झारखंड और महाराष्ट्र चुनावों की तारीखों के ऐलान से पहले घमासान

  • विपक्ष के निशाने पर चुनाव आयोग व एनडीए सरकार
  • बोले नेता- आयोग बीजेपी नेताओं के इशारे पर काम कर रहा
  • कांग्रेस व झामूमो ने पक्षपात का लगाया आरोप
  • शरद पवार, सोरेन समेत सभी नेताओं ने कसी कमर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। महाराष्ट्र, झारखंड व कई राज्यों के उपचुनावों के लिए तारीखों की घोषणा मंगलवार की शाम को चुनाव आयोग कर देगा। उससे पहले आयोग व मोदी सरकार पर विपक्ष ने करारा हमला बोला है। जहां झारखंड मुक्ति मोर्चा ने आरोप लगाया है कि भाजपा को कल ही पता चल गया था वह आज तारीखों का ऐलान करेगी। वहीं कांग्रेस ने भी कहा है कि आयोग को जम्मू-कश्मीर व हरियाणा के साथ ही चुनाव करवाना चाहिए था। कुल मिला कर विपक्ष ने आयोग पर भाजपा को मदद करने का आरोप लगाया तो वहीं भाजपा ने कहा वह चुनाव को तैयार है। इन चुनावों में महाराष्टï्र में जहां महायुति को टक्कर देने के लिए महाविकास अघाड़ी ने कमर कस ली है। खासकर राज्य के अनुभवी नेताओं ने आगे आकर अपने दलों की कमान संभाल ली है। वहीं झारखंड में भाजपा व झामूमो में कड़े मुकाबले के आसार हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।

जब तक महाराष्ट्र को सही रास्ते पर नहीं ले आता नहीं रु कूंगा: पवार

राकांपा-एससीपी के नेता शरद पवार ने कहा है कि वे चाहे 84 वर्ष के हो जाएं या 90 साल के, वे तब तक नहीं रुकेंगे, जब तक महाराष्ट्र को सही रास्ते पर नहीं ले आते। दरअसल, हाल ही में जब शरद पवार चुनाव से जुड़े एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, तभी कुछ युवाओं ने उनके सामने एक बोर्ड का प्रदर्शन किया, जिसमें पवार की उम्र को लेकर तंज कसा गया था। इसमें लिखा था- 84 साल पुराना। वृद्धावस्था को लेकर इस कटाक्ष पर शरद पवार ने यह बात कही। शरद पवार ने उस पोस्टर को लेकर ही अपना जवाब दिया है। उन्होंने कहा,आप चिंता न करें। हमें बहुत दूर तक जाना है। ये बूढ़ा आदमी रुकेगा नहीं। चाहे 84 वर्ष का हो जाऊं या 90 का। ये बूढ़ा आदमी तब तक नहीं रुकेगा, जब तक महाराष्ट्र को सही रास्ते पर नहीं पहुंचा देता।

हेमंत राज में जनता त्रस्त : भाजपा

भाजपा ने भी चुनाव तारीखों के एलान पर प्रतिक्रिया दी है, बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा- भाजपा और एनडीए महाराष्ट्र और झारखंड चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमें पूरा विश्वास है कि हरियाणा की तरह महाराष्ट्र में भी लोग सत्ता समर्थक सरकार के लिए वोट करेंगे, जो भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार होगी। झारखंड के लोग हेमंत सोरेन के वोट बैंक और भ्रष्ट राजनीति के कारण निराश हैं और वे भाजपा के नेतृत्व में विकास समर्थक, आदिवासी समर्थक सरकार के लिए वोट करने के लिए उत्सुक हैं। हमें पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार बनेगी।

दोनों राज्यों के चुनाव सितंबर में क्यों नहीं करवाए : राजेश

झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा, चुनाव आयोग का सम्मान करते हुए हम कहना चाहते हैं कि जब चुनाव आयोग कोई फैसला लेता है तो वह कटघरे में क्यों खड़ा होता है। झारखंड की ड्यू डेट 6 जनवरी है तो उससे पहले इसे कराएं। आप महाराष्टï्र के साथ चुनाव कराना चाहते हैं। जब हरियाणा में चुनाव की तारीख 3 नवंबर और महाराष्ट्र में 26 नवंबर थी तो आपने दोनों चुनाव एक साथ क्यों नहीं कराए गए? जब आप हमारी बातों को अनसुना करते हैं तो हमें लगता है कि आप राजनीति या किसी पार्टी विशेष से प्रेरित होकर इस तरह की घोषणाएं कर रहे हैं, इसके बावजूद हम चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर तैयार हैं।

राजनीतिक दबाव के चलते की घोषणा : आनंद दुबे

चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फे्रंस को लेकर शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि राजनीतिक दबाव के चलते आज चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस है। झारखंड और महाराष्ट्र चुनाव हरियाणा और जम्मू कश्मीर के साथ ही होने चाहिए थे। वहीं झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा होने पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि जिस तरह से हरियाणा में निष्पक्ष चुनाव नहीं हुआ और लोकतंत्र की हत्या हुई। तो इस तरह झारखंड और महाराष्ट्र के चुनाव में न हो।

बीजेपी नेताओं को पहले ही मिल गई थी जानकारी : मनोज पांडेय

झारखंड में चुनाव की तारीखों का एलान से पहले ही राज्य में जुबानी जंग तेज हो गई हैं। एक तरफ सत्ताधारी दल जेएमएम ने भाजपा पर आरोप लगाया है, वहीं भाजपा ने सरकार पर निशाना साधा है। दरअसल झारखंड मुक्ति मोर्चा का आरोप है कि चुनाव आयोग की तरफ से की जाने वाली चुनाव तारीखों के एलान की जानकारी भाजपा नेताओं को कल ही मिल गई थी।

भाजपा संवैधानिक व्यवस्था से बेइमानी करना सिखा रही : नाना पटोले

महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, सीट बंटवारे की बैठक अभी पूरी तरह से पूरी नहीं की गई है। 288 सीटों पर महा विकास अघाड़ी चुनाव लड़ेगी। चुनाव को लेकर हमारी पूरी तैयारी है। सात एमएलसी नियुक्त किए जाने पर उन्होंने कहा, यह चुनावी जुमला है। किस प्रकार संवैधानिक व्यवस्था से बेइमानी की जाती है भाजपा यह पूरे देश को सिखा रही है। जब वे सुप्रीम कोर्ट की भी नहीं सुन रहे है तो यह दर्शाता है कि पावर का दुरुपयोग करना भाजपा का काम है।

हम तैयार हैं, पांच जनवरी तक विधानसभा की मियाद पूरी हो रही है तो उससे से पहले यहां चुनाव होना था लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा घबरा गई है। हेमंत सोरेन, सोरेन डायनेस्टी के आखिरी युवराज साबित होंगे। जेएमएम की करारी हार होगी। हम चुनाव के लिए तैयार हैं और वे लोग चुनाव के लिए तैयार नहीं हैं जिन्हें हार का डर सता रहा है। संविधान में दिए गए प्रावधान के अनुसार चुनाव आयोग मियाद पूरी होने के 6 महीने पहले तक चुनाव करा सकती है।
प्रतुल शाहदेव, भाजपा प्रवक्ता, झारखंड

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