसूस कर रहा होगा.
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि “हम जब आए थे तब एक भी शहर में मेट्रो का संचालन नहीं होता था आज यूपी के छह शहरों में मेट्रो का संचालन हो रहा है.” सपा अध्यक्ष ने इसे गलत करार दिया और उस वक्त की तस्वीरें शेयर कर दी जब अखिलेश यादव ने सत्ता में रहते खुद लखनऊ मेट्रो को हरी झंडी दिखाई थी. यही नहीं उन्होंने अपने परिवार के साथ इसमें सफर भी किया था.
सपा अध्यक्ष ने सीएम योगी बयान पर निशाना साधते हुए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लंबी पोस्ट लिखी और इस शर्मनाक बताया. उन्होंने लिखा- ‘बेहद शर्मनाक बयान! आज तो झूठ भी अपने आप को लज्जित महसूस कर रहा होगा. इतना बड़ा झूठ भी नहीं बोलना चाहिए कि इंसान औरों की ही नहीं अपनी निगाह में भी गिर जाए.
यूपी के पूर्व सीएम ने लिखा कि सफ़ेद झूठ बोलने से व्यक्ति की गरिमा भी गिरती है और उन सभी पदों की प्रतिष्ठा और मान-मर्यादा भी जिन पर वो बैठता है. सत्ता का ऐसा भी क्या लालच कि उस बात को झूठ बताना जिसके प्रमाण हर तरह से सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं और जनता ने जिसका ख़ुद साक्षात अनुभव किया हो. इतना बड़ा झूठ बोलना तभी संभव होता है जब व्यक्ति या तो चेतना खो दे या सच्चाई या अपने आदर्श और सत्य के संस्कार. ऐसे महाझूठ वक्ता दरअसल अपने लोगों को महामूर्ख समझते हैं. वो मानते हैं कि उनके अनुयायी उनकी हर बात को सच ही मानेंगे लेकिन ऐसा होता नहीं है.
अखिलेश ने लिखा कि भाजपा और उनके संगी-साथियों और वाहिनी वादियों की सोच ही यही है कि झूठ बोलकर अपने लोगों को ठगो. आज तो भाजपाई गुट के वो सब लोग शर्म से ज़मीन में गड़ गये होंगे जो ऐसे लोगों के लिए हर तर्क-कुतर्क से बाज नहीं आते थे और इनकी ईमानदारी की गारंटी देते थे.
कन्नौज सांसद ने लिखा कि अपनी नहीं तो पद की गरिमा का ही मान रखिए. वैसे उनसे सच की उम्मीद करना बेकार है जो महाकुंभ जैसे पावन और धार्मिक अवसर पर सनातनी हिंदुओं की मृत्यु पर झूठ बोलने का घोर पाप कर चुके हैं. आज सत्य अपने आप को कितना बौना महसूस कर रहा होगा.’



