भाजपा ने मप्र को शीर्ष से शून्य पर पहुंचाया: कमलनाथ
- अब तो सीएम मंच पर मौजूद होते हैं नाम भी नहीं लेते लोग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के इस महासमर में प्रतिदिन नए-नए बयान सुनने को मिल रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रत्याशियों को थका हारा बताने के बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को शून्य करार दिया है। नाथ ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि भाजपा की कथनी-करनी में सिर्फ़ फर्क़़ नहीं बल्कि विरोधाभास भी है। ये एक विरोधाभास ही तो है कि मप्र भाजपा लिख रही है कि असंभव को संभव और शून्य को शिखर बनाने का नाम ’भाजपा’ है।
जबकि बात और हालात ठीक इसके विपरीत हैं। कमलनाथ ने आगे लिखा कि 18 साल के शासनकाल में यदि भाजपा चाहती तो मप्र के विकास को ‘संभव’ कर सकती थी, लेकिन भ्रष्टाचार की लिप्तता में व्यस्त रहने की वजह से भाजपा के लिए ऐसा करना असंभव ही रहा। शायद इसीलिए भाजपा ने हालातों को भांपते हुए और जनता के आक्रोश को समझते हुए अपने ‘शिखर’ नेतृत्व को इस चुनाव में ‘शून्य’ कर दिया है।
निश्छल लोगों को छलने का काम कर रही कांग्रेस : प्रह्लाद
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने गुरुवार को भोपाल में प्रियंका गांधी के मध्य प्रदेश महिलाओं और आदिवासियों पर अत्याचार में नंबर होने के बयान पर जमकर निशाना साधा। पटेल ने कहा कि नर्मदा की पुण्य भूमि पर प्रियंका गांधी का झूठा बयान और लालच की बातें उनको शोभा नहीं देती। हम नर्मदा किनारे रहने वाले लोग भूख की चिंता नहीं करते। हम सम्मान की पहले चिंता करते है। पटेल ने कहा कि ऐसी झूठी बातें हमारे आदिवासी बंधुओं को रास नहीं आती है। इसलिए मुझे लगता है कि जिस गैर जिम्मेदारी के साथ उन्होंने यह बात कही है उसकी निंदा करने के लिए भी शब्द नहीं है। वह कहती है कि आदिवासियों की संख्या सामने आ जाएगी। भाजपा डर रही है। पटेल ने कहा कि आजादी के बाद आदिवासियों और हरिजनों की गिनती होती रही है। प्रियंका गांधी इतनी अज्ञानी नहीं है, वह जानबुझकर धोखा कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निश्छल लोगों को छलने की प्रियंका गांधी ने कोशिश की है, जिसमें वह सफल नहीं होगी। बता दें प्रियंका गांधी ने मंडला में जनसभा को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने भाजपा की सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए। इस पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने पलटवार किया। प्रह्लाद पटेल को भाजपा ने नरसिंहपुर से विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया है।
राहुल और प्रियंका दोनों झूठे : विजयवर्गीय
प्रियंका गांधी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश में एक सभा को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की परंपरा देखिए- वनाधिकार कानून आपके लिए लाया गया ताकि वनों पर पहला अधिकार आपका हो, क्योंकि यही आपकी संस्कृति है। इसे संरक्षित और मजबूत करने के लिए आपको वन अधिकार कानून दिया गया। इन सब के बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस के साथ-साथ प्रियंका गांधी और राहुल गांधी पर भी जबरदस्त तरीके से निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी हो या राहुल गांधी हो झूठ के अलावा वे कुछ भी नहीं हैं। पिछले चुनाव में भी राहुल गांधी ने किसानों को धोखा दिया। कांग्रेस अभी भी धोखा देने का काम कर रही है। भाजपा नेता ने कहा कि कल उन्होंने वन अधिकार के पट्टों को लेकर बोला, वन अधिकार के पट्टे सर्वाधिक भाजपा सरकार ने दिए। वनों में आदिवासियों के अधिकार को भाजपा ने सुरक्षित किया है। कांग्रेस जबरदस्ती झूठ बोलकर भाजपा पर आरोप लगा रही है।
बिखर गए शिखर
पीसीसी चीफ ने आगे ट्वीट में लिखा कि मुख्यमंत्री के मंच पर उपस्थित होते हुए भी किसी को उनका नाम लेने तक की याद नहीं आती, उनके काम की बात करना तो बहुत दूर की बात है। तो फिर ऐसा तथाकथित शिखर किस काम का जो दिखाई न दे। इस विधानसभा चुनाव में मप्र की जनता भाजपा को ‘शिखर से शून्य’ पर ले आयेगी। भाजपा के राजनीतिक शिखर, बिखर गए हैं।
मेरे पिता का जीवन खतरे में: नारा लोकेश
- चंद्रबाबू के बेटे ने की अमित शाह से मुलाकात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के महासचिव नारा लोकेश ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद किसी भी राजनीतिक घटनाक्रम की अटकलों पर विराम लगा दिया है। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे ने बताया कि दोनों के बीच बातचीत के दौरान राजनीति से जुड़े किसी भी मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अमित शाह उनसे मिलकर उनके पिता के मामले के बारे में जानना चाहते थे कि यह किस स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने लिखा कि अमित शाह को उन्होंने आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा राज्य मशीनरी के घोर दुरुपयोग, नायडू के खिलाफ शासन के प्रतिशोध और उन्हें जेल में बंद करने की भयावह स्थिति से अवगत कराया, जहां उनका जीवन खतरे में है।
गौरतलब है कि नायडू को सीआईडी ने पिछले महीने कथित तौर पर करोड़ों रुपये के कौशल विकास निगम मामले में गिरफ्तार किया था।अमित शाह से मुलाकात के दिन, उन्होंने उसी की तस्वीरें साझा कीं और कहा,माननीय केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की। नारा लोकेश ने कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने सूचित किया कि शाह ने उन्हें बैठक के लिए बुलाया था और उन्होंने केवल अपने पिता के मामले के बारे में बात की।
सोनीपत में हादसा, यूपी के पांच लोगों की मौत
- केएमपी पर ट्रक और पिकअप की टक्कर, 11 घायल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सोनीपत (हरियाणा)। सोनीपत में कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे (केएमपी) पर खरखौदा क्षेत्र के गांव पिपली के पास ट्रक और पिकअप की टक्कर हो गई। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और 11 लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि सभी उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर खीरी के बिजौली स्थित मुर्तजा अली नगर से झज्जर धान काटने जा रहे थे। खरखौदा थाना पुलिस ने तीन शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल में भिजवाया है।
शहीद पथ पर एक साथ भिड़े चार वाहन, कार सवार की मौत
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे शहीद पथ पर दर्दनाक हादसा हुआ। कानपुर की तरफ से कमता की ओर जा रहे चार वाहन समिट बिल्डिंग के पास टकरा गए। इससे एक कार ट्रक के नीचे आ गई। कार में दो लोग सवार थे।
जिसमें एक की मौके पर मौत हो गई। बुरी तरह से घायल ड्राइवर को अस्पताल ले जाया गया। टक्कर इतनी तेज थी कि कार में फंसे शव को निकालने के लिए उसे काटना पड़ा। मरने वाले की शिनाख्त अभी की जा रही है।
इकाना की अव्यवस्था से लोगों में रहा आक्रोश
- विश्वकप जैसे आयोजन पर भी स्टेडियम प्रशासन की तैयारी अधूरी
- महंगे टिकट की वजह से आमजन परेशान
आराध्य त्रिपाठी
लखनऊ। 12 अक्टूबर 2023 का दिन नवाबों की धरती लखनऊ के लिए काफी यादगार दिन रहा क्योंकि इस दिन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहली बार आईसीसी क्रिकेट विश्व कप का मैच खेला गया। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए इस मैच को लेकर प्रशंसकों में उत्साह तो काफी था, लेकिन बीसीसीआई द्वारा मैच के महंगे टिकटों ने लोगों की उम्मीदों को तोड़ दिया।
क्योंकि मैच में टिकट के प्राइज इतने थे कि आम आदमी उसे खरीदने की जेहमत ही नहीं कर सका। नतीजा ये रहा कि क्रिकेट विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के पहले मैच में ही 50 हजार दर्शकों की क्षमता वाले अटल बिहारी बाजपेई इकाना क्रिकेट स्टेडियम में 44-45 हजार कुर्सियां तो खाली ही पड़ी रहीं। यानी कि पूरे मैच में सिर्फ 5 से 6 हजार के करीब ही दर्शक मैच देखने पहुंचे।
खाली रही कुर्सियां
भारत में क्रिकेट को एक खेल की तरह नहीं बल्कि एक धर्म की तरह माना जाता है। ऐसे में अगर विश्व कप का मुकाबला हो वो भी दो बड़ी टीमों के बीच तो उम्मीद की जाती है कि मैच में दर्शकों की भारी संख्या मौजूद होगी। लेकिन लखनऊ के इकाना स्टेडियम में ऐसा देखने को नहीं मिला। यहां 50 हजार दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम में सिर्फ 5 से 6 हजार के करीब ही दर्शक सिर्फ पहुंच सके। यानी कि स्टेडियम की अधिकांश कुर्सियां खाली पड़ी रहीं। नतीजा ये रहा कि मैच का उत्साह भी काफी फीका रहा।
स्टेडियम में पार्किंग की व्यवस्था है खस्ताहाल
इकाना क्रिकेट स्टेडियम में जब भी कोई अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला जाता है तो सबसे बड़ी समस्या जो दर्शकों के सामने आती है, वो वाहन पार्किंग की ही आती है। कल विश्व कप के पहले मैच में भी दर्शकों को इसी समस्या का सामना करना पड़ा। एक तो वाहन पार्किंग को काफी दूर व घुमाके दिया जाता है। वहीं दूसरी ओर पार्किंग के लिए स्टेडियम के पास कोई ढंग की जगह नहीं है। दो पाहिया वाहनों को ऐसे ही खाली मैदान में खड़ा करने की व्यवस्था थी। जहां पर धूल के सिवा कुछ और नजर ही नहीं आ रहा था। पार्किंग के स्थान पर इतनी धूल व मिट्टी थी कि जब आप वहां से अपना वाहन लेकर निकलेंगे तो अगर गलती से भी आप काली शर्ट या पैंट पहनकर पहुंच गए, तो पार्किंग से निकलते वक्त आप पूरी तरह से सफेद हो जाएंगे। इतने बड़े स्टेडियम में कम से कम पार्किंग की तो बेहतर व्यवस्था होनी ही चाहिए।