अनुराग ठाकुर को मोदी कैबिनेट में नहीं मिली जगह
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा की बंपर जीत हुई है... जिसके बाद से अखिलेश यादव ने खुलकर बोलना शुरू कर दिया है... और सरकार की जमकर आलोचना कर रहें हैं... और पूरी तैयारी के साथ विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः राजद नेता मनोज झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार शपथ लेने से पहले शुभकामनाएं दीं… और कहा कि एक ऐतिहासिक दिन वह होता है जब नया इतिहास रचा जाता है… अचानक वह सर्वधर्म समभाव की बात करने लगे हैं…. अब वह मोदी सरकार की नहीं बल्कि एनडीए सरकार की बात कर रहे हैं… इस देश का चरित्र समुद्र जैसा है…. इसे तालाब मत बनाइये…
2… जदयू नेता केसी त्यागी के नीतीश कुमार को भारत गठबंधन द्वारा पीएम पद की पेशकश के दावे को लेकर पूर्णिया से नवनिर्वाचित स्वतंत्र सांसद पप्पू यादव ने कहा कि… अगर उन्हें इंडिया गठबंधन के द्वारा प्रधानमंत्री पद का ऑफर दिया गया था… तो उन्हें स्वीकार करना चाहिए था…. उन्होंने इतिहास रचा होता, और बिहार को ‘विशेष राज्य का दर्जा’ देना उनके हाथ में होता…. मुझे नहीं पता कि नीतीश कुमार को पीएम की कुर्सी की पेशकश किसने की थी…. वे सबूत क्यों नहीं देते….. नीतीश कुमार अपने राजनीतिक करियर के आखिरी चरण में हैं…. अगर उन्हें प्रधानमंत्री पद की पेशकश की गई थी…. तो उन्हें पीएम बनना चाहिए था और उन्हें यह ऑफर स्वीकार करना चाहिए था…
3… कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने शपथ ग्रहण समारोह में विदेशी प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने…. और किसी भी विपक्षी दल के सदस्यों को ‘आमंत्रित नहीं करने’ के लिए मनोनीत पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना की…. और उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की दिलचस्पी इसे अंतरराष्ट्रीय आयोजन बनाने में ज्यादा है…. वहीं मुझे अभी तक कोई निमंत्रण नहीं मिला है और न ही किसी सहयोगी को निमंत्रण मिला है… मोदी जी इसे अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम बनाने में अधिक रुचि रखते हैं… इसलिए मुझे नहीं लगता कि हमें जाना चाहिए…
4… कांग्रेस नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी की उम्मीदवारी का समर्थन किया… वहीं मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए अपने संघर्ष को बताते हुए राहुल गांधी की सराहना की… और कहा कि मैं सोनिया गांधी को बधाई देना चाहता हूं…. हम यह भी चाहते हैं कि राहुल गांधी लोकसभा सदन के नेता के रूप में कार्यभार संभालें…. पिछले 20 वर्षों से राहुल गांधी किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए लड़ रहे हैं…. एक बार राहुल गांधी नेता के रूप में कार्यभार संभाले… वहीं लोकसभा में विपक्ष के फैसले से देश का पूरा माहौल बदल जाएगा…
5… कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री पद के लिए नामित नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधते हुए… उनके तीसरे कार्यकाल को नाजायज सरकार बताया…. और उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में अपनी स्थिति सुरक्षित करने के लिए धन… शक्ति और संस्थानों का इस्तेमाल किया…. बता दें कि इसने धनबल, संस्थानों, मीडिया, भय और धमकी का इस्तेमाल किया है…. मैं इसे लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार के रूप में नहीं देखता…. क्योंकि लोगों का जनादेश मोदी के लिए नहीं है….
6… कांग्रेस नेता अजय राय ने विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी की उम्मीदवारी का समर्थन किया…. मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के प्रयासों की सराहना की…. और कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी ने जिस तरह से पीएम मोदी के खिलाफ लड़ाई लड़ी…. महंगाई, किसानों और महिलाओं जैसे मुद्दों पर आवाज उठाई…. इसलिए लोग चाहते हैं कि वह उनके मुद्दे उठाएं…. और राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी को स्वीकार करना चाहिए….
7… यूपी में समाजवादी पार्टी के ऐतिहासिक प्रदर्शन करने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है…. अब वो खुलकर अपनी आगे की योजनाओं पर चर्चा कर रहे हैं… और भाजपा को निशाने पर ले रहे हैं…. सपा लोकसभा चुनाव में यूपी में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है… और सभी को चौंकाते हुए 37 सीटों पर जीत दर्ज की है…. जबकि भाजपा यूपी में 33 सीटें जीती हैं…. चुनाव के पहले भाजपा प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जीत का दावा कर रही थी… वहीं अखिलेश ने सोशल साइट एक्स पर लिखा है कि ऊपर से जुड़ा कोई तार नहीं…. नीचे कोई आधार नहीं… अधर में जो है अटकी हुई वो तो कोई सरकार नहीं….
8… मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव का भी राजनीति की गलियों में अपना दबदबा है… सियासी अखाड़े में धुरंधरों को अपने चरखा दांव से चित करने वाले मुलायम उनके भाई ही नहीं राजनीति गुरु भी थे…. उन्हीं से सीखे हुए सियासत के दांव-पेच लगाकर शिवपाल ने इस बार ऐसी बिसात बिछाई कि भाजपा कई सीटों पर चारों खाने चित हो गई…. बता दें कि दो हजार उन्नीस के लोकसभा चुनाव में शिवपाल सपा से अलग हो गए थे…. और उन्होंने अपनी अलग पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बना ली थी…. ऐसे में यादव दो फाड़ हो गया था… एक गुट सपा के साथ था तो दूसरा प्रसपा के थे… इतना ही नहीं शिवपाल ने खुद फिरोजाबाद से अक्षय यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था… अक्षय भाजपा प्रत्याशी चंद्रसेन जादौन से महज अट्ठाइस हजार सात सौ इक्यासी वोट से हारे थे…. जबकि उनके चाचा शिवपाल यादव इक्यानवे हजार से भी अधिक वोट काटने में कामयाब रहे थे…. ऐसे में कहीं न कहीं सपा की राह में उन्होंने ही रोड़ा अटकाया था….