एक देश, एक चुनाव पर केंद्र ने बनाई समिति, रामनाथ कोविंद तैयार करेंगे रिपोर्ट
पूर्व राष्ट्रपति को अध्यक्ष बनाने पर गरमाई सियासत
मोदी सरकार पर भडक़ा विपक्ष, बोला- पूर्व राष्ट्रपति कैसे हो सकते हैं किसी समिति के अध्यक्ष
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सभी को चौंकाते हुए 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। संसद के विशेष सत्री की जानकारी संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार (31 अगस्त) को एक्स पर दी। इस सत्र में कुल 5 बैठकें होंगी। संसद के विशेष सत्र को लेकर अब तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। वहीं सभी राजनीतिक दलों ने इसपर प्रतिक्रिया दी है। एक देश एक चुनाव पर केंद्र सरकार ने कमेटी बना दी है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इसका अध्यक्ष बनाया गया है।
आज इसका नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। केंद्र सरकार ने 18 सितंबर से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। संभव है कि एक देश एक चुनाव पर सरकार बिल भी ला सकती है। केंद्र की बनाई कमेटी एक देश एक चुनाव के कानूनी पहलुओं पर गौर करेगी। साथ ही इसके लिए आम लोगों से भी राय लेगी। इस बीच, भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा कोविंद से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। हालांकि, इस मुलाकात की वजह सामने नहीं आई है। सरकार इस फैसले पर विपक्ष ने मोदी व भाजपा को घेर लिया है। इधर, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आखिर एक देश एक चुनाव की सरकार को अचानक जरूरत क्यों पड़ गई।
वहीं कांग्रेस नेता और छत्तीसगड़ के डिप्टी ष्टरू टीएस सिंहदेव ने कहा- व्यक्तिगत तौर पर मैं एक देश एक चुनाव का स्वागत करता हूं। यह नया नहीं, पुराना ही आइडिया है
संसदीय व्यवस्था की सारी मान्यताओं को सरकार तोड़ रही है : सपा
समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को समिति के अध्यक्ष बनाए जाने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि परंपरागत रूप से पूर्व राष्ट्रपति को किसी भी पद पर नियुक्त नहीं किया जाना चाहिए। अगर सरकार ऐसा किया है तो यह गलत है। सपा सांसद ने कहा कि वन नेशन और वन इलेक्शन पर चर्चा होनी चाहिए और फिर कोई निर्णय लिया जाना चाहिए। सांसद रामगोपाल यादव ने कहा,संसदीय व्यवस्था की सारी मान्यताओं को यह सरकार तोड़ रही है। अगर विशेष सत्र बुलाना था तो सरकार को सभी विपक्षी पार्टियों से कम से कम अनौपचारिक तौर पर बात करनी चाहिए थी। अब किसी को नहीं पता है कि एजेंडा क्या है और सत्र बुला लिया गया है।
इस सत्र में चीन के साथ सीमा मुद्दे पर चर्चा हो : ओवैसी
ऑल इंडिया मजिलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने संसद के विशेष सत्र के दौरान तीन मांगें रखी हैं। ओवैसी ने कहा कि सत्र के दौरान चीन के साथ सीमा मुद्दे पर चर्चा की अनुमति दी जानी चाहिए और जस्टिस रोहिणी आयोग की सिफारिशों को लागू करना चाहिए। हैदराबाद से लोकसभा सांसद ने कहा, हम शुरू से ही एक विशेष सत्र की मांग कर रहे थे क्योंकि चीन ने भारत की 2000 वर्ग किमी जनीम पर अतिक्रमण कर लिया है। चीन डेपसांग और डेमचोक को नहीं छोड़ रहा है, जब सरकार विशेष सत्र बुलाएगी, तो हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री चीन पर चर्चा की अनुमति देंगे। दूसरा, रोहिणी आयोग ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। इसलिए, हम मांग करते हैं कि मोदी सरकार विशेष सत्र में एक विधेयक लाए ताकि 50 फीसदी आरक्षण की सीमा टूट सके।
क्या देश में तानाशाही चल रही है : कांग्रेस
संसद के विशेष सत्र और सत्र के एजेंडे की अटकलों पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि सत्र के एजेंडे को लेकर सस्पेंस है, कौन सा बिल आएगा, कौन सा नहीं आएगा। मीडिया में चर्चा है कि एक देश, एक चुनाव के लिए कानून आ सकता है, महिला आरक्षण और यीसीसी के लिए कानून आ सकता है। अगर आप विशेष सत्र बुलाना चाहते हैं तो पहले आपको बुलाना चाहिए विपक्ष को विश्वास में लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाएं। क्या देश में तानाशाही चल रही है।
इंडिया गठबंधन की बैठकों से बीजेपी डरी : आप
आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने संसद के विशेष सत्र और सत्र के एजेंडे की अटकलों पर कहा, इससे साफ पता चलता है कि वे डरे हुए हैं। इंडिया गठबंधन की पहली दो बैठकों के बाद, उन्होंने एलपीजी की कीमतों में 200 रुपये की कटौती कर दी। अब, वे संविधान में संशोधन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन वे इसके साथ आगामी चुनाव नहीं जीत पाएंगे।
पहले कीजिए निष्पक्ष चुनाव की बात : संजय राउत
शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन ठीक है, लेकिन उससे पहले निष्पक्ष चुनाव की बात कीजिए. निष्पक्ष चुनाव हमारा नारा है। जो आज देश में नहीं हो रहा है। हम निष्पक्ष चुनाव की मांग कर रहे हैं, इसी के लिए वन नेशन वन इलेक्शन का फंडा लेकर आए हैं ये लोग। वहीं शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता अनिल देसाई ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन की कमेटी का गठन किसके द्वारा किया जा रहा है, हम कह रहे हैं कि आपका जो भी एजेंडा है, उस पर चर्चा होनी चाहिए। विपक्ष सहित सभी से भी राय लेनी चाहिए।
ये एकदम संभव नहीं : कमलनाथ
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि ये एकदम से संभव नहीं है। नीमच में कमलनाथ ने कहा कि, ये आसान काम नहीं है, ये एकदम संभव भी नहीं है। सारी विधानसभा से पारित करवाना पड़ेगा, जिसमें बीजेपी शासित राज्य तो कर देंगे मगर दूसरे राज्यों में आसान नहीं होगा, वैसे देश में सब कुछ एक साथ हो तो ये अच्छा भी है।
बीजेपी और पीएम मोदी हताश हैं : डी राजा
संसद के विशेष सत्र और सत्र के एजेंडे की अटकलों पर सीपीआई के महासचिव डी राजा ने कहा, कई सारी अटकलें हैं। सरकार ने संसद का विशेष सत्र बुलाया है। क्या मुद्दे हैं? एजेंडा क्या होगा? कोई नहीं जानता। लेकिन अटकलें हैं। लेकिन हम उन अटकलों का सामना करेंगे, क्योंकि जब से बीजेपी सत्ता में आई है, संसद लगातार व्यर्थ होती जा रही है… एक बात बहुत स्पष्ट है कि बीजेपी और पीएम मोदी हताश हैं और वे चुनाव का सामना करने को लेकर आश्वस्त नहीं। इंडिया गठबंधन को देखने के बाद वे डरे हुए हैं।
सोशल मीडिया से भडक़ी थी नूंह में हिंसा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। नूंह में हुई हिंसा के लिए सोशल मीडिया जिम्मेदार रहा है। हरियाणा सरकार को इसके इनपुट मिले हैं। निजी और सरकारी एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद ही हरियाणा पुलिस ने सोशल मीडिया पर भडक़ाऊ पोस्ट डालने के मामले में अलग अलग 11 एफआईआर दर्ज की हैं।
इनमें से कई आरोपियों को नामजद किया गया है, जबकि अन्य अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इनके अलावा, साइबर टीमें सोशल मीडिया को खंगाल रही हैं, जहां 31 जुलाई से पहले विवादित या उकसाऊ पोस्ट की गई हैं। 31 जुलाई को नूंह में धार्मिक यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। इमसें 6 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए और और सरकारी वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था।
दोनों पक्षों ने डाली थी उकसाऊ पोस्ट
इस मामले को लेकर 31 जुलाई से पहले ही दोनों तरफ से उकसाऊ पोस्ट की गई, जिससे मामला अधिक बढ़ गया। सोशल मीडिया की पोस्टों के चलते ही राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक के युवा यहां पर पहुंचे थे। पुलिस इन आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस का दावा है कि इनमें से कई की तो पहचान कर ली गई है, जबकि अन्य की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा पुलिस इंस्टाग्राम, फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया साइटस को खंगाल रहा है, जहां विवादित पोस्ट की हुई हैं।
विक्रम लैंडर ने चांद पर महसूस किया कंपन
कई खनिज तत्वों की जानकारी भेजी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेंगलुरू। चंद्रयान-3 ने अब तक चंद्रमा पर कुछ बेहद महत्वपूर्ण तत्वों की मौजूदगी का पता लगाया है। प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर पर लगे उपकरण लगातार चांद को स्कैन कर रहे हैं। इसरो ने एक अपडेट में बताया कि लैंडर पर लगे आईएलएसए ने कोई इवेंट रिकॉर्ड किया है।
यह नैचरल इवेंट(कंपन) लग रहा है। इसरो इस इवेंट के सोर्स का पता लगा रहा है। विक्रम लैंडर पर लगे रम्भा-एलपी ने भी प्लाज्मा एन्वायर्नमेंट का मैप बनाया है। रम्भा से रेडियो वेव कम्युनिकेशन में लूनर प्लाज्मा की वजह से आने वाली आवाज को कम करने में मदद मिलती है। जब विक्रम और प्रज्ञान अपने 14 दिन के मिशन को पूरा कर लेंगे, तब नासा का पेलोड लेजर रेट्रो-रिफ्लेक्टर ऐरे (एआरए) ऐक्टिव होगा। यह चांद पर किसी भी ऑब्जेक्ट को ट्रैक करने में काम आएगा। चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान में लगे दूसरे इक्विपमेंट ने भी चांद के साउथ पोल की सतह पर सल्फर की मौजूदगी का पता लगाया है। भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि रोवर में लगे अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोप ने अब चांद पर सल्फर के साथ अन्य तत्वों का भी पता लगाया है। इसरो ने यह भी कहा कि अब इस बात खोज कर रहे हैं कि चांद पर सल्फर आया कहां से? यह आंतरिक रूप से मौजूद है कि कोई ज्वालामुखीय घटना है या फिर किसी उल्कापिंड से चांद पर पहुंचा है। इससे पहले, रोवर पर लगे लेसर स्पेक्ट्रोस्कोप इक्विपमेंट ने एल्युमिनियम, कैल्सियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटैनियम, मैंगनीज, सिलकन और ऑक्सिजन का भी पता लगाया था।?
कल लॉंच होगा आदित्य एल-1, इसरो वैज्ञानिकों की टीम तैयार
इसरो का महत्वाकांक्षी सोलर मिशन भारत के पहले सोलर मिशन आदित्य एल-1 का काउंटडाउन शुरू हो गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने शुक्रवार (1 सितम्बर) को ये जानकारी दी है। इसके पहले इसरो वैज्ञानिकों की एक टीम आदित्य-एल1 मिशन के मिनी मॉडल के साथ तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंची। भारत का पहला सौर मिशन (आदित्य-एल1 मिशन) 2 सितंबर को सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। लॉन्च की तैयारियों के बारे में जानकारी देते हुए इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया था, ‘‘रॉकेट और सैटेलाइट तैयार हैं. हमने प्रक्षेपण के लिए अभ्यास पूरा कर लिया है।