बीजेपी का बी प्लान, बिन नीतीश एकला चलो, आगे बढ़ो!

- बिहार में बहार के लिए करोड़ों की योजनाएं
- पीएम मोदी के बिहार दौरे पर विपक्ष ने उठाए सवाल
- दौरे का अर्धशतक पूरा, पीएम बनने के बाद 50वां दौरा
- किसी भी कीमत पर बीजेपी की बिहार में सरकार बनाना चाहते हैं पीएम मोदी
- शक्ति सिंह बोले- पीएम मोदी का रोड शो सिर्फ प्रचार के लिए
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। इस वर्ष के अंत में होने जा रहे बिहार विधानचुनाव से पहले पीएम मोदी का बिहार यात्रा का यह 50वां दौरा पूरा हुआ। दो दिन के लिए बिहार पहुंचे पीएम मोदी ने बड़ी ही चतुराई के साथ सीएम नीतीश कुमार को बैक सीट पर ढकेल दिया और सीएम चेहरे के तौर पर बीजेपी के चेहरे का आगे कर दिया। पीएम मोदी के आज के रोड शो में भले ही सनरूफ में खड़े होकर सीएम नीतिश कुमार मुस्कुराकर लोगों का अभिवादन स्वीकर कर रहे हों लेकिन अंदर की बात यह है कि बीजेपी के सांसद/विधायक/एमएलसी और दूसरे कार्यकर्ताओं के साथ मैराथन बैठक में पीएम मोदी ने नीतिश कुमार का नाम तक नहीं लिया और न ही गठबधंन पर बात की।
यात्रा के पहले दिन पीएम मोदी ने रोड शो के बाद प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में उन्होंने दो बिंदुओं पर बात की। प्रधानमंत्री मोदी की इस बैठक को चुनाव के मद्देनजर काफी अहम माना जा रहा है। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बताया कि बैठक में सांसद, विधायक, विधान पार्षद और प्रदेश के पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान दो बातों को मुख्य रूप से रखा। उन्होंने कहा कि जो भी विकास योजनाएं हैं, वे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे इसकी चिंता जनप्रतिनिधि करें। इसके अलावा संगठन को मजबूती प्रदान करने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा का एनडीए का जो गठबंधन है वह और मजबूत बने और धारदार बने। इसके लिए भी उन्होंने टिप्स भी दिए। सूत्रों के मुताबिक पूरी बैठक में एक बार भी पीएम मोदी ने सीएम नीतिश कुमार का नाम नहीं लिया। उनका पूरा जोर सरकारी योजनाओं की निगरानी और उसे जनता तक पहुंचाने पर रहा।
मोदी ने खोला राज्य के विकास के लिए खजाना
पीएम मोदी ने बिहार के रोहतास जिले के बिक्रमगंज में रोडशो किया। रोड शो में वह खुली गाड़ी से पहुंचे और उनके साथ सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी मौजूद रहे। यहां उन्होंने 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन/ शिलान्यास और लोकार्पण किया। पीएम मोदी खुली गाड़ी पर सवार होकर लोगों के बीच से गुजरते हुए मंच तक पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र में बिजली के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देते हुए औरंगाबाद जिले में 29,930 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली नबीनगर सुपर थर्मल पावर परियोजना, चरण-2 (3गुणा800 मेगावाट) की आधारशिला रखी। इस योजना का उद्देश्य बिहार और पूर्वी भारत के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है। यही नहीं पीएम मोदी ने क्षेत्र में सड़क अवसंरचना और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए एनएच-119ए के पटना-आरा-सासाराम खंड को चार लेन का बनाने, वाराणसी-रांची-कोलकाता राजमार्ग (एनएच-319बी) और रामनगर-कच्ची दरगाह खंड (एनएच-119डी) को छह लेन का बनाने और बक्सर और भरौली के बीच एक नए गंगा पुल के निर्माण सहित विभिन्न सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने करीब 5,520 करोड़ रुपये लागत वाले एनएच-22 के पटना-गया-डोभी खंड के चार लेन के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। इसके अलावा एनएच-27 पर गोपालगंज शहर में एलिवेटेड हाईवे के चार लेन के निर्माण और ग्रेड सुधार का भी उद्घाटन किया। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने देश भर में रेल अवसंरचना में सुधार लाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप अन्य परियोजनाओं के अलावा 1,330 करोड़ रुपये की लागत वाली सोन नगर-मोहम्मदगंज के बीच तीसरी रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित की।
राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी को चिटठी लिखी है। उन्होंने चिटठी में जम्मू कश्मीर के पुंछ और पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित अन्य सभी इलाकों के लिए ठोस राहत एवं पुनर्वास पैकेज घोषित किये जाने की मांग की है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि मैं भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित पुंछ और अन्य सभी इलाकों के लिए एक ठोस और उदारता से भरा राहत और पुनर्वास पैकेज प्रदान किया जाए।
पीएम का दौरा राजनीतिक दिखावा: शक्ति सिंह यादव
राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इस दौरे को केवल राजनीतिक दिखावा करार दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री के इस दौरे को बिहार के लिए निरर्थक बताया और कहा कि यह प्रचार के लिए ठीक है प्रधानमंत्री के चाहने वालों के लिए भी ठीक है लेकिन बिहार के हित में नहीं है। शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार से जितने वादे किए थे आज तक एक भी पूरा नहीं हुआ। एक दिन और रुकेंगे रात में लिट्टी-चोखा खा लेंगे और कह देंगे कि 365 दिन बिहारी व्यंजन का आइटम मेरे खाने में रहता है। पर क्या बिहार को इससे कुछ मिलेगा? उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार के बंटवारे के बाद 1.89 लाख करोड़ रुपए का पैकेज तय किया गया था जो कि आज तक पूरा नहीं हुआ। पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग भी अधूरी है जबकि इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद गिड़गिड़ा रहे थे।




