विपक्ष के दांव में फंसी बीजेपी

उपराष्ट्रपति चुनाव में इंडिया गठबंधन ने उतारा उम्मीदवार, सीपी राधाकृष्णन को चुनौती देंगे सुदर्शन रेड्डी

कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति चुनाव को बनाया दिलचस्प

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज रेड्डी के नाम का कांग्रेस अध्यक्ष ने किया ऐलान

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। उप—राष्ट्रपति चुनाव अब सिर्फ़ एक चुनाव नहीं बल्कि दो विचारधाराओं दो सियासी रास्तों और दो अलग-अलग शख्सियतों का टकराव बन कर उभरा है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को इंडिया गठबंधन ने अपना उपराष्ट्रपति पद पर उम्मीदवार घोषित कर चुनाव को दिलचस्प मोड़ पर खड़ा कर दिया है। जिस समय एनडीए घटक दलों की बैठक में सीपी राधाकृष्णन को सांसदों से मिलवाया जा रहा था ठीक उसी समय कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने एलान कर एनडीए की सांसों को थाम दिया।
दरअस्ल सीपी राधाकृष्णन के उम्मीदवारी के बाद ऐसा लग रहा था कि इंडिया गठबधंन में फूंट हो जाएगी और क्षेत्रवाद के चलते वोटों में सेंध लग सकती है। लेकिन कांग्रेस ने सधा हुआ दांव चलते हुए न सिर्फ गठबंधन की एकता को रोकने में सफलता आर्जित की बल्कि एक एनडीए के सामने एक जबर्दस्त चुनौती भी पेश कर दी है। अब यह सिर्फ़ एक चुनाव नहीं बल्कि दो विचारधाराओं दो सियासी रास्तों और दो अलग अलग शख़्सियतों का टकराव बन कर उभरा है।

गोवा के पहले लोकायुक्त रह चुके हैं बी सुदर्शन रेड्डी

बी सुदर्शन रेड्डी का ताल्लुक आंध्रप्रदेश से हैं और उनका अधिवक्ता से शुरू हुआ सफर उच्च न्यायालय के जज तक पहुँचा। वह गोवा के पहले लोकायुक्त भी रहे और उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ़ कई एहम और संजीदा फैसले दिये। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी क़ानून और संविधान की दुनिया के माहिर माने जाते हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कई अहम फ़ैसले दिए और न्यायपालिका में अपनी साफ़-सुथरी छवि बनाई। इण्डिया गठबंधन का यह दांव बेहद सोचा समझा है। एक जज को मैदान में उतारकर विपक्ष ने यह संदेश दिया है कि यह लड़ाई सिर्फ सियासी नहीं बल्कि संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र की आत्मा को बचाने की जंग है।

सीपी राधाकृष्णन हैं सेफ कार्ड

तमिलनाडु के दिग्गज नेता, आरएसएस की परवरिश में पले-बढ़े और राजनीति के हर मोर्चे पर बीजेपी के लिए वफ़ादार सिपाही साबित हुए। सीपी राधाकृष्णन का नाम उपराष्ट्रपति के लिए सामने आते ही दक्षिण भारत में भाजपा की पकड़ मज़बूत करने की मंशा साफ़ नजऱ आने लगी। वह 1998 और 1999 में कोयंबटूर से बीजेपी सांसद रह चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी के कऱीबी माने जाते हैं और संगठनात्मक पकड़ में उनका कोई सानी नहीं। यह उम्मीदवार भाजपा और संघ का सेफ़ कार्ड कहा जा सकता है।

बिखरा लग रहा था विपक्ष

इंडिया गठबंधन इस वक्त बिखरा हुआ लग रहा था लेकिन बी सुदर्शन रेडडी के उम्मीदवारी ने विपक्ष को एक नैरेटिव दे दिया है। विपक्ष लगातार यह कह रहा है कि भाजपा न्यायपालिका पर दबाव डालती रही है। एक पूर्व जज को मैदान में उतारकर विपक्ष ने यह संदेश भी दे दिया है कि कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए संविधान-न्यायपालिका-जनता एकजुट हैं। बीजेपी जानती है कि उनके पास जीत के लिए पर्याप्त संख्या है। लेकिन उनके सामने चुनौती यह है कि विपक्ष का यह नैरेटिव संसद और जनता तक कितना असर छोड़ता है। जेडीयू और बीजेडी जैसे दल जो हमेशा निर्णायक भूमिका निभाते हैं इस बार फिर केंद्र के साथ खड़े हैं। अगर विपक्ष इनको अपने साथ खींच ले तो भाजपा को जीत आसानी से नहीं मिलेगी।

नैतिक दबाव तले दबा एनडीए

संसद की मौजूदा स्थिति में संख्याबल एनडीए के पक्ष में है। बीजेपी और उसके सहयोगियों के पास पर्याप्त वोट हैं कि वे आसानी से उपराष्ट्रपति चुनवा सकते हैं। लेकिन राजनीति में गणित ही सबकुछ नहीं होता संदेश और प्रतीक भी मायने रखते हैं।इण्डिया गठबंधन ने बी. सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारकर भाजपा पर सीधा नैतिक दबाव बना दिया है। वहीं तेजी से बदलती स्थितियों के मददेनजर यह तय नहीं है कि बीजेपी को सीधा वाकओवर मिल जाए और वह बिना लड़े ही चुनाव जीत जाए।

एसआईआर पर विपक्ष का हंगामा जारी

लोकसभा की कार्यवाही फिर बाधित दोनों सदन स्थगित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र में मंगलवार को भी लोकसभा में विपक्ष की तरफ से जोरदार हंगामा किया जा रहा हैं। विपक्ष बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर प्रदर्शन कर रहा है। लोकसभा और राज्यसभा में इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा जारी है।
लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होने के बाद प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष के हंगामे के कारण स्थगित हुई थी। दोपहर 12 बजे कार्यवाही शुरू होने के साथ ही एक बार फिर से विपक्ष की तरफ से जोरदार हंगामा किया गया। बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।

वोट चोरी संविधान की हत्या है : खरगे

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ये हमारी पार्टी का स्टैंड है कि जो भी वोट चोरी हो रही है, वोट में बदलाव कर रहे हैं और वोटों की हेराफेरी हो रही है इसके खिलाफ हम पूरे देश में माहौल बनाना चाहते हैं कि लोगों के साथ अन्याय हो रहा है। अगर ऐसे चोरी करके गद्दी पर बैठेंगे तो लोकतंत्र के लिए हितकारी नहीं है। ये संविधान की हत्या है।

राहुल गांधी ने मुस्कान से जीता सबका दिल

बीजेपी समर्थकों ने लगाए राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे, नेता प्रतिपक्ष ने दिया फ्लाइंग किस

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार में वोटर अधिकार यात्रा चल रही है, जिसमें वो रोजाना अलग-अलग जिलों में जाकर लोगों से मिल रहे हैं। इसी कड़ी में नवादा पहुंचे राहुल गांधी ने एक बार फिर अपने अनोखे अंदाज से सबका ध्यान खींच लिया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थकों ने वोटर अधिकार यात्रा के दौरान जब राहुल गांधी मुर्दाबाद के नारे लगाए तो राहुल ने ना केवल अपनी गाड़ी रुकवाई, बल्कि बीजेपी समर्थकों की ओर मुस्कुराते हुए उन्हें फ्लाइंग किस देकर सबको चौंका दिया। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चल रही राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा तीसरे दिन तय समय से देरी से शुरू हुई। राहुल गांधी ने सोमवार को औरंगाबाद का दौरा किया था। वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी के साथ तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के कई नेता मौजूद हैं।

राहुल गांधी के दिलचस्प अंदाज से भाजपा कार्यकर्ताओं का जोश ठंडा

राहुल गांधी के इस अनपेक्षित प्यार भरे जवाब ने नारे लगाने वाले बीजेपी समर्थकों को भी शांत कर दिया और उनके चेहरों पर मुस्कान बिखर गई. कांग्रेस नेता की इस दिलचस्प प्रतिक्रिया ने न केवल माहौल को हल्का किया, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के जोश को भी ठंडा कर दिया।

सियासी गलियारों में एक नई चर्चा छिड़ी

राहुल गांधी की इस खास तस्वीर ने सियासी गलियारों में एक नई चर्चा छेड़ दी है, जहां राहुल की इस अनोखी शैली को लेकर आमजन भी तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. क्या यह राहुल गांधी का नया सियासी दांव है, या फिर उनकी सहजता का एक और उदाहरण? यह तस्वीर निश्चित रूप से बिहार की सियासत में एक यादगार लम्हा बन गई है।

Related Articles

Back to top button