आजाद का राहुल पर करारा प्रहार, कारोबारियों से मिलने विदेश जाता है गांधी परिवार
कोच्चि। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके बेबाक बयान ही ले डूबेंगे। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले केरल में एक चुनावी रैली में मोदी सरनेमपर की गई ऐसी ही बयानबाजी ने आज उन्हें सलाखों के पास तक ला दिया है। यही नहीं, इसी फेर में उनकी सांसदी भी जाती रही है, लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने कतई कोई सबक नहीं सीखा। अब कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद पर ट्विटर के जरिये टिप्पणी करना उन्हें भारी पड़ सकता है। अडानी संग नाम जोडऩे पर गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी पर बेहद तीखा आरोप लगाया है। कांग्रेस के गुलाम से आजाद हो चुके इस वरिष्ठ नेता ने सनसनीखेज आरोप लगाया है कि राहुल गांधी के अवांछित कारोबारियों के साथ संबंध हैं। जाहिर है गुलाम नबी आजाद के इस तीखे आरोप के बाद अडानी मसले पर कांग्रेस नीति विपक्ष का हमला झेल रही भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी को घेर लिया है। बीजेपी ने राहुल गांधी से उन कारोबारियों के नाम बताने को कहा है, जिनसे वह मेल-मुलाकात करते आए हैं।
कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने एक निजी चैनल से कहा, उनके (राहुल गांधी ) सहित पूरे परिवार के कारोबारियों से संबंध हैं। मैं ऐसे 10 उदाहरण दे सकता हूं कि वे अवांछित कारोबारियों से मिलने के लिए देश के बाहर भी कहां जाएंगे। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद ने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक के संबंध खत्म कर लिए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की पार्टी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी बनाई थी। इस कड़ी में बीते दिनों अपनी आत्मकथा के विमोचन पर गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस छोडऩे के पाछे राहुल गांधी को एक बड़ी वजह बताया था। आजाद ने कहा था कि भारत में कोई कांग्रेस पार्टी नहीं बची है और कुछ ही लोग बचे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल समेत मौजूदा कांग्रेस नेतृत्व का कोई प्रभाव नहीं है। गौरतलब है कि राहुल ने शनिवार को ही कांग्रेस के उन पदाधिकारियों की आलोचना की थी जो पार्टी छोड़ गए या बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे। राहुल गांधी ने अपनी ट्वीट में ऐसे सभी नेताओं के अडानी से संबंध बताए थे। गुलाम नबी आजाद की प्रतिक्रिया इसी के जवाब में आई है।
गुलाम नबी आजाद ने कहा,’ बहुत सारे लोग कहते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल का प्रभाव बढ़ गया है। हालांकि मुझे लगता है कि उनका कोई प्रभाव नहीं है। जब राहुल सूरत कोर्ट गए तो गुजरात का एक भी युवा या किसान उनके साथ नहीं आया। आजाद ने बेलौस अंदाज में कहा कि कांग्रेस की युवा पीढ़ी के नेता कांग्रेस आलाकमान से 10 गुना अधिक निराश हैं और इसीलिए कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल ने भी हाल ही में कांग्रेस छोड़ दी। उन्होंने कहा, अनिल का जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। 50 वर्ष से कम आयु के अधिकांश युवा नेताओं ने राहुल के नेतृत्व और दिशा की कमी के कारण कांग्रेस छोड़ दी है।