जनता के प्रति रवैया बदलें अधिकारी और कर्मचारी : जितिन
लखनऊ। कानपुर-अलीगढ़ राष्टï्रीय राजमार्ग (एनएच-91) के धीमे निर्माण कार्य पर लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद अधिकारियों पर बिफर पड़े। कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि हाईवे का निर्माण इस गति से होगा तो यह अगले 10 वर्ष में भी पूरा नहीं हो सकेगा। मंत्रालय को इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। जिले के प्रभारी मंत्री दो अन्य राज्यमंत्रियों के साथ चौबेपुर के मरियानी गांव में आयोजित पहली चौपाल में जनता की समस्याएं सुनने पहुंचे थे। इस दौरान, शिकायतों का अंबार लग गया। यहां तक कि शिकायतकर्ताओं की संख्या बढ़ने पर व्यवस्था संभालने के लिए डीएम को स्वयं उतरना पड़ा। समस्याएं सुनने के बाद प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि अब लापरवाह अफसर-कर्मचारियों की जवाबदेही तय होगी। उन्होंने संबंधित विभागों को तीन दिन में शिकायतों के निस्तारण का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार के मंत्री 15 दिनों के भीतर गांवों में पहुंच कर रिपोर्ट कार्ड तैयार करेंगे। लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। मरियानी में आयोजित चौपाल में प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद ने जैसे ही मंच से समस्याएं पूछीं, शिकायतों की झड़ी लग गई। प्रभारी मंत्री ने कहा, हमें पता है कि चौपाल से पहले गांव में सब कुछ ठीक हो जाता है। गांव में हैंडपंप सुधर गए होंगे और सड़कों की सफाई भी हो गई होगी, लेकिन यह सब ठीक नहीं है। अधिकारी अपने कार्य का रवैया बदलें और जनता की शिकायतों का तत्काल निराकरण कराएं। चौपाल में चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह व व्यावसायिक शिक्षा व कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने भी शिकायतें सुनीं। डीएम नेहा शर्मा व आईजी प्रशांत कुमार, एसपी आउटर अजीत सिन्हा मौजूद रहे। वहीं सांसद अशोक रावत व विधायक राहुल बच्चा सोनकर ने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया।
नाली जाम देख भड़की मेयर, लगाया दो लाख का जुर्माना
लखनऊ। राजधानी की महापौर संयुक्ता भाटिया स्वच्छता को लेकर सजग है। इसी क्रम में आज महापौर ने सर्वप्रथम चिनहट द्वितीय वार्ड में कठौता चौराहे के पास सफाई कार्य का निरीक्षण किया। वस्तुखण्ड एक में महापौर को नाली चोक मिली। सड़क के दोनों और नालियों में सिल्ट के साथ पानी भरा था और पुलिया चोक थी। जिस कारण पानी सड़क पर बह कर दूसरी ओर जा रहा था। इस पर मेयर संयुक्ता भाटिया ने एसएफआई बालगोविंद पर नाराजगी जताते हुए नाली सफाई कराने और अधिशासी अभियंता सुरेश मिश्रा को पुलिया ठीक कराने के निर्देश दिए। तत्पश्चात महापौर ने वस्तुखण्ड 2 और 3 का निरीक्षण किया। जहां महापौर को नालियों में सिल्ट जमा मिला, साथ ही कई जगह नालियों में घास तक उगी थी। इस पर महापौर ने कार्यदायी संस्था के अधिकारी और सुपरवाइजरों को कड़ी फटकार लगाई। इसके पश्चात महापौर ने सपना स्वीट चौराहे पर नाली में गंदगी डालने पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाने के निर्देश दिए। साथ ही निरीक्षण के दौरान सपना स्वीट के सामने की नाली के अंदर सुखी सिल्ट देखी तो अपने सामने फावड़ा चलाने के निर्देश दिए। महापौर ने वार्ड में कार्यदायी संस्था द्वारा सफाई कार्य में लापरवाही पाए जाने पर कार्यदायी संस्था लायन सिक्योरिटी पर 2.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाने के निर्देश नगर आयुक्त को दिए। साथ ही जोनल सेनेटरी ऑफिसर को 5 दिन में अभियान चलाकर वार्ड में नालियों की सफाई कराकर फोटो भेजने के लिए निर्देशित किया। महापौर ने कहा कि यदि 5 दिन में नालियों की पूरी सफाई नहीं कराई तो कार्यदायी संस्था, सुपरवाइजर, एसएफआई पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मेयर ने चेक की लॉग बुक
मेयर संयुक्ता भाटिया ने आर आर विभाग में भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान वहां डीजल चोरी की शिकायतों के मद्देनजर लॉग बुक चेक की। इस दौरान मेयर ने लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए।