सावन में शिव जी के इन मंत्रों का करें जाप, हर कार्य में मिलेगी सफलता 

भगवान शिव को देवों का महादेव कहा जाता है। सावन में भगवान शिव की पूजा और शिवलिंग अभिषेक का विशेष विधान है...

4PM न्यूज़ नेटवर्क: भगवान शिव को देवों का महादेव कहा जाता है। सावन में भगवान शिव की पूजा और शिवलिंग अभिषेक का विशेष विधान है। सावन का महीना भगवान शिव को अत्यधिक प्रिय है और इस माह में अगर श्रद्धा एवं पूर्ण भक्तिभाव से भगवान शिव का ध्यान किया जाए तो वह जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और अपनी कृपा बरसाने लगते हैं। सावन में शिव जी की पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है। भगवान शिव की कृपा अगर किसी व्यक्ति को प्राप्त हो जाए तो जीवन में हर क्षेत्र में वो सफल होता है। ऐसे में भगवान शिव के प्रिय माह सावन में अगर आप शिव मंत्रों का जप करते हैं तो आपको कई तरह के लाभ प्राप्त हो सकते हैं। मंत्रों के जप से जहां आपको मानसिक और शारीरिक सुकून मिलता है। आइए जानते हैं भगवान शिव के इन मंत्रों के बारे में।

महामृत्युंजय मंत्र 

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

  • भगवान शिव का यह चमत्कारी मंत्र और माया मोह के बंधनों से मुक्त करता है।
  • आपको मृत्यु का भय नहीं सताता और सत्य का आपको ज्ञान होता है।
  • इस मंत्र का जप करने से आपकी कई पीड़ाएं दूर हो सकती हैं।

भगवान शिव का गायत्री मंत्र 

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

इस मंत्र के द्वारा हम भगवान शिव का ध्यान करने की इच्छा जताते हैं और उनसे बुद्धि और मन को प्रकाशित करने का वर मांगते हैं। यह मंत्र आपकी बौद्धिक क्षमता को बढ़ाता है और साथ ही मानसिक रूप से भी आपको सशक्त करता है।

भगवान शिव के ये हैं पांच चमत्कारी मंत्र 

  • ॐ हौं जूं सः ।।
  • श्री महेश्वराय नम:।।
  • श्री सांबसदाशिवाय नम:।।
  • श्री रुद्राय नम:।।
  • ॐ नमो नीलकण्ठाय नम:।।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • यह सारे मंत्र भी भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किए जा सकते हैं।
  • इन सरल मंत्रों का जप करने से भी महादेव आप पर कृपा बरसता हैं।
  • हालांकि शिव मंत्रों के जप के लिए आपको किसी एकांत स्थान का चुनाव करना चाहिए।
  • इन मंत्रो का कम-से-कम 108 बार मंत्र जप करना चाहिए, आपको हर मंत्र का अच्छा फल प्राप्त होता है।

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