बिहार विधानसभा चुनावों से पहले NDA  में टूट, भड़के नीतीश मीटिंग बुलाई

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में फिर तकरार शुरू हो गई है... बीजेपी और जेडीयू एक बार फिर आमने-सामने आ गए है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः लोकसभा चुनाव दो हजार चौबीस में सत्ता में आने के लिए बीजेपी ने धर्म की राजनीति पर खासा फोकस किया था… और धर्म की नए सिरे से राजनीति शुरू कर दी थी… जिसके बाद आए परिणाम में बीजेपी दो सौ चालीस सीटों पर आ गई… जिसके बाद बीजेपी की बहुत किरकिरी हुई… और बैसाखी के सहारे सरकार चलाने की नौबत आ गई… आपको बता दें कि केंद्र में जबसे मोदी की सरकार आई है… तब से देश में धर्म की जबरदस्त राजनीति शुरू हुई है… और देश के सभी हिंदू खतरे में है… लगातार दस सालों से बीजेपी की सरकार है… मोदी लगातार दस सालों से प्रधानमंत्री के पद पर आसीन है… इसके बाद भी हिंदू खतरें में है… और सरकार हिंदुओं को स्वावलंबी और सस्कत बनाने में फेल रही है… बीजेपी ने सत्ता में आने से पहले तमाम बड़े-बड़े वादे किए थे… लेकिन सत्ता में आने के बाद सभी वादे धरे के धरे रह गए है… और एक भी वादा पूरा नहीं किया गया… देश में बुनियादी जरूरत के सामानों के दाम लगातार बढ़ते ही जा रहें है… और दिन ब दिन बेरोजगारी बढ़ती जा रही है… युवा बेकार घूम रहें है… और सरकार के पास कोई रोजगार नहीं है….. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है… और चुनाव जीतने के लिए सारे हठकंडे अपनाने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ती है…

चुनाव जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी ईवीएम का गलत तरीके से इस्तेमाल करवाती है… जिसका विपक्ष लगातार विरोध करता रहा है… लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है… चुनाव आयोग से लेकर सभी तंत्र भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर काम कर रहें है… और जो राजा का हुक्म होता है… उसका पालन राजा के सभी मंत्री करते है… आपको बता दें कि दो हजार चौदह में भाजपा जबसे सत्ता में आई है… तभी से देश में संप्रदायिक हिंसाओं ने जन्म लिया है… हिंदू- हिंदू करने वाले भाजपा ने किसी भी हिंदू का भला नहीं किया है… सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए भाजपा द्वारा हिंदुओं का इस्तेमाल किया जा रहा है…. आपको बता दें कि बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है… जिसके लेकर सभी दल चुनाव की तैयारियों में जुट गए है…. इसी कड़ी में भाजपा नेता गिरिराज सिंह बिहार में 18 अक्टूबर से हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकालने जा रहें है…. जिसका सहयोगी दलों ने पुरजोर विरोध करना शुरू कर दिया है…

बता दें कि बिहार में अगले साल दो हजार पच्चीस में विधानसभा चुनाव हैं…. और विजयदशमी के बाद राज्य में सियासी यात्राओं का दौर शुरू हो गया है…. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा को लेकर घमासान शुरू हो गया है….. इस यात्रा के विरोध में एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने तल्ख तेवर दिखाए हैं….. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने जाति-धर्म का हवाला देकर गिरिराज को संविधान की शपथ याद दिलाई है…. नीरज कुमार का कहना था कि देश में संविधान भी है…. जो कहता है कि धर्म, जाति से ऊपर उठकर काम करेंगे…. यात्रा को लेकर LJP ने भी नसीहत दी है…. दरअसल, गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा बिहार में अट्ठारह अक्टूबर से बाइस अक्टूबर तक चलेगी…. फोकस में मुस्लिम बहुल सीमांचल इलाका होगा….. शुरुआत भागलपुर से होगी… और किशनगंज में जाकर यात्रा के पहले पड़ाव पर विराम लगेगा…. गिरिराज अट्ठारह अक्टूबर को भागलपुर, उन्नीस अक्टूबर को कटिहार, बीस अक्टूबर को पूर्णिया, इक्कीस अक्टूबर को अररिया और बाइस अक्टूबर को किशनगंज पहुंचेंगे….. इनमें भागलपुर को छोड़ दिया जाए तो बाकी इलाके सीमांचल में आते हैं… और बड़ी संख्या में वहां मुस्लिम आबादी है….

गिरिराज की इस यात्रा पर जेडीयू को खफा देखा जा रहा है….. एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार ग्लोबल लीडर और क्लाइमेट थिंकर हैं…. और उन्होंने जनता से सीधे संवाद करने की रणनीति बनाई तो उनके बड़ी संख्या में फॉलोवर बढ़ गए हैं….. स्वाभिमान यात्रा (हिंदू) की बात करें तो देश के अंदर संविधान है और संविधान यह शपथ दिलाता है कि जाति-धर्म से ऊपर उठकर काम करेंगे…. यही शपथ लेकर संसदीय जीवन में काम किया जाता है…. एक हाथ में हिंदू स्वाभिमान यात्रा ले लीजिए… और दूसरे हाथ में संविधान की शपथ के कागजात रख लीजिए…. ये सुनने में भी अच्छा लगेगा और लोगों को देखने में भी अच्छा लगेगा…. बता दें कि नीरज कुमार ने आगे कहा कि नीतीश कुमार हिंदू मंदिरों का स्वाभिमान बढ़ाते हैं….. भागलपुर में बूढ़ानाथ मंदिर है… ये देखना चाहिए कि वहां नीतीश कुमार जी कैसे पार्क बनाया है… मनोकामना मंदिर का कैसे विकास किया…. कांवड़ यात्रियों के लिए सुल्तानगंज से देवघर तक कैसे सुविधा दी…. देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी के प्रति सम्मान करते हुए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर एग्रीकल्चर कॉलेज खोला…. वहां सनातनी लोग भी पढ़ते हैं…. किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है…. हमने तो कब्रिस्तान को गुलजार किया… और श्मशान को भी गुलजार किया है…. मंदिर को गुलजार किया और मस्जिद को भी गुलजार किया है…. सीमांचल के इलाके में हमने शानदार विकास की इबारत लिखी है…. सामाजिक सौहार्द्र हमारी पूंजी है… और उस पूंजी को भी बरकरार रखेंगे….

आपको बता दें कि एनडीए की एक और सहयोगी लोक जन शक्ति पार्टी (राम विलास) ने भी हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर प्रतिक्रिया दी है….. LJP सांसद अरुण भारती ने कहा कि बीजेपी की मान्यता है कि हिंदुओं को एक रखा जाए… लेकिन हिंदू धर्म के अंदर भी कुरीतियां हैं…. जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटा जाता है…. उसको भी बीजेपी को जोड़ने की कोशिश करनी चाहिए… बीजेपी को जाति व्यवस्था के बारे में सोचना चाहिए…. हिंदू धर्म में जो लोग हाशिए पर हैं…. SC/ST के ऊपर अत्याचार होता है…. वो भी हमारे हिंदू भाई हैं…. उनकी मदद भी करनी चाहिए… वहीं इससे पहले जेडीयू नेता विजय चौधरी ने भी गिरिराज की यात्रा पर बयान दिया था…. चौधरी का कहना था कि बिहार और देश के विकास की बात करिए…. जनता सिर्फ विकास की बात सुनना चाहती है… जनता का ध्यान नहीं हटाना है…. और कोई सवाल मुद्दा नहीं है… मीडिया और हम कम से कम विकास की बात करें….

वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी बुधवार से बिहार में यात्रा पर निकलने वाले हैं…. वे बांका से अपनी यात्रा का दूसरा चरण शुरू करेंगे… इस पर जेडीयू नेता नीरज कुमार का कहना था कि तेजस्वी यादव विदेश प्रवास से ED के बुलावे पर देश आए हैं…. अब वो कार्यकर्ता दर्शन को जा रहे हैं…. लग रहा है जैसे ये राजनीतिक जमींदार हैं…. कार्यकर्ताओं से मुलाकात नहीं होती है… तो कार्यकर्ता दर्शन के लिए जा रहे हैं…. बांका में तो नीतीश कुमार जी ने काम किया है…. झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले जेडीयू ने महत्वपूर्ण बैठक बुलाई….. पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने झारखंड के प्रभारी और कैबिनेट मंत्री अशोक चौधरी, कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा…. और अन्य प्रमुख नेताओं के साथ चुनावी तैयारियों… और रणनीति पर चर्चा की…. बैठक के बाद अशोक चौधरी का कहना था कि जेडीयू, झारखंड में बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहता है….. लेकिन अब तक सीटों पर सहमति नहीं बन पाई है…. बातचीत चल रही है…. उम्मीद है जल्द सहमति बन जाएगी….

बता दें कि बिहार में एनडीए सरकार है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं…. बीजेपी कोटे से विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी डिप्टी सीएम हैं…. राज्य में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है…. बिहार में कुल दो सौ तैंतालीस सीटें हैं…. जिसमें BJP के अठहत्तर विधायक हैं…. जेडीयू के चौव्वालीस विधायक हैं…. HAM के 3, विपक्षी आरजेडी के सतहत्तर विधायक हैं…. कांग्रेस के उन्नीस और CPI(ML)(L) के ग्यारह, CPI(M) और CPI के 2-2 विधायक हैं…. एक विधायक AIMIM और एक निर्दलीय चुनाव जीतकर आया है…. चार सीटें रिक्त चल रही हैं…. इन पर उपचुनाव होने हैं… वहीं, जेडीयू ने भाजपा के विधायक के इस मांग का भी विरोध किया है….. जिसमें सीमांचल के जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की गई है….. इस मुद्दे पर जेडीयू ने सवाल उठाया है…. बता दें कि हरिभूषण सिंह ठाकुर बचौल ने गिरिराज सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा का समर्थन करते हुए सीमांचल को केंद्र शासित बनाने की मांग कर दी है….. हरिभूषण सिंह बचौल ने कहा कि इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ था…. हमारे पूर्वजों की महानता के कारण विशाल हृदय और सनातन की विशाल सहृदयता के कारण हमने सबों को एक माना…. हिंदुओं को जगाने के लिए जो बांग्लादेश और पाकिस्तान में हुआ है… उसकी पुनरावृत्ति बिहार और देश में ना हो यही कारण है कि गिरिराज सिंह यह यात्रा निकाल रहे हैं….

आपको बता दें कि हरि भूषण सिंह ठाकुर ने कहा कि जिन जिला विधानसभा या प्रखंड में पच्चीस फीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी हो गई है…. वहां हिंदू के किसी भी वर्ग जाति के धर्म सुरक्षित नहीं है….. सीमांचल में हिंदू अल्पसंख्यक हो गए, बांग्लादेशी घुसपैठियों का कब्जा हो गया…. यह अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से सटे इलाके हैं… और यहां सावधानी बरतनी जरूरी है…. बचौल ने यह भी कहा कि सीमांचल, दरभंगा, मधुबनी समेत कई जिलों में हिंदुओं की बहन-बेटियों की सुरक्षा पर खतरा है…. धर्म के नाम पर देश का विभाजन हुआ था…. भारत बना हिंदू राष्ट्र, पाकिस्तान बना मुस्लिम राष्ट्र, इसलिए सीमांचल को केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाए…. सीमांचल में हिंदुओं को हर तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है…. वहीं, हरिभूषण सिंह ठाकुर बचौल के सीमांचल को केंद्रशासित राज्य बनाने के बयान पर जेडीयू ने दी तीखी प्रतिक्रिया दी है….. जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई बिहार में मिलजुल कर रहते हैं…. बिहार में सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण है…. ऐसे बयानों का कोई औचित्य नहीं है…. जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई बिहार में मिलजुल कर रहते हैं… बिहार में सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण है… ऐसे बयानों का कोई औचित्य नहीं है….

बता दें कि बिहार में यह पहला मौका नहीं है… जब बीजेपी और जेडीयू के बीच मुद्दों को लेकर दूरियां दिखी हैं…. दरअसल, बिहार की राजनीति में बीते दो दशक में पास-पास दूर-दूर वाली राजनीति लगातार जारी है…. कभी जदयू-राजद के बीच दूरी रहती है… और फिर आपस में मिलकर सरकार भी बनाते हैं…. इसी तरह जेडीयू और बीजेपी में कभी प्यार तो कभी तकरार का सीन रहता है…. एक बार फिर जेडीयू और बीजेपी आमने-सामने आ गई है…. खास बात यह कि मुद्दा एक नहीं बल्कि इस बार दो मुद्दों पर मतभेद दिख रहे हैं….

 

 

 

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