BMC चुनाव से पहले ओवैसी को बड़ा झटका | AIMIM के बड़े नेता का इस्तीफा
BMC चुनाव से पहले असदुद्दीन ओवैसी को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है... AIMIM के एक बड़े नेता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बीएमसी चुनाव से पहले महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है.. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के मुंबई अध्यक्ष.. और महाराष्ट्र के वर्किंग प्रेसिडेंट हाजी फारूक मकबूल शाब्दी ने 28 दिसंबर 2025 को पार्टी से इस्तीफा दे दिया.. वहीं यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब बृहन्मुंबई नगर निगम चुनाव नजदीक हैं.. शाब्दी ने न केवल मुंबई अध्यक्ष का पद छोड़ा.. बल्कि महाराष्ट्र प्रदेश वर्किंग प्रेसिडेंट, सोलापुर शहर जिला अध्यक्ष.. और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी त्यागपत्र दे दिया.. उनका इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भेजा गया है.. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इससे AIMIM को BMC चुनाव में बड़ा नुकसान हो सकता है.. क्योंकि शाब्दी मुंबई और सोलापुर में पार्टी की मजबूत कड़ी थे..
आपको बता दें कि यह खबर AIMIM के लिए एक झटके की तरह है.. क्योंकि पार्टी महाराष्ट्र में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रही है.. AIMIM मुख्य रूप से मुस्लिम बहुल इलाकों में सक्रिय है.. और हाल के वर्षों में लोकल बॉडी चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया है.. लेकिन शाब्दी जैसे वरिष्ठ नेता का जाना पार्टी के संगठन को कमजोर कर सकता है..
हाजी फारूक मकबूल शाब्दी AIMIM के एक प्रमुख नेता हैं.. जो महाराष्ट्र में पार्टी की रीढ़ माने जाते हैं.. उनका जन्म सोलापुर में हुआ और वे 39 वर्ष के हैं.. शाब्दी ने राजनीति में कदम रखने से पहले सोशल वर्क किया.. खासकर मुस्लिम समुदाय के मुद्दों पर उन्होंने ज्यादा फोकस किया.. वे AIMIM में 2010 के दशक से सक्रिय हैं.. 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उन्होंने सोलापुर सिटी सेंट्रल सीट से चुनाव लड़ा.. और 61,428 वोट हासिल किए.. जो कुल वोटों का 30.48% था.. हालांकि वे जीत नहीं पाए.. लेकिन यह AIMIM का मजबूत प्रदर्शन था..
शाब्दी को AIMIM ने महाराष्ट्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपीं.. वे महाराष्ट्र राज्य के वर्किंग प्रेसिडेंट थे.. मुंबई शहर के अध्यक्ष और सोलापुर जिले के अध्यक्ष थे.. मुंबई में वे मुस्लिम बहुल इलाकों जैसे गोरेगांव, नागपाड़ा और अन्य जगहों पर पार्टी की गतिविधियां संभालते थे.. हाल ही में दिसंबर 2025 में ही, उन्होंने मुंबई के गोरेगांव कॉलेज में बुर्का बैन के खिलाफ प्रदर्शन किया.. और गिरफ्तारी दी.. इस मुद्दे पर उन्होंने मीडिया से बात की.. और कॉलेज प्रशासन को बुर्का पहनने की इजाजत देने के लिए मजबूर किया.. इससे उनकी लोकप्रियता मुस्लिम महिलाओं और युवाओं में बढ़ी…
शाब्दी सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हैं.. वे पार्टी के कार्यक्रमों, रैलियों और सामाजिक मुद्दों पर पोस्ट करते रहते हैं.. दिसंबर 2025 में उन्होंने AIMIM की मीटिंग्स और बास्केटबॉल टूर्नामेंट में हिस्सा लिया.. वे खुद को आम आदमी का नेता कहते हैं.. और मुस्लिम समुदाय के हक के लिए लड़ते हैं.. 28 दिसंबर 2025 को शाब्दी ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को भेजा.. इस्तीफे के पत्र में उन्होंने लिखा कि मैं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं.. साथ ही महाराष्ट्र प्रदेश वर्किंग प्रेसिडेंट, मुंबई अध्यक्ष.. और सोलापुर शहर जिला अध्यक्ष सहित सभी जिम्मेदारियों से खुद को मुक्त कर रहा हूं.. पार्टी ने मुझे जो विश्वास और अवसर दिए, उसके लिए आभार.. कृपया मेरे इस्तीफे को स्वीकार करें.. वहीं पत्र की कॉपी महाराष्ट्र AIMIM अध्यक्ष इम्तियाज जलील.. और सोलापुर सिटी ऑब्जर्वर अनवर सदत को भी भेजी गई..
आपको बता दें कि इस्तीफे के पत्र में कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है.. लेकिन सूत्रों और राजनीतिक चर्चाओं से पता चलता है कि.. टिकट बंटवारे को लेकर नाराजगी हो सकती है.. BMC चुनाव के लिए टिकट वितरण की जिम्मेदारी वारिस पठान.. और इम्तियाज जलील को दी गई थी.. जिससे शाब्दी नाखुश थे.. कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि वे स्ट्रेस और रेस्ट की जरूरत के कारण इस्तीफा दे रहे हैं.. वहीं AIMIM में आंतरिक कलह की खबरें पहले भी आई हैं.. शाब्दी फायर ब्रांड नेता माने जाते हैं.. और वे पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे थे.. लेकिन हाल के महीनों में इम्तियाज जलील से उनके रिश्ते खराब होने की अफवाहें थीं.. फिलहाल, शाब्दी ने अगले कदम पर कोई बयान नहीं दिया है..
AIMIM की स्थापना मुख्य रूप से हैदराबाद में हुई थी.. और असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व में यह राष्ट्रीय स्तर पर फैली.. महाराष्ट्र में AIMIM 2012 से सक्रिय है.. और 2014 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 2 सीटें जीतीं.. 2019 में भी 2 MLA थे.. लेकिन 2024 में सिर्फ 1 सीट बची.. लोकल बॉडी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया.. और दिसंबर 2025 में नगर परिषद चुनावों में 37 सीटें जीतीं..
पार्टी मुस्लिम वोट बैंक पर फोकस करती है.. और हिंदुत्व पार्टियों के खिलाफ खड़ी होती है.. महाराष्ट्र में इम्तियाज जलील राज्य अध्यक्ष हैं.. वारिस पठान राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं.. AIMIM ने मुस्लिमों के हक.. वक्फ प्रॉपर्टी और शिक्षा जैसे मुद्दों पर काम किया.. BMC चुनाव जनवरी 2026 में होने वाले हैं.. AIMIM ने मुंबई में 50 सीटों पर लड़ने का ऐलान किया था.. महाराष्ट्र में 27 सिविक कॉर्पोरेशन्स में कंटेस्ट करेगी.. शाब्दी मुंबई में पार्टी का चेहरा थे.. उनका जाना माइनॉरिटी वॉर्ड्स में नुकसान पहुंचा सकता है.. विशेषज्ञ कहते हैं कि समाजवादी पार्टी को फायदा हो सकता है.. सोलापुर में भी पार्टी कमजोर हो सकती है.. जहां शाब्दी लोकप्रिय थे..



