कोरोना काल में हमारी सरकार ने बेहतर काम किया : बृजेश पाठक
- कोविड-19 से यूपी में कितने लोगों की हुई मौत, बृजेश पाठक ने बताया आंकड़ा, सपा ने बताया झूठ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा सत्र के दौरान सवाल जवाब का दौर चालू है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने एक सवाल के जवाब में बताया कि कोरोना से 23 हजार 512 लोगों की मौत हुई है। तभी सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने यूपी सरकार के इस आंकड़े को झूठा बताया है। सपा के मुताबिक 18 लाख से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना के दौरान हुई है। बृजेश पाठक ने कहा कोरोना काल में हमारी सरकार ने बेहतर काम किया। हर गरीब को राशन पहुंचाया। इलाज की पूरी सुविधा दी। पाठक बोले, विपक्ष में खासकर सपा ने केवल जनता को गुमराह करने का प्रयास किया। डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि जो आंकड़े दर्ज है उसके मुताबिक, 23 हजार 512 लोगों की मौत हुई है। कोविड मैनेजमेंट के लिये हमारी सरकार ने एक पोर्टल बनाया था, उस पोर्टल पर जैसे ही किसी व्यक्ति के कोरोना महामारी की सूचना मिलती थी हम उसको दर्ज कर पहले उसकी कोरोना की जांच कराते थे। निगेटिव या पॉजिटिव आने के बाद ही हम उसे सुविधाएं उपलब्ध कराते थे। सारे आंकड़े हमारे पोर्टल पर दर्ज होते थे।
कुछ लोगों ने आशंका जाहिर की, कि कोरोना से निगेटिव होने के बाद एक महीने के अंदर लोगों की डेथ हो रही है। इस पर सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश दिया कि ऐसे सभी लोगो का (जो कोरोना महामारी से निगेटिव हो गए लेकिन 30 दिन के अंदर डेथ हुई है) आंकड़ा एकत्र किया जाए। कोर्ट के आदेश पर सरकार की ओर से लोगों से अनुरोध किया गया कि हमे इससे जुड़ी दरख्वास्त दें। उन्होंने बताया कि इस संबंध में 41 हजार 871 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए। उसमें से 39,267 लोगों को 50 हजार की अनुदान राशि दी गई। वहीं 1774 मामले कैंसिल कर दिए गए। तो वहीं 830 प्रार्थना पत्र अभी प्रक्रिया धीन है। डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रत्येक जिले के जिलाधिकारी और एडीएम-सीएमओ की कमेटी बनाकर उन सभी प्रार्थना पत्रों पर गुणदोष के आधार परीक्षण कराने के बाद निर्णय लिया गया है।
सरकार के आंकड़े को सपा ने झूठा बताया
समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने सदन में कोरोना को लेकर मुद्दा उठाया था उन्होंने सरकार पर कोरोना से हुई मौतें के आंकड़ों को छुपाए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा दो साल में कोरोना से जो मौतें हुई है उसका आंकड़ा छुपाया गया है। उन्होंने बताया कि 18 लाख 17 हजार के करीब लोगों की कोरोना से मौत हुई है। उन्होंने पूछा कि लॉकडाउन लगाने से पहले प्रवासी मजदूरों को आने का मौका क्यों नहीं दिया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से उनको लाने की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई। उन्होंने बताया कि कोरोना की वजह से सरकार के मंत्री, विधायक और किसानों के मसीहा चौधरी अजित सिंह की मौत हो गई थी।
बरेली में सड़क हादसा : एंबुलेंस और कैंटर की टक्कर में मरीज समेत सात की मौत
- हादसे पर सीएम योगी ने जताया दुख- मरने वाले सभी लोग पीलीभीत के हैं
लखनऊ। बरेली जिले में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली में सड़क दुर्घटना में हुई जनहानि पर गहरा शोक प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
बरेली जिले के फतेहगंज थाना इलाके में नेशनल हाइवे के शंखा पुल के पास एंबुलेंस और कैंटर गाड़ी में जोरदार टक्कर हुई थी। आज सुबह जब दिल्ली के निजी अस्पताल से मरीज लेकर पीलीभीत जा रही एंबुलेंस डिवाइडर पर चढ़कर कैंटर (मिनी ट्रक) में घुस गई। हादसे में मरने वाले सभी लोग पीलीभीत के रहने वाले हैं। डॉक्टर ने सभी सात लोगों को मृत घोषित कर दिया है। शवों की शिनाख्त हो गई है। एंबुलेंस का ड्राइवर भोजीपुरा थाना इलाके के रामपुरा गांव निवासी मेहंदी हसन है। बताते है कि सुबह में ड्राइवर को अचानक नींद की झपकी आ गई। इसके चलते एंबुलेंस डिवाइडर पर चढ़कर कैंटर में घुस गई। इससे हादसा हो गया।
मृतकों में खुर्शीद (50), उसकी पत्नी समीरन (45), बेटा आरिफ (19), बहन सगीर बानो (53), भतीजा मोहम्मद जफर (20), समीरन की बहन नसरीन (23) और भोजीपुरा निवासी चालक मेहंदी खान (32) शामिल हैं। सभी मृतक थाना विलसंडा के गांव पहाड़ गंज के हैं। बताया जा रहा है कि खुर्शीद की पत्नी समीरन बेगम का बरेली में किसी निजी अस्पताल में पित की थैली का ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन बिगड़ने से डॉक्टर ने कैंसर बताकर इन्हें एम्स में भेज दिया। 30 मई को यह एंबुलेंस से दिल्ली एम्स गए थे। एम्स में उन्हें भर्ती करना था। अस्पताल से फोन भी आया था। लेकिन हालात इतनी बिगड़ चुकी थी की उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया था और घर ले जाने को कह दिया। इससे दुखी होकर घर लौट रहे थे। मंगलवार सुबह करीब सात बजे हादसे का शिकार हो गए। पुलिस के मुताबिक घटना की जानकारी पुलिस को शकील खां पुत्र मजीद खां निवासी पहाड़गंज जिला पीलीभीत द्वारा दी गई थी। इसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची थी। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। घटना स्थल पर एडीजी और एसएसपी पहुंच गए हैं।