अंबेडकर का अपमान करके फंस गये अमित शाह, पूरे देश में मचा हंगामा
- संसद में कांग्रेस ने उठाया मुद्दा, बीजेपी पर किए तीखे प्रहार
- विपक्ष का आरोप- गृह मंत्री ने किया बाबा साहब का अपमान
- पूछा- अंबेडकर का नाम लेना क्या गलत है
- बाबा साहब पर कटाक्ष करके फजीहत करा दी गृह मंत्री शाह ने
- भाजपा के छूटे पसीने
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण में बाबा साहेब अंबेडकर के प्रयोग को लेकर विपक्ष ने आपत्ति जताते हुए संसद व देशभर में भारी हंगामा किया। इस बयान पर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि गृहमंत्री ने बाबा साहेब अंबेडकर और संविधान का अपमान किया है।
मनुस्मृति और आरएसएस की उनकी विचारधारा यह स्पष्ट करती है कि वह बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान का सम्मान नहीं करना चाहते हैं। हम इसकी निंदा करते हैं और उनके इस्तीफे की मांग करते हैं। उन्हें देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए…उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं लोकसभा में आंबेडकर मुद्दे पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर दो बजे तक स्थगित हो गई। राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर खूब नारेबाजी हुई, जिसके बाद राज्यसभा भी स्थगित कर दी गई।
अंबेडकर का नाम लेना फैशन सरीखा हो गया है : शाह
कांग्रेस पार्टी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने निशाना साधते हुए कहा था कि अंबेडकर का नाम लेना पार्टी के लिए फैशन सरीखा हो गया है। अमित शाह ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस बात से खुश है कि कांग्रेस अंबेडकर का नाम ले रही है, लेकिन पार्टी को अंबेडकर के प्रति अपनी वास्तविक भावनाओं के बारे में भी बोलना चाहिए।
मनुस्मृति को मानने वालों को अंबेडकर जी से बेशक तकलीफ होगी : राहुल
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई कांग्रेस नेताओं ने अमित शाह की टिप्पणी पर विरोध जताया और उनपर निशाना साधा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मनुस्मृति को मानने वालों को अंबेडकर जी से तकलीफ बेशक होगी ही।
कांग्रेस ने बाबा साहब के जिंदा रहते कभी उनका सम्मान नहीं किया : रिजिजू
विपक्ष के हंगामे के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू सफाई दे रहे हैं। रिजिजू ने कहा कि अमित शाह ने बाबा साहेब का अपमान नहीं किया। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने उनके जिंदा रहते कभी उनका सम्मान नहीं किया।
कांग्रेस के लोग अंबेडकर का अपमान नहीं सहेंगे : प्रमोद
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, डॉ. बीआर अंबेडकर जी संविधान के निर्माता हैं, संविधान उन्होंने बनाया है ऐसी परिस्थिति में जिस तरह से गृह मंत्री अमित शाह ने अपमानजनक भाषा में कहा है वो अक्षम्य है। कांग्रेस के लोग डॉ. बीआर अंबेडकर का अपमान नहीं सहेंगे।
अंबेडकर भगवान के समकक्ष हैं : वेणुगोपाल
कांग्रेस महासचिव एवं संगठन प्रभारी के सी वेणुगोपाल ने भी शाह की टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर लिखा, गृह मंत्री, यदि आप नहीं जानते तो बता दूं कि बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर भगवान के समकक्ष हैं और उनके द्वारा तैयार किया गया संविधान दुनिया भर के करोड़ों लोगों के लिए पवित्र पुस्तक है। डॉ. अंबेडकर के बारे में इतने तिरस्कार के साथ बोलने की आपकी हिम्मत कैसे हुई? डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के प्रति भाजपा की घृणा हमेशा से जगजाहिर रही है और आज राज्यसभा में गृह मंत्री के दयनीय बयान से यह और पुष्टि होती है कि वे डॉ. अंबेडकर से कितनी नफरत करते हैं उन्होंने कहा, मनुस्मृति के उपासक हमेशा अंबेडकर के प्रति घृणा रखेंगे, जिन्होंने जातिवादी आरएसएस व उनकी मनुस्मृति द्वारा प्रचारित भयानक विचारों को खारिज कर दिया था।
फिर साबित हो गया भाजपा-आरएसएस तिरंगे के खिलाफ हैं : खरगे
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबासाहेब अंबेडकर के अपमान ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा-आरएसएस तिरंगे के खिलाफ थे, उनके पूर्वजों ने अशोक चक्र का विरोध किया था। संघ परिवार के लोग पहले दिन से ही भारत के संविधान के बजाय मनुस्मृति को लागू करना चाहते थे। खरगे ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, बाबासाहेब डॉ. अंबेडकर जी ने ऐसा नहीं होने दिया, इसीलिए उनके प्रति इतनी नफरत है।
शाह को माफी मांगनी चाहिए : जयराम
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने शाह की टिप्पणी को घृणित बताते हुए कहा कि अंबेडकर के खिलाफ भाजपा-आरएसएस की नफरत इस बयान से सामने आती है। कांग्रेस नेता ने कहा,नफरत इतनी है कि उन्हें उनके नाम से भी चिढ़ होती है। ये वही लोग हैं जिनके पूर्वज बाबा साहेब के पुतले जलाते थे, जो खुद बाबा साहेब द्वारा दिए गए संविधान को बदलने की बात करते थे। जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया है, इसलिए अब वे बाबा साहब का नाम लेने वालों से नाराज हैं। जयराम रमेश ने कहा, शर्मनाक! अमित शाह को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।