BRS ने लिखा EC को पत्र, उठाई पार्टी के ‘कार’ चिन्ह जैसे प्रतीकों को हटाने की मांग

बीआरएस पार्टी के नेता बोइनिपल्ली विनोद कुमार और सोमा भारत कुमार ने मंगलवार को राज्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की. उन्होंने चुनाव आयुक्त से फ्री चुनाव चिन्ह की लिस्ट से कुछ उनकी पार्टी से मिलते-जुलते चुनाव चिन्ह को हटाने की मांग की. उन्होंने यह मांग इसीलिए की क्योंकि वो बीआरएस पार्टी के चुनाव चिह्न ‘कार’ के जैसे देखते हैं.
नेताओं ने साल 2023 के विधानसभा चुनावों में कार जैसे प्रतीकों, जैसे “चपाती रोलर”, “कैमरा” और “जहाज” से बीआरएस को होने वाले नुकसान के बारे में चुनाव आयुक्त को बताया. राज्य चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में बीआरएस ने कहा, हम, बीआरएस, तेलंगाना में एक मान्यता प्राप्त राज्य राजनीतिक दल, चुनावों के दौरान एक जैसे चुनाव चिन्ह के दुरुपयोग के संबंध में यह रिप्रेजेंटेशन पेश करते हैं.
BRS ने चुनाव चिन्ह को लेकर क्या कहा?
हमारी पार्टी का चुनाव चिन्ह कार है. पिछले 20 सालों से हमारा यह चुनाव चिन्ह है. 2 जून, 2014 को तेलंगाना के गठन के बाद से तेलंगाना राज्य में दो बार सरकार बना चुकी है. समय के साथ, हमारी पार्टी ने वोटर्स से किए गए वादों को पूरा करके लोगों का विश्वास जीता है.
पार्टी ने बदला था नाम
इसी के साथ पत्र में पार्टी के नाम बदले जाने के बाद चुनाव आयोग के रिकॉर्ड में भी इसका नाम बदला जाए यह भी कहा गया. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पार्टी शुरू में भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) के साथ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के रूप में रजिस्टर की गई पार्टी थी.
हालांकि, चूंकि तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी की जनरल बॉडी ने इसका नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) करने का निर्णय लिया है, इसलिए हमने चुनाव आयोग से अपने रिकॉर्ड में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) करने की अपील की है. पत्र में यह भी कहा गया है कि पार्टी ने अपना नाम इसीलिए बदला है कि क्योंकि पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव लड़ना चाहती है.
मांग के पीछे क्या वजह बताई
बीआरएस ने अपने पत्र में कहा, बीआरएस पार्टी राज्य के वोटर्स से किए गए वादों को पूरा करने में सफल रही है और इस तरह राज्य के लोगों और वोटर्स का विश्वास जीता है. लेकिन, एक जैसे चुनाव चिन्ह होने के चलते हमारी पार्टी के विरोधियों ने इसका फायदा उठाया है.
बीआरएस ने पत्र में कहा, बताए गए तथ्यों, परिस्थितियों और तर्कों को ध्यान में रखते हुए और बीआरएस पार्टी को हुए नुकसान को देखते हुए, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि ‘कार’ के जैसे दिखने वाले प्रतीकों को तत्काल फ्री प्रतीकों की लिस्ट से हटा दिया जाए, ताकि तेलंगाना में होने वाले एमपीटीसी/जेडपीटीसी के आगामी चुनावों और देश भर में होने वाले राज्य विधानसभाओं और संसद के चुनावों में इनका इस्तेमाल न किया जा सके.



