नेता प्रतिपक्ष के रायबरेली दौरे से भाजपा बौखलाई

अपने नेता को मिलकर गदगद हुए कार्यकर्ता, अपने संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे पर राहुल गांधी, सुबह लखनऊ एयरपोर्ट पर स्वागत

स्वागत के लिए सडक़ों के किनारे तैयार कांग्रेस कार्यकर्ता

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। रायबरेली दो दिवसीय रायबरेली दौरे के तहत लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बुधवार सुबह लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे जहां पर उनका स्वागत किया गया। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना राहुल गांधी को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से राहुल गांधी रायबरेली के लिए निकल गए।
जिले की सीमा पर पडऩे वाले चुरुवा मंदिर पर नहीं रुका। उनका काफिला हरचंदपुर की तरफ बढ़ गया। बछरावां में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ सांसद राहुल गांधी के स्वागत में सडक़ किनारे खड़े हुए हैं।

हरियाणा चुनाव में गड़बड़ी के पक्के सबूत : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायबरेली की हरचंदपुर विधानसभा सीट पर बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पहले हमें लगता था कि चुनाव परिणाम में दाल में कुछ काला है पर महाराष्ट्रऔर हरियाणा के विधानसभा चुनाव परिणाम देखने के बाद हमें वोट चोरी के ब्लैक एंड वाइट सबूत मिले। उन्होंने कहा कि चुनाव चोरी किए जा रहे हैं। जनता से उनका हक छीना जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता बब्बर शेर हैं। हम सब संविधान बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।

राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए: दिनेश प्रताप सिंह

इस विरोध प्रदर्शन में योगी सरकार में मंत्री और सदस्य विधान परिषद दिनेश प्रताप सिंह भी शामिल थे। विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में पीएम मोदी की मां को गाली दी। राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए और पीएम मोदी की मां को गाली देने वाले कार्यकर्ताओं की निंदा करनी चाहिए और उन्हें निष्कासित करना चाहिए। दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में पीएम मोदी की मां को गाली दी। यह किसी के लिए लज्जित करने वाला विषय है। राहुल गांधी को इस पर माफी मांगनी चाहिए। गाली देने वाले कार्यकर्ताओं की निंदा करते हुए उन्हें निष्कासित करना चाहिए. अगर वह खुद ही कह देते हैं जो हुआ मैं उसके लज्जित हूं, तो शायद ठीक था। लेकिन मुझे लगता है कि राहुल खुद ही यह चाहते हैं।

राहुल गांधी के विरोध में लगे नारे

इस दौरान भारतीय जनता पार्टी ने उनका विरोध किया। वह जिस रास्ते से अपने तय कार्यक्रम के लिए जा रहे थे, उसी हाईवे पर बीजेपी के नेता और कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया। बीजेपी नेताओं की मांग थी कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कहे गए अपशब्द हेतु मांफी मांगें।

कांग्रेस ने राधाकृ ष्णन को दी बधाई

प्रथम उपराष्ट्रपति की तरह निष्पक्षता दिखाएं : जयराम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सीपी राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति चुने जाने पर कांग्रेस ने उन्हें बधाई देते हुए निष्पक्षता और तटस्थता बनाए रखने का आग्रह किया, प्रथम उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के 1952 के निष्पक्षता संबंधी शब्दों का हवाला दिया। कांग्रेस ने चुनावी नतीजों को भाजपा की नैतिक और राजनीतिक हार बताया, जबकि सीपी राधाकृ ष्णन ने अपनी जीत को राष्ट्रवादी विचारधारा की विजय और 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का जनादेश कहा।
यह चुनाव परिणाम संसद में सत्ता पक्ष की मजबूत स्थिति और विपक्षी एकता के समक्ष मौजूद चुनौतियों को रेखांकित करता है। सीपी राधाकृ ष्णन के भारत के नए उपराष्ट्रपति चुने जाने के एक दिन बाद, कांग्रेस ने बुधवार को उन्हें बधाई दी और उनसे निष्पक्षता के मूल्यों को बनाए रखने का आग्रह किया। कांग्रेस पार्टी ने भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा 1952 में राज्यसभा में दिए गए शब्दों का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी दल से संबंधित नहीं हूँ, और इसका अर्थ है कि मैं इस सदन में प्रत्येक दल से संबंधित हूँ। मेरा प्रयास संसदीय लोकतंत्र की परंपराओं, सर्वोच्च परंपराओं को बनाए रखना और प्रत्येक दल के प्रति निष्पक्षता और निष्पक्षता के साथ कार्य करना होगा, किसी के प्रति दुर्भावना नहीं रखूँगा और सभी के प्रति सद्भावना रखूँगा।

नतीजे को भाजपा की नैतिक और राजनीतिक हार

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, डॉ. राधाकृष्णन ने जो उपदेश दिया, उसका अक्षरश: और भाव से पालन किया। एनडीए उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति चुनाव में 452 मतों से जीत हासिल की और विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी को हराया, जिन्हें 300 मत मिले। इन आंकड़ों के बावजूद, कांग्रेस ने इस नतीजे को भाजपा की नैतिक और राजनीतिक हार बताया। पार्टी ने विपक्ष की एकता और प्रदर्शन की सराहना की और इस बात पर ज़ोर दिया कि सुदर्शन रेड्डी को 40 प्रतिशत वोट मिले, जो 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के 26 प्रतिशत वोटों से काफ़ी बेहतर है। वहीं, सीपी राधाकृष्णन ने अपनी जीत को एक सशक्त वैचारिक बयान के रूप में प्रस्तुत करने में जरा भी देर नहीं लगाई। मीडिया को दिए अपने पहले संबोधन में, नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति ने ज़ोर देकर कहा कि यह चुनाव विचारधाराओं की लड़ाई थी और मतदान के रुझान से पता चलता है कि राष्ट्रवादी विचारधारा कुल मिलाकर विजयी हुई है।

नेपाल हिंसा में साजिश भारत सतर्क रहे: तिवारी

 4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नेपाल में हिए हिंसक प्रदर्शन पर कांग्रेस का बयान सामने आया है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने नेपाल में हुई हिंसा पर दुख प्रकट करते हुए इसमें साजिश की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि नेपाल में जो पिछले कु छ दिनों हुआ, वो महज संयोग नहीं है, नेपाल से पहले बांग्लादेश में भी ऐसा ही हुआ थ।
क्या नेपाल में हुए हिंसक प्रदर्शन किसी साजिश का हिस्सा हैं, इसकी जांच होनी बेहद जरूरी है। दक्षिण एशियाई देशों को सतर्क रहने की जरूरत है। मनीष तिवारी ने बांग्लादेश में हुई हिंसा को याद करते हुए कहा, साल 2024 जुलाई में जो बांग्लादेश में हुआ था, जिससे शेख हसीना की सरकार गिरी थी 2025 अगस्त में जो नेपाल में हुआ, जिससे केपी शर्मा ओली की सरकार गिरी है। आज भी नेपाल में परिस्थितियां संवेदनशील हैं, ये कोई अचानक हुई घटना नहीं है। इसकी गहराई में जाने की बहुत जरूरत है। कांग्रेस सांसद ने सवाल उठाया कि क्या ये सही मायनम में जमीनी आंदोलन है? या फिर इस आंदोलन में ऐसी शक्तियों का दखल है, जो दक्षिण एशिया में अस्थिरता फैलाना चाहती हैं।

ऐसे में दक्षिण एशियाई देशों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है, अगर इसकी गहराई में जाएंगे, तो बहुत कुछ स्थिति साफ हो सकती है।

नेपाल सेना के हवाले, फिर भी हिंसा जारी

सुप्रीम कोर्ट व संसद में खाक हुईं हजारों फाइलें, 27 उपद्रवी गिरफ्तार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
काठमांडू। सिंह दरबार यानी पीएम ऑफिस। 1700 कमरों वाले इस पैलेस में पीएम और तमाम मंत्रालयों के दफ्तर थे। यहीं से सरकार चलती थी। प्रदर्शनकारियों ने इसे आग के हवाले कर दिया। नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी आंदोलन का आज तीसरा दिन है।
हिंसक प्रदर्शन रोकने के लिए सेना ने मंगलवार रात 10 बजे से पूरे देश का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया है। इसके बाद भी कई इलाकों में हिंसा जारी है। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार शाम को सुप्रीम कोर्ट में आग लगा दी थी, जिसके चलते 25 हजार से ज्यादा केस फाइलें राख में बदल गईं। वहीं, आज सेना ने 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। सेना का कहना है कि ये लोग स्थिति का गलत फायदा उठाकर तोडफ़ोड़, अराजकता, लूटपाट, आगजनी और जान-माल को नुकसान पहुंचाने की साजिश कर रहे थे। पुलिस ने इनके पास से 33.7 लाख रुपए नकद भी बरामद किए हैं।इसके अलावा 23 बंदूकें, मैगजीन और गोलियों सहित 31 अलग-अलग तरह के हथियार भी जब्त किए गए हैं। केपी शर्मा ओली पीएम पद से इस्तीफा देकर काठमांडू छोड़ चुके है। यहां हिंसक प्रदर्शन में अब तक 22 लोगों की मौत हुई, जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हैं। प्रधानमंत्री ओली के घर में मंगलवार को आग लगा दी। इसके बाद धुएं का गुबार उठता नजर आया।प्रधानमंत्री ओली के घर में मंगलवार को आग लगा दी। इसके बाद धुएं का गुबार उठता नजर आया। राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के निवास (शीतल भवन) में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को आग लगा दी। राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के निवास (शीतल भवन) में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को आग लगा दी।

आर्मी पीएम ओली को सुरक्षित जगह ले गई

सुरक्षा बलों ने पीएम ओली को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया। उन्हें कहां ले जाया गया है, इसकी जानकारी नहीं है सुरक्षा बलों ने पीएम ओली को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया। उन्हें कहां ले जाया गया है, इसकी जानकारी नहीं है।

…ये बाबू तो साहब से भी ताकतवर!

स्थानांतरण नीति इस पर बेअसर, जुगाड़ तंत्र से पहुंचा फिर शुरू किया खेला, कु छ ही समय में दोबारा लेखा विभाग में मिला काम

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नगर निगम लेखा विभाग एक बार फिर सवालों के घेरे में है। बाबू किशुन वर्मा, जो कुछ समय पहले मुख्यालय में सम्बद्ध किए गए थे, अब जुगाड़ के सहारे दोबारा लेखा विभाग में पहुँच गए हैं। आरोप है कि विभाग में पहुंचते ही उन्होंने फाइलों का वही पुराना खेल फिर से शुरू कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, किशुन वर्मा को ऐसे काम सौंपे गए जिन पर रोक थी। बावजूद इसके बजट, लायन इनवायरो जैसी फाइलें सीधे उनके हाथों में सौंप दी गईं। चर्चाओं का बाजार गर्म है कि आखिर एक ऐसे बाबू को, जिस पर संदेह पहले से रहा है, कैसे विभाग की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दे दी गईं।

निष्पक्षता पर भी सवाल उठे

अब नगर निगम प्रशासन की निष्पक्षता पर भी सवाल उठ रहे हैं। की है कि मामले की उच्चस्तरीय जांच हो, ताकि निगम की कार्यप्रणाली पर लगे दाग साफ हो सकें।

लेखा विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ ही दशकों से जमे पुराने बाबू

नगर निगम के अंदरूनी हलकों में चर्चा है कि लेखा विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ ही दशकों से जमे पुराने बाबू हैं। फाइलें अटकाना, पास कराना और कमीशन का खेल इन्हीं के इर्द-गिर्द घूमता है। यही वजह है कि स्थानांतरण नीति यहाँ कागजों तक सिमट कर रह गई है।

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