ताज होटल के 15 लाख कस्टमर का डाटा चोरी होने का दावा, अटैकर ने मांगी इतनी रकम
नई दिल्ली। टाटा समूह के स्वामित्व वाले ताज होटल ग्रुप पर 5 नवंबर को तथाकथित साइबर अटैक हुआ था. खबरें आई हैं कि हैकर्स ने ताज होटल के लगभग 15 लाख कस्टमर्स का डाटा उनके पास होने का दावा किया है. उन्होंने इस डाटा को वापस करने के लिए 5000 डॉलर और तीन शर्तें भी रखी हैं. हालांकि, ताज होटल्स ग्रुप ने कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है. हम मामले की जांच कर रहे हैं और कस्टमर्स का डाटा सुरक्षित है. हमने सुरक्षा एजेंसियों को भी इस स्थिति की जानकारी दे दी है.
लाइव मिंट की खबर के मुताबिक साइबर हैकर्स ने ताज होटल ग्रुप से कस्टमर डाटा के बदले 4 लाख रुपये से ज्यादा (5 हजार डॉलर) की मांग की है. हैकर्स ने अपने ग्रुप का नाम डीएनए कुकीज बताया है. उन्होंने कहा है कि अभी तक यह डाटा किसी को नहीं दिया गया है. उन्होंने डाटा को वापस करने के लिए तीन शर्तें रखी हैं.सबसे पहले तो उन्होंने बातचीत के लिए किसी उच्च पदस्थ मध्यस्थ को लाने को कहा है. साथ ही उनकी दूसरी मांग है कि वह टुकड़ों में डाटा नहीं देंगे. तीसरी शर्त में उन्होंने कहा कि हमसे डाटा के और सैंपल नहीं मांगे जाएं. इन हैकर्स ने 5 नवंबर को 1000 कॉलम एंट्री वाला डाटा लीक किया था.
इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के प्रवक्ता ने बताया कि हमें भी हैकर्स के इस दावे के बारे में पता चला है. हालांकि ये डेटा नॉन-सेंसिटिव है और इस डाटा में कुछ भी संवेदनशील नहीं है. कंपनी को अपने कस्टमर्स के डाटा की चिंता है. इसलिए हम इस दावे की जांच कर रहे हैं. हमने साइबर सिक्योरिटी एजेंसियों और इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम को भी मामले जानकारी दे दी है.