पहले चरण का प्रचार थमा, नेताओं ने विस क्षेत्रों को मथा
पहले चरण की 122 सीटों पर कल वोटिंग, विपक्ष व सत्ता पक्ष में जमकर वार-पलटवार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में 6 नवंबर को पहले चरण की वोटिंग है। उससे पहले मंगलवार 4 नवंबर को चुनाव प्रचार थम गया। इस बीच सभी सियासी इसदिन होने वाले 122 सीटों के लिए खूब दौर किए और विधान सभा क्षेत्रों को मथा। विपक्षी महागठबंधन ने सत्ता में बैठी एनडीए पर जमकर हमला बोला। बिहार की सियासी सरजमीं पर अब अग्निपरीक्षा का वक्त आ गया है।
महीनों की बयानबाजी, वादों और आरोप-प्रत्यारोप के बीच अब जनता की बारी है, तय करने की कि सत्ता की कुर्सी किसके हिस्से आएगी। 6 नवंबर को पहले चरण में 122 सीटों पर वोटिंग होगी, जहां जनता अपने प्रतिनिधियों का चयन करेगी। पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार का शोर थम चुका है, लेकिन हवा में अब भी नारों, वादों और उम्मीदों की गूंज बाकी है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सेना को जाति और धर्म में बांटकर देखने की कोशिश कर रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। चिराग ने कहा, अगर इतनी चिंता थी तो सत्ता में रहते हुए सेना में विभाजन क्यों नहीं किया? चुनाव के वक्त ऐसे बयान देकर समाज में ध्रुवीकरण करना ठीक नहीं है। सेना को राजनीति में किसी भी रूप में नहीं लाना चाहिए।

भाजपा और एनडीए का अहंकार उन्हें बिहार में बर्बाद कर देगा : मृत्युंजय तिवारी
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अमित शाह इस तरह बात कर रहे हैं, जैसे देश में लोकतंत्र ही नहीं बचा हो। उन्हें जनता पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए का यही अहंकार उन्हें बिहार में बर्बाद कर देगा। तिवारी ने दावा किया कि एनडीए को बिहार चुनाव में 60 सीटें भी नहीं मिलेंगी, जबकि वे 160 सीटें जीतने का सपना देख रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने दी गुरु नानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती के पावन अवसर पर मैं सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। गौरा बौराम विधानसभा क्षेत्र से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के उम्मीदवार संतोष सहनी द्वारा नामांकन वापस लेने पर तेजस्वी यादव ने कहा, यह उनका अपना फैसला है। हम लोग तो एक ही परिवार जैसे हैं, कोई अलग नहीं हैं।
जन सुराज प्रत्याशी भाजपा के साथ आए
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले मुंगेर विधानसभा क्षेत्र में बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला है। जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी संजय कुमार सिंह ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। संजय कुमार सिंह ने एनडीए प्रत्याशी कुमार प्रणय की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उनके इस कदम से मुंगेर के चुनावी समीकरणों में बड़ा बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, संजय सिंह ने भाजपा प्रत्याशी कुमार प्रणय के समर्थन में सक्रिय रूप से काम करने का भी ऐलान किया है। भाजपा प्रत्याशी कुमार प्रणय ने संजय कुमार सिंह का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनके शामिल होने से भाजपा का संगठन और मजबूत होगा, और मुंगेर में एनडीए की जीत तय है। वहीं, राजनीतिक गलियारों में इस घटनाक्रम को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। मतदान से ठीक पहले हुए इस फेरबदल को भाजपा के लिए बड़ा चुनावी फायदा माना जा रहा है।
मोकामा में दिए बयान पर ललन सिंह पर केस दर्ज
मोकामा में अनंत सिंह के समर्थन में प्रचार के दौरान दिए गए एक बयान पर केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पर एफआईआर दर्ज हुई है। इस पर बुधवार (05 नवंबर, 2025) को उनकी प्रतिक्रिया सामने आई है। ललन सिंह ने टिप्पणी को लेकर दर्ज एफआईआर पर कहा कि चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है. हम सब चुनाव आयोग का सम्मान करते हैं. जिस वीडियो की बात हो रही है उसे अगर कोई पूरा सुनेगा तो पता चलेगा कि आरजेडी ने जो ट्वीट किया है वो भ्रामक है। ललन सिंह ने कहा, जिस गांव का ये वीडियो है वहां आरजेडी के एक दबंग नेता रहते हैं वो गरीबों को डरा धमका कर बूथ पर जाने नहीं देते। मैंने यही कहा है कि अगर ये नेता गरीबों को डराएं तो गांव के लोग उनको घेरकर बंद कीजिए। अगर वो मतदान के लिए जाना चाहें तो मतदान केंद्र पर मतदान कराके उन्हें फिर से घर पर रहने के लिए मजबूर कीजिए. गरीबों को धमका कर कोई वोट नहीं ले सकता। जेडीयू नेता ललन सिंह ने कहा, गरीब तो नीतीश कुमार का वोटर है. हमारा वोटर है. तो हम अपने वोटर की रक्षा नहीं करेंगे? हम अपने वोटर को उत्साहित नहीं करेंगे? हमारे वोटरों को डराइएगा-धमकाइएगा तो हम भी राजनीतिक दल हैंज् हम उत्साहित करेंगे न कि डरना नहीं है वोट करना है? ये चुनाव आयोग भी करता है।
हाईकोर्ट ने लगाई योगी सरकार को फटकार
अपहरण के मामले में अनावश्यक जांच जारी रखने के लिए उप्र सरकार पर जुर्माना लगाया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार पर एक अपहरण के मामले में अनावश्यक जांच जारी रखने के लिए 75,000 रुपये का जुर्माना लगाया है। अदालत ने कहा कि कथित पीडि़ता ने मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दिया था कि वह अपनी मर्जी से दिल्ली अपनी बेटी से मिलने गई थी, इसके बावजूद जांच को जारी रखा गया। न्यायमूर्ति अब्दुल मोइन और न्यायमूर्ति बबीता रानी की खंडपीठ ने यह आदेश उम्मेद उर्फ उबैद खान और अन्य की याचिका पर पारित किया।
याचिकाकर्ताओं ने बहराइच जिले के मटेरा थाना क्षेत्र में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 140 (हत्या के लिए अपहरण) के तहत प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध किया था। अदालत ने निर्देश दिया कि लगाए गए जुर्माने में से 50,000 रुपये याचिकाकर्ता उम्मेद को दिए जाएं, जिन्हें 18 सितंबर 2025 को गिरफ्तार किया गया था और तब से जेल में बंद हैं। शेष 25,000 रुपये उच्च न्यायालय की कानूनी सेवा समिति को प्रदान किए जाएंगे। अदालत के अनुसार, जांच के दौरान महिला को बरामद किया गया और 19 सितंबर 2025 को उसे भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 183 के तहत न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। उसने अपने बयान में कहा कि वह अपनी इच्छा से घर छोड़कर गई थी, क्योंकि उसका पति उसे मारता-पीटता था। उसने धर्म परिवर्तन या अपहरण से संबंधित किसी भी आरोप से इनकार किया। अदालत ने कहा कि महिला के इस स्पष्ट बयान के बावजूद पुलिस ने जांच जारी रखी और उम्मेद को जेल में रखा, जो कि अनुचित और अवैधानिक था। पीठ ने अपने आदेश में कहा कि जब महिला ने खुद दर्ज प्राथमिकी के आरोपों का समर्थन नहीं किया, तो जांच जारी रखने का कोई औचित्य नहीं था। अदालत ने टिप्पणी की कि उम्मेद को झूठी प्राथमिकी के आधार पर अनावश्यक रूप से हिरासत में रखा गया, और 13 सितंबर 2025 को दर्ज मामला रद्द कर दिया। साथ ही, अदालत ने आदेश दिया कि यदि वह किसी अन्य मामले में वांछित नहीं है, तो उसे तुरंत रिहा किया जाए।
पंजाब कांग्रेस प्रधान राजा वडि़ंग पर एफआईआर
पूर्व गृहमंत्री बूटा सिंह के बेटे ने शिकायत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़ । पंजाब पुलिस ने पूर्व गृह मंत्री बूटा सिंह के बेटे की शिकायत पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। बूटा सिंह के बेटे सरबजोत सिंह सिद्धू ने एसएसपी कपूरथला को एक शिकायत दी थी जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। इससे पहले राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने डीसी तरनतारन से वड़िंग पर की गई कार्रवाई की सात दिन में रिपोर्ट मांगी है।
आयोग ने कहा कि अगर तय समय में रिपोर्ट नहीं दी गई तो डीसी को तलब किया जाएगा। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग के आरोपों पर आयोग ने संज्ञान लिया है। रिपोर्ट में विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर और गिरफ्तारी के संबंध में विवरण मांगा गया है। इसी तरह पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने रिटर्निंग अधिकारी तरनतारन की रिपोर्ट को असंतोषजनक पाए जाने पर जिला चुनाव अधिकारी व डीसी तरनतारन को 6 नवंबर को पेश होने के आदेश दिए हैं। आयोग ने यह जानकारी भी जिला चुनाव अधिकारी से मांगी है कि आचार संहिता के अनुपालन के लिए वड़िंग को जिले की सीमा से बाहर क्यों नहीं किया गया। आयोग के चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी ने बताया कि सहायक रिटर्निंग अधिकारी व नायब तहसीलदार जसविंदर सिंह ने को आयोग को पेश रिपोर्ट संतोषजनक नहीं पाई गई जिसके चलते जिला चुनाव अधिकारी को तलब किया गया है। इससे पहले वड़िंग को भी 6 नवंबर को आयोग के समक्ष पेश होने के लिए तलब किया जा चुका है। गढ़ी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में वडि़ंग ने दिवंगत बूटा सिंह के प्रति रंग और नस्ल के आधार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
मामले को रफा दफा करने के लिए मांगी माफी : चीमा
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि मामले को रफा दफा करने के लिए वड़िंग ने माफी मांगी है। आम आदमी पार्टी का लीगल सेल इसमें एससी/एसटी एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। चीमा ने कहा कि वडि़ंग ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रधान, तीन बार विधायक और कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में सांसद हैं।
यह टिप्पणी गलती नहीं बल्कि जातिवादी अहंकार से प्रेरित अपराध है। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी कांग्रेस नेता दलितों के अपमान वाले बयान देते रहे हैं। चीमा ने मांग की कि कांग्रेस तुरंत वडि़ंग को पार्टी से निष्कासित करें नहीं तो उनकी दलित-विरोधी मानसिकता की पुष्टि होगी। कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि राजा वड़िंग द्वारा की गई रंग-आधारित टिप्पणी संविधान का उल्लंघन है। यह बयान राजा वड़िंग की अनुसूचित जातियों के प्रति सोच को दर्शाता है।
विजय की रैली में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी सीबीआई के सामने पेश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। अभिनेता-राजनीतिज्ञ विजय की रैली के दौरान हुए करूर भगदड़ हादसे की जांच ने रफ्तार पकड़ ली है। 27 सितंबर को विजय की पार्टी तमिलगा वेत्त्रि कझगम की रैली के दौरान 41 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा व्यवस्था में शामिल पुलिस अधिकारी मंगलवार को सीबीआई के सामने पेश होकर घटना से संबंधित जानकारी दी। जांच एजेंसी ने हादसे वाली जगह वेलुसामिपुरम का दौरा किया और स्थानीय अधिकारियों से बातचीत कर मौके की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई अब यह पता लगाने में जुटी है कि भीड़ नियंत्रण में कहां चूक हुई और क्या सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया था।
कालका एक्सप्रेस की चपेट में आए 6 श्रद्धालुओं की मौत
कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए जा रहे थे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मिर्जापुर। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर यूपी के मिर्जापुर में बड़ा हादसा हो गया। चुनार रेलवे स्टेशन पर बुधवार सुबह कालका एक्सप्रेस की चपेट में आकर 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। दो घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये लोग रेलवे ट्रैक करते समय ट्रेन की चपेट में आ गए। ट्रेन दुर्घटना के बाद चुनार रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मौके पर आरपीएफ और रेलवे अधिकारी मौजूद हैं। राहत और बचाव कार्य चल रहा है।
बताया जा रहा है कि गलत दिशा में उतरने के कारण यह हादसा हुआ है। पुलिस और रेलवे प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। सभी श्रद्धालु गोमो चोपन पैसेंजर से चुनार रेलवे स्टेशन पर उतरे थे। ये लोग स्टेशन से बाहर जाने के लिए प्लेटफार्म क्रॉस कर रहे थे। प्लेटफार्म क्रॉस करते वक्त हावड़ा से कालका जा रही कालका मेल की चपेट में आ गए। इस दुर्घटना के बाद चुनार रेलवे स्टेशन पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आरपीएफ ने यात्रियों से रेलवे ट्रैक पार ना करने की अपील की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
बिलासपुर ट्रेन हादसे में 11 जिंदगियां खत्म
बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी के मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (मेमू) लोकल से टकरा जाने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। इस दुखद घटना के बाद, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मृतकों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की। यह दुर्घटना मंगलवार शाम करीब 4 बजे हुई जब कोरबा जिले के गेवरा से बिलासपुर जा रही एक मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) पैसेंजर ट्रेन हावड़ा-मुंबई रूट पर गतोरा और बिलासपुर स्टेशनों के बीच एक मालगाड़ी से पीछे से टकरा गई। अधिकारियों ने बताया कि टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि एक यात्री डिब्बा मालगाड़ी के एक डिब्बे पर चढ़ गया। उन्होंने बताया कि मलबे में अभी भी दो से तीन लोगों के फंसे होने की आशंका है।
रेल हादसे के बीच आपदा मंत्री टंकाराम राज्योत्सव में राग मल्हार गा रहे थे
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम हुए एक बड़े ट्रेन हादसे के बाद ट्रेन में सवार यात्री एक ओर जहां चीख-पुकार रहे थे, तो दूसरी ओर ट्रेन हादसे के बीच छ्त्तीसगढ़ के राजस्व और आपदा प्रब्ंधन मंत्री टंकाराम वर्मा राज्योत्सव के समापन कार्यक्रम में मंच से राग मल्हार सुनाते हुए कैमरे में कैद हो गए। दरअसल, राज्योत्सव पर जांजगीर चंपा जिले में आयोजित तीन दिवसीय रजत महोत्सव के समापन समारोह में जिले में पहुंचे आपदा मंत्री ने मंच साझा किया और एक गीत सुनाया। दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। उल्लेखनीय है बिलासपुर ट्रेन हादसे से एक ओर ओर जहां पूरा देश शोक मे ंडूबा था, तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के आपदा मंत्री मोर्चा संभालने के बजाय मंच पर गीत गुनगुनाते नजर आए. मंत्री का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो पूरे इलाके में अब चर्चा का विषय बन गया है।



