और बढ़ी सपा-सुभासपा में तल्खी, अमित शाह का दांव आ गया काम राजभर करेंगे द्रौपदी का समर्थन

शाह से मुलाकात के बाद सुभासपा प्रमुख ने किया ऐलान

  • राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के साथ, सपा से अभी बरकरार है गठबंधन
  • विधान सभा चुनाव के बाद से सपा प्रमुख अखिलेश पर लगातार हमलावर हैं राजभर
  • विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा की बैठक में नहीं बुलाए जाने से हैं नाराज

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा और सुभासपा के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद सपा को सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने बड़ा झटका दिया है। सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया जबकि सपा संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा का समर्थन कर रही है। हालांकि राजभर ने कहा कि सपा से गठबंधन जारी है।
ओम प्रकाश राजभर ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा नेता को हमारी जरूरत नहीं है। हमने राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर अपने विधायकों से बात की है। मैं आठ जुलाई को मुख्यमंत्री आवास पर द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में आयोजित रात्रिभोज में शामिल हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और द्रौपदी मूर्मू ने मुझसे समर्थन मांगा था। इस संदर्भ में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का फोन भी आया था। मेरी उनसे भी मुलाकात हुई। उन्होंने भी द्रौपदी मुर्मू के लिए समर्थन मांगा है। फिलहाल राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए सुभासपा द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी। अभी मैं समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में हंू, मैंने अपनी तरफ से गठबंधन नहीं तोड़ा है।
राजभर ने कहा कि मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी हमारी पार्टी के विधायक हैं। वह भी द्रौपदी मुर्मू को वोट करेंगे। मैंने इस बारे में मुख्यमंत्री और अमित शाह को भी अवगत करा दिया है। हमारे पार्टी के चुनाव चिन्ह से जीते सभी छह विधायक हमारे साथ हैं। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने मुझसे कहा कि आप पिछड़े, दलित, वंचित की लड़ाई लड़ते हैं। आप द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करें। जिसके बाद गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई। उनसे बात होने के बाद हमने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का ऐलान किया है।

सुभासपा के हैं छह विधायक

1- ओम प्रकाश राजभर (जहूराबाद, गाजीपुर)
2 – दूधराम (महादेवा, बस्ती)
3- हंसु राम (बेल्थरा रोड, बलिया )
4- जगदीश नारायण (जफराबाद, जौनपुर)
5- बेदी राम (जखनिया, गाजीपुर)
6- अब्बास अंसारी (मऊ सदर)

अखिलेश पर कसा तंज कहा, नहीं दूंगा सलाह

ओम प्रकाश राजभर ने गाड़ी को लेकर भी अखिलेश यादव पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं कि मुझे फॉच्र्यूनर दी गई। वह गाड़ी देकर अगर हमको अपने पक्ष में करना चाहते हैं तो शायद उनको पता नहीं है कि ओम प्रकाश राजभर को पकडऩा कठिन काम है। कौन सी फॉच्र्यूनर मुझे दी इसकी जानकारी नहीं है। राजभर ने कहा कि अखिलेश यादव के नवरत्न अपना बूथ नहीं जीत पाते हैं। आजमगढ़ के साथ रामपुर लोक सभा के उप चुनाव इसके प्रमाण हैं। आजमगढ़ में तो उनका एक भी रत्न दिखाई नहीं दिया। अखिलेश को मेरी सलाह बुरी लगती है तो मैं अब सलाह नहीं दूंगा। वे प्रेस वार्ता में जयंत चौधरी को बुला लेते हैं, लेकिन ओपी राजभर को नहीं बुलाया गया। राज्य सभा चुनाव आया तो राज्य सभा जयंत चौधरी को दे दिया, विधान परिषद सदस्य चुनाव में हमें न पूछना। उनकी तरफ से नजरअंदाज करने वाली चीजें हो रही हैं।

अब संसद परिसर में धरना-प्रदर्शन पर पाबंदी!

  • केंद्र सरकार पर साधा निशाना, मानसून सत्र से पहले एक और विवाद

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद में इस्तेमाल होने वाले कई शब्दों को असंसदीय करार देने पर बवाल थमा भी नहीं था कि अब संसद परिसर में धरना-प्रदर्शन पर रोक लगाए जाने का दावा कांग्रेस नेता ने किया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक आदेश को ट्विटर पर शेयर किया है, जिसमें कहा गया है कि अब संसद परिसर में कोई भी सदस्य धरना, हड़ताल और भूख हड़ताल नहीं कर सकेगा। इसे कांग्रेस नेता ने विषगुरु का जयजयकार बताया है।
जयराम रमेश ने संसद के सेक्रेट्री जनरल के लेटर को शेयर करते हुए लिखा कि, विषगुरु का नया जयजयकार… ष्ठ(द्ध)ड्डह्म्ठ्ठड्ड मना है! जो लेटर कांग्रेस नेता ने शेयर किया है, उसमें लिखा गया है कि सदस्य संसद के परिसर को किसी भी धरना प्रदर्शन, हड़ताल या भूख हड़ताल के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। किसी भी धार्मिक समारोह के लिए भी आयोजन नहीं किया जा सकता। सभी सदस्यों का सहयोग जरूरी है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी इस पर ट्वीट किया। तिवारी ने लिखा कि पीठासीन अधिकारी सदस्यों के साथ टकराव का मंच तैयार क्यों कर रहे हैं? पहले असंसदीय शब्दों पर टकराव और अब ये। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले संसद के सेक्रेट्री जनरल की तरफ से ऐसा ही एक आदेश जारी हुआ जिसमें बताया गया कि कई शब्द ऐसे हैं जिन्हें अब संसद में नहीं बोला जा सकता।

सीएम ने किया मुफ्त प्रिकॉशन डोज अभियान का शुभारंभ, डिप्टी सीएम ने लगवाई डोज

  • सभी से डोज लगवाने की अपील

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज दस बजे सिविल अस्पताल में मुफ्त प्रिकॉशन डोज अभियान का शुभारंभ किया। वहीं दूसरी ओर आज उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सिविल अस्पताल में प्रिकॉशन डोज लगवाई और लोगों से समय आने पर बूस्टर डोज लगवाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश इस लड़ाई को लड़ रहा है। वैक्सीन की सबसे ज्यादा डोज उपलब्ध कराने वाले भारत में उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा प्रदेश है। आजादी के अमृत महोत्सव पर 18 से अधिक वर्ष के लोगों के लिए बूस्टर डोज फ्री में उपलब्ध कराने का निर्णय भारत सरकार ने किया है। सभी से अनुरोध कि जो भी पात्र हैं वे अमृत डोज जरूर लें।

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