फरक्का बैराज के लिए केंद्र ने नहीं दिए सात सौ करोड़: ममता बैनर्जी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधते हुए नदी कटाव के बावत मदद नहीं देने का आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जितना चिंता राजनीति, दंगा लगाने, उकसाने और विद्वेष फैलाने की है। यदि उनकी चिंता प्रकृति के बारे में होती तो यह बंगाल और सुंदर होता है। एजेंसी के नाम पर लोगों को डराती है।मैं कहूंगी कि राम का नाम बदनाम नहीं करो। फरक्का बैराज का 700 करोड़ अभी तक नहीं दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही हैं। नदी में जलस्तर बढ़ गया है। फरक्का बैराज का मुद्दा काफी पुराना है। हमने बार-बार केंद्र सरकार से बात की है। फरक्का बैराज के अधिकारियों से बात की। हमारा नहीं फिर भी, हमने कई बार बात की, किन उन्होंने हमारी मदद नहीं की।
उन्होंने कहा किजब भारत-फरक्का बांग्लादेश जल संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे, तब राज्य को 700 करोड़ रुपये मिलने थे, स्थानीय लोगों के विकास के लिए आज तक एक पैसा भी नहीं दिया गया है। बीजेपी की सरकार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कहेंगे कि गैस देंगे, ये देंगे-वो देंगे, लेकिन कुछ नहीं देंगे। शमशेरगंज के लिए कल 50 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया था। स्थिति बहुत गंभीर है। हमने 100 रुपए देने का निर्णय किया है।
ममता बनर्जी ने अधीर रंजन चौधरी पर हमला बोलते हुए कहा कि मुर्शिदाबाद ने महान नेताओं को जन्म दिया, लेकिन उन्होंने आपके लिए कुछ नहीं किया। आप सिर्फ वंचित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई तकनीक का प्रयोग कर कटाव को रोका जाएगा। नदी के किनारे वेटिवर घास, समुद्र के किनारे मैंग्रोव के पेड़ लगाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मालदह-मुर्शिदाबाद जिले में इस कटाव को रोकने के लिए दीघा को ‘मॉडल’ बनाया जाएगा, क्योंकि, दीघा का किनारा आसानी से नहीं धंसता है। नई तकनीक पर काम किया। उन्होंने कहा इतना ही नहीं, गंगा के कटाव के प्रभाव से मालदह और मुर्शिदाबाद के लाखों लोगों को बचाने के लिए भी दीर्घकालीन योजना बनाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि घास और मैंग्रोव के अलावा गंगा के किनारे से पांच किलोमीटर के दायरे में कोई नया घर नहीं बनाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘गंगा का कटाव अब एक गंभीर मामला बन गया है। यह केंद्रीय विषय है। मालदह की तरह समशेरगंज के भी हालात खराब हैं। धुलियान में भी यही स्थिति है।
उन्होंने कहा कि केंद्र ने सात साल तक पैसा नहीं दिया। फरक्का जल वितरण अनुबंध से 700 करोड़ मिलेंगे। केंद्र ने वह पैसा भी नहीं दिया।केंद्र सरकार का नाम केवल सीबीआई और ईडी के नाम पर लोगों को डराना है। यदि सीबीआई कहती है कि कुछ नहीं मिला है, तो कहा जाता है कि धमाका कर दो। बदनाम कर दो। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुबह-सुबह समशेरगंज में प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। इसके बाद उन्होंने प्रशासनिक बैठक में भाग लिया और पट्टा वितरण किया। इस दिन मुख्यमंत्री ने कुल 86 लोगों को पट्टा सौंपा था।
उन्होंने कहा, गुरुवार को ही मालदह-मुर्शिदाबाद में प्रशासनिक समीक्षा बैठक हुई। आज मैं अपनी आंखों से समशेरगंज देखने आयी हूं। मैं कई बार लालगोला, भागबंगोला, धूलियां, सुती जा चुकी हूं। इस दिन मुख्यमंत्री ने एक बार फिर फरक्का के मुद्दे पर केंद्र के खिलाफ सुर तेज कर दिया।

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