05 बजे तक की बड़ी खबरें
1 महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद से सियासी बवाल मचा हुआ है। वहीं इसी बीच प्रदेश सरकार बसंत पंचमी को होने वाले स्नान के लिए सतर्क हो गई। ऐसे में प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए चार एसपी और तीन एएसपी को महाकुंभ के लिए प्रयागराज भेज दिया है। वहीं आपको बता दें कि इसके पहले, प्रयागराज महाकुंभ में दर्दनाक हादसे के बाद सरकार ने पांच और अनुभवी अधिकारियों की टोली संगम नोज में तैनात की थी। इन अफसरों में एक आईएएस व चार पीसीएस अधिकारी शामिल थे।
2 कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखते हुए कुंभ में हुए हादसे पर बात की और कहा, “मैं मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करना चाहता हूं कि इस मुद्दे को संज्ञान में लिया गया और इस पर जल्द कार्रवाई की जा रही है। न्यायिक जांच की बात है, तो इसके बाद जो भी सामने आएगा, वह लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा होगा। जांच के परिणामों पर विचार किया जाएगा। साथ ही, वीवीआईपी के आगमन को लेकर भी उन्होंने अपनी बात रखी।
3 उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज महाकुंभ में किन्नर अखाड़े में कलह मच गई है. ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर की पदवी देने के बाद से ही विवाद चल रहा था. अब लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और ममता कुलकर्णी को निष्कासित कर दिया गया है. इस बीच अखाड़ा परिषद ने लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी का समर्थन किया है.
4 राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने सोशल मीडिया साइट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि लोकसभा चुनाव के बाद संसद के पहले बजट सत्र के उद्घाटन में मा. राष्ट्रपति महोदया का अभिभाषण देश में जबरदस्त महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, जीएसटी कर बोझ, घरेलू बचत में कमी आदि से त्रस्त करोड़ों गरीब, मेहनतकश व मध्यम वर्ग बहुजनों हेतु राहत व उम्मीद तो दूर सांत्वना वाला भी कम.
5 समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर महाकुंभ में मरने वाले लोगों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया क्योंकि वे मुआवजा नहीं देना चाहते हैं। उन्होंने महाकुंभ में हुई भगदड़ को भी ‘सरकारी गलती’ बताया. उन्होंने कहा “बजट पर बाद में, इस सत्र में और आज चर्चा की जाएगी – हमें उन लोगों के लिए शांति के बारे में बात करने की ज़रूरत है जिन्होंने कुंभ में अपनी जान गंवाई। दूसरी बात यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नैतिक रूप से तो ख़त्म हो चुके हैं, अब सवाल यह है कि वह राजनीतिक तौर पर कब ख़त्म होंगे?
6 गीडा ने धुरियापार औद्योगिक गलियारे के लिए मास्टर प्लान को मंजूरी दे दी है। प्राधिकरण अब इसका ले-आउट तैयार करने में जुटा है। 15-20 दिन में ले-आउट तैयार हो जाएगा। इसके बाद टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर विकास कार्य शुरू करा दिए जाएंगे। इस साल धुरियापार के बड़े क्षेत्रफल में मूलभूत सुविधाएं विकसित होने के साथ ही अदाणी समेत तीन सीमेंट कंपनियों को भूखंड भी आवंटित कर दिए जाएंगे।
7 आज़ाद समाज पार्टी-कांशीराम के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आज़ाद ने उम्मीद जताई कि सरकार बजट सत्र में हर वादा पूरा करेगी। “हमें सरकार से उम्मीदें हैं लेकिन डर भी है कि सरकार उन्हें पूरा करेगी या नहीं। युवा, किसान, महिलाएं – सभी को उम्मीदें हैं। यह बजट सत्र ऐसे समय में है जब राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं – इसका असर उस पर भी पड़ेगा।
8 मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना को लेकर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने सीएम योगी पर नाराजगी व्यक्त की। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के बयान पर कटाक्ष करते हुए आचार्य मिथिलेश नंदिनी शरण महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगना गहरी कुंठा है। एक महत्वपूर्ण पीठ के व्यक्ति को इस तरह की ओछी बात नहीं करनी चाहिए। अगर योगी आदित्यनाथ के काम और उनके व्यवस्था के ऊपर हमारा संदेह है तो कौन है जो यहां आकर ठीक कर देगा।
9 वाराणसी रोपवे परियोजना जल्द ही आम जनता के लिए खुलने वाली है। स्विट्जरलैंड से भी बेहतर सुरक्षा व्यवस्था के साथ इस रोपवे में आपात स्थिति में ऑटोमेटिक मोटर और वर्टिकल रेस्क्यू सिस्टम है। प्रतिदिन 95 हजार लोग इस रोपवे से सफर कर सकेंगे और एक साथ तीन हजार लोगों को यात्रा करने की सुविधा मिलेगी। किराया भी किफायती होगा लगभग 25 से 30 रुपये।
10 प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग प्रयागराज पहुंचा है। सीएम योगी ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। इस आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार हैं, जबकि पूर्व डीजी वी.के. गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डी.के. सिंह को आयोग में शामिल किया गया है। यह आयोग एक समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट देगा।