जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही भाजपा!
4PM न्यूज़ नेटवर्क: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही सियासी पारा हाई चल रहा है। आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। अब ऐसे में नेता लगातार एक दूसरे पर आरोप भी लगा रहे है। एक तरफ जहां भाजपा केजरीवाल पर निशाना साध रही है वहीं आप और इंडिया गठबंधन भी भाजपा और पीएम मोदी पर पलटवार कर रहे हैं। वहीं जब से सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी हुई है,तब से ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं कि आप सरकार को तोड़ने के लिए भाजपा तरह-तरह की चालें चल रही है। यहां तक की आरोप ये भी लगे कि भाजपा दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है। आरोप तो ये भी हैं कि भाजपा ऑपरेशन लोटस के तहत सरकार को तोड़ने की पूरी कोशिश में लगी हुई है।
दिल्ली का ये आलम है कि जिस तरह का माहौल आज भाजपा ने बनाया है, इससे न सिर्फ विपक्ष उन्हें घेर रहा बल्कि जनता भी इस बार भाजपा को नकार रही है। लेकिन इन सब से बेखौफ भाजपा जांच एजेंसियों का गलत उपयोग करके विपक्ष को सलाखों के पीछे भेजने का काम कर रही है खास कर जहां-जहां भाजपा की सरकार नहीं है, वहां-वहां भाजपा ऑपरेशन लोटस के तहत नेताओं को तोड़ने का काम किया जा रहा है। ऐसे में अब एक बार फिर आप के एक नेता ने भाजपा पर ऐसे ही आरोप लगाए हैं। जिसे लेकर सियासी पारा हाई चल रहा है। आपको बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान से केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने 13 घंटे तक पूछताछ की. अमानतुल्लाह खान ने इसके बाद बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे गिरफ़्तार कर के मेरे हौसलों को नहीं तोड़ पाओगे. वीडियो संदेश में अमानतुल्लाह खान कहते दिखाई दे रहे हैं कि हम इनके सामने न झुकेंगे और न ही टूटेंगे और न ही सीएम अरविंद केजरीवाल को छोड़कर जाएंगे. ईडी दिल्ली वक्फ बोर्ड में नियुक्ति के मामले में गड़बड़ी की शिकायत की जांच कर रही है. इसी मामले में अमानतुल्लाह खान से पूछताछ हुई।
दरअसल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर किए गए वीडियो में AAP विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा, ”मैं ये बताना चाहता हूं कि पिछले तकरीबन डेढ़ से दो साल से केंद्र सरकार की सारी एजेंसियां पूरी तरह से मेरे पीछे पड़ी हुई है. हमें बहुत परेशान किया है. उनकी ये कोशिश रही है कि मैं किसी भी तरह से इस्तीफा दे दूं. सीएम अरविंद केजरीवाल जी को छोड़ दूं और उनके खिलाफ गवाही दे दूं. वहीं बात करें हम ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान की तो 2015 के विधानसभा चुनाव में अमानतुल्लाह खान ने भारतीय जनता पार्टी के ब्रह्म सिंह को 60 हजार से ज्यादा वोटों से हराकर जीत हासिल की थी. आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले अमानतुल्लाह खान ने लोक जन शक्ति पार्टी की टिकट पर 2013 में चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 2020 में आम आदमी पार्टी ने ओखला से अमानतुल्ला खान को फिर से मैदान में उतारा था इस चुनाव में उनकी जीत हुई.
अमानतुल्लाह खान पर दिल्ली वक्फ बोर्ड में नियुक्तियों में अनियमितता का आरोप है. साथ ही नकदी में ‘अपराध की भारी आय’ का मामला भी उनपर दर्ज है. वहीं अवैध भर्ती के माध्यम से नकदी अर्जित करने और इन पैसों से अपने नाम पर अचल संपत्ति खरीदने का भी आरोप है. बता दें कि ये मामले 2018-2022 के बीच के हैं. इन आरोपों को लेकर ईडी अमानतुल्लाह खान से पूछताछ कर रही है. इससे पहले, ईडी ने समन का पालन न करने पर खान के खिलाफ राऊज एवेन्यू कोर्ट का रुख किया था और आरोप लगाया था कि अमानतुल्लाह खान, जो पहले एक गवाह था, बाद में मामले में आरोपी बने, वह जांच से बच रहे हैं.
ईडी ने मामले में आरोपी जीशान हैदर, उसकी पार्टनरशिप फर्म स्काईपावर, जावेद इमाम सिद्दीकी, दाऊद नासिर और कौसर इमाम सिद्दीकी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.मामला ओखला में अवैध धन से अर्जित की गई 36 करोड़ रुपये की कथित संपत्ति से जुड़ा है, जिसमें माना जा रहा है कि खान ने आठ करोड़ रुपये नकद दिए थे. जांच के दौरान, ईडी ने सीबीआई, एसीबी और दिल्ली पुलिस द्वारा पहले दर्ज की गई एफआईआर को भी ध्यान में रखा. ईडी ने कहा कि संपत्ति अमानतुल्लाह खान के कहने पर खरीदी गई थी. उसने 27 करोड़ रुपये नकद लेनदेन के सबूत पेश कि
हालांकि अब इस मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है इस मामले को बढ़ता देख विपक्षी नेताओं ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से साफ शब्दों में कहना चाहता हूं कि उनका ऑपरेशन लोटस दिल्ली में सफल नहीं होगा. आपकी तानाशाही जल्द ही खत्म हो जाएगी. मामला 2016 से चल रहा है. सीबीआई ने चार्जशीट दायर की और अमानतुल्लाह को गिरफ्तार नहीं किया था. वहीं इस मामले पर आप मंत्री आतिशी ने भी भाजपा पर जमकर हमला बोला उन्होने इस मामले को झूठ बताया, आरोप भी लगाया कि ईडी के पास कोई सबूत नहीं है। साथ ही आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा कि पार्टी के विधायकों और मंत्रियों को लगातार गिरफ्तार किया जा रहा है. ईडी को इसका हथियार बनाया जा रहा है. पहले भी कहा था कि बीजेपी ईडी है और ईडी ही बीजेपी है. आज ईडी को पूरा देश देख रहा है कि किस तरह से जब पूरे देश में चुनाव आचार संहिता लागू है, निर्वाचित प्रतिनिधियों को चुनाव प्रचार करने और निर्वाचित होने से रोका जा रहा है. बीजेपी जानती है कि वो हारने वाली है और इसीलिए बौखलाई है.
ऐसे में सवाल ये बनता है कि जिस तरह से भाजपा एक तरफ बड़ा दावा करते हुए 400 पार का नारा दे रही है, तो उसे विपक्षी नेताओं की गिरफ्तारी क्यों करवानी पड़ रही है। जब केंद्र में खुद की सरकार है तो जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल क्यों करवाना पड़ रहा है। आज भाजपा ने जिस तरह का माहौल देश में बना दिया है इससे एक बात तो साफ है कि भाजपा सत्ता पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है अब भले ही रास्ता कितना भी गलत क्यों न हो। लेकिन जिस तरह की चाल भाजपा चल रही है इससे कहीं न कहीं खुद के ही जाल में फंसती जा रही है। हालांकि इस बार के चुनाव में जनता भाजपा को इसका जवाब खुद दे देगी।