नेशनल हेराल्ड मामला और राहुल गांधी के विदेश बयान पर गरमाई सियासत, बीजेपी का तीखा हमला

बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी के बयान का कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि “राहुल गांधी को अब देश का अपमान करने की आदत हो गई है।”

4पीएम न्यूज नेटवर्कः देश की सियासत इन दिनों नेशनल हेराल्ड मामले और राहुल गांधी के विदेश में दिए गए बयान को लेकर बेहद गरमा गई है। एक ओर जहां कांग्रेस पार्टी अपने नेता का बचाव कर रही है, वहीं सत्ता पक्ष, खासकर भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा और एनडीए के नेता राहुल गांधी पर हमलावर गहो गए है। बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी के बयान का कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि “राहुल गांधी को अब देश का अपमान करने की आदत हो गई है।”

नेशनल हेराल्ड केस पहले से ही कांग्रेस के लिए सिरदर्द बना हुआ है, और अब राहुल गांधी द्वारा विदेश में दिए गए बयानों ने विपक्षी हमलों को तेज कर दिया है। भाजपा का आरोप है कि राहुल गांधी बार-बार विदेश जाकर भारत की छवि को धूमिल करते हैं,
जो राष्ट्रहित के खिलाफ है।

कांग्रेस पार्टी ने हालांकि इस मामले को लेकर सफाई दी है और कहा है कि राहुल गांधी ने जो भी कहा,वह लोकतंत्र, संस्छाओं की स्वतंत्रता और संविधान की रक्षा की बात थी। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी इसे “भारत विरोधी मानसिकता” बता रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि लोकसभा चुनाव से पहले इस तरह के बयान और उन पर होने वाली प्रतिक्रिया सियासी माहौल को गर्म रखेंगे और इसका असर चुनावी रणनीतियों पर भी पड़ेगा। अब देखना यह है कि राहुल गांधी इन आरोपों का क्या जवाब देते हैं और कांग्रेस पार्टी
इस राजनीतिक घमासान से कैसे निपटती है।

जेडीयू के वरिष्ठ नेता ने नेशनल हेराल्ड पर क्या कहा?

इस बीच जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड मामले पर विरोध करने और राहुल गांधी के बयान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को सरकार के किसी भी फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन एजेंसी के काम में बाधा नहीं डालनी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी चुनाव आयोग के खिलाफ जो बाहर जाकर बोल रहे है, बेहतर होता वो यहीं उसका विरोध करते, प्रदर्शन करते, सुप्रीम कोर्ट जाते. बाहर जाकर बोलने से देश की छवि खराब होती है.

आपको बता दें,कि एक  बयान में नेता केसी. त्यागी ने कहा, “कांग्रेस पार्टी को सरकार के किसी भी फैसले के खिलाफ जलसा प्रदर्शन करने का अधिकार है. जांच एजेंसी अपना काम कर रही है उनको स्वतंत्र तरीके से काम करने में बाधा नहीं डालनी चाहिए.”

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