भाजपा नेता की दबंगई ने ले ली किसान की जान
- साढ़े छह बीघा जमीन धोखे से भाजपा नेता प्रियरंजन ने लिखवाई
- यूपी में योगी सरकार की कानून व्यवस्था तार-तार
- कानपुर में बाबू सिंह की जमीन भाजपा नेता प्रियरंजन ने हड़पी
- आहत होकर किसान ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान
- सपा ने सरकार से पूछा भाजपाई अपराधियों पर कब चलेगा बुलडोजर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी में कानून व्यवस्था पटरी पर आने का नाम नहीं ले रही है। कहीं कोई सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों की दबंगई का शिकार हो रहा है तो कहीं घर में घुसकर पूरे परिवार को गोली मारी जा रही है तो कही धरना प्रदर्शन के नाम पर मारपीट हो रही है। इन सब के उलट प्रदेश की योगी सरक ार सबकुछ ठीक होने का दावा कर रही है। जबकि विपक्ष ने सीएम से सवाल पूछा है कि अपराध करने में भाजपाईयों को छूट क्यों मिली है। दरअसल उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। करोड़ों रुपये की जमीन हड़पने से आहत एक किसान बाबू सिंह ने खुदकुशी कर ली। खुदकुशी से पहले किसान ने सीएम योगी के नाम एक पत्र लिखा है।
जानकारी के अनुसार, कानपुर के अहिरवां स्थित 6.29 करोड़ रुपये की जमीन (साढ़े छह बीघा) हड़पे जाने से आहत चकेरी गांव निवासी किसान बाबू सिंह यादव (52) ने गत शनिवार सुबह ट्रेन से कटकर जान दे दी। खुदकुशी से पहले उसने सीएम के नाम एक सुसाइड नोट भी लिखा है। इसमें अपनी मौत का जिम्मेदार श्यामनगर में रहने वाले पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और भाजपा नेता को बताया है।
किसान ने सीएम को लिखा पत्र- हो सके तो मेरे बच्चों को न्याय दिला देना
सुसाइड नोट में किसान बाबू सिंह ने लिखा है कि हो सके तो बच्चों को न्याय मिले। बाबू सिंह की पत्नी बिटान ने बताया कि भगवान ने उन्हें कोई बेटा नहीं दिया। सिर्फ दो बेटियां दीं। उनके पति ने बेटियों में किसी तरह का फर्क नहीं किया। उनकी पढ़ाई लिखाई से लेकर रहन सहन तक सबकुछ बेहतर करने का प्रयास किया। लोभियों ने उनका हंसता खेलता परिवार बर्बाद कर दिया। कहा कि बड़ी बेटी रूबी की नवंबर तक शादी करने की सोच रहे थे। यह कहते हुए वे बिलख पड़ीं।
अपराधी भाजपाईयों पर कब चलेगा बुलडोजर : अखिलेश
पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम से सवाल पूछा है कि अपराध करने में भाजपाईयों को छूट क्यों मिली है। श्री यादव ने कहा कि भाजपा नेता डा. प्रियरंजन की बदनीयत, धोखाधड़ी की वजह से किसान बाबू सिंह ने आत्महत्या कर ली जिसके पर्याप्त सबूत हैं । तब भी आजतक भाजपा नेता को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। आखिरी मुख्यमंत्री बताएं भाजपा वालों को अपराध करने की छूट क्यों मिली है। आखिर भाजपाइयों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलाया जाता। सपा मुखिया ने कहा क्या उन पर कार्रवाई के लिए कोई विशेष ड्राइविंग लाइसेंस लेना पड़ता है।
कौशांबी में ट्रिपल मर्डर से सनसनी, ससुर, दामाद और बेटी की गोली मारकर हत्या
प्रदेश के कौशांबी में गुरुवार देर रात जमीनी विवाद में सोते समय गोली मारकर ससुर, बेटी और दामाद की बेरहमी से हत्या कर दी गई। ट्रिपल मर्डर से पूरे इलाके में दहशत फैल गई। घटना से आक्रोशित स्वजनों ने आसपास मौजूद छह से सात घरों में आग लगा दी। जिससे वहां अफरातफरी फैल गई। आग की लपटों के साथ चारो ओर चीखने चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। मौके पर पहुंची पुलिस और दमकल ने आग पर काबू पाया। वहीं घटना के बाद पूरे इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। छबिलवा निवासी 62 वर्षीय होरीलाल की जमीन पंडा चौराहा पर है।
वकीलों के वेश में आए अराजक तत्वों ने पत्रकारों को बेरहमी से पीटा
- कैमरे और मोबाइल भी तोड़ डाले, लूटपाट की
- बार काउंसिल से आरोपियों की पहचान कर कार्रवाई की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। वकीलों के हड़ताल का कवरेज करने गए अखबार वालों के साथ वकीलों के वेश में आए अराजक तत्वों ने बेरहमी से मारपीट की। इतना ही नहीं उन उपद्रवियों ने अखबार वालों के कैमरे, मोबाइल तक तोड़ दिये साथ ही कुछ सामग्री भी लूट लिया। ये मारपीट 4 पीएम के पत्रकार क्षितिजकांत व कैमैरामैन शुभम के साथ की गई है। इस घटना के बाद पत्रकारों ने बार काउंसिल से दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।
पत्रकारों ने बार काउंसिल से कहा है कि धरना प्रदर्शन के नाम पर ऐसी अराजकता बंद हो। वकालत एक सभ्य पेशा, न्यायपालिका का अहम् हिस्सा है। देशवासियों के हितों के लिए पेशा बहुत जरूरी है। सभी जिम्मेदारों को चाहिए कि देश संविधान की रक्षा के लिए ऐसी संस्था पर स्वच्छ छवि,गंभीर व्यक्तित्व का नियंत्रण हो।
सबकी सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए : राजेश कुमार
राजेश कुमार,समाजिक कार्यकर्ता व पूर्व मानद् सदस्य,इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्युरिस्ट लंदन यूके ने कहा है कि अगर यूपी को ऐसे प्रदर्शनों से बचाना है तो सरकार व अफसरों को मीडिया कर्मी,नागरिकों की सुरक्षा सम्मान सुनिश्चित करना चाहिए। अधिवक्ताओं के सम्मान,हितों के रक्षार्थ,शांति पूर्ण संघर्ष में सभी समर्थन है।
सरकार ने वकीलों की मांगे मानी
हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश में चल रही वकीलों की हड़ताल समाप्त हो गई है। बृहस्पतिवार शाम उत्तर प्रदेश बार काउंसिल और सरकार के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत में सरकार ने हापुड़ के एएसपी को हटाने, सीईओ और पुलिस निरीक्षक को निलंबित करने सहित पांच सूत्री मांगों पर सहमति दी। उत्तर प्रदेश काउंसिल के चेयरमैन श्रीकिशोर गौड के नेतृत्व में काउंसिल के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र से लोकभवन में मुलाकात की।
उदयनिधि और ए. राजा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा
- एफआईआर की मांग वाली याचिका दायर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सनातन धर्म के खिलाफ उदयनिधि स्टालिन और ए राजा के बयानों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। इस याचिका को चेन्नई के रहने वाले एक वकील ने दायर किया है, डीएमके नेता और तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से की थी. इसके बाद डीएमके सांसद ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना एचआईवी से कर दी। दोनों नेताओं के इन बयानों से बीजेपी उन पर पूरी तरह से हमलावर है। वहीं, चेन्नई के वकील ने अपनी याचिका में उदयनिधि और ए राजा पर एफआईआर करने की मांग की गई है, इसमें कहा गया है कि डीएमके नेताओं को ऐसे बयान देने से रोका जाए, साथ ही तमिलनाडु में सनातन धर्म के खिलाफ हो रहे कार्यक्रमों को असंवैधानिक करार दिया जाए, याचिका में कहा गया है कि इस बात की जांच हो कि कहीं इस तरह के लोगों को सीमा पार से आ रही फंडिंग तो नहीं मिल रही है, इन नेताओं के लिट्टे से संबंध की भी जांच हो।
मामले पर जल्द सुनवाई की गुजारिश की
याचिकाकर्ता ने शुक्रवार को चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ से अपनी याचिका पर जल्द सुनवाई का अनुरोध किया, चीफ जस्टिस ने कहा कि वह सुनवाई के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करें।