महायुति सरकार पर संकट के बादल!

  • मंत्री डॉ. धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद मंत्री माणिकराव कोकाटे और मंत्री जयकुमार रावल का इस्तीफा भी संभव!
  • पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की जमीन हड़पने का आरोप सिद्ध
  • एकनाथ शिंदे, अजीत पवार और फडणवीस की अति महत्वकाक्षाओं में फंसी महाराष्ट्र सरकार
  • दो माह पुरानी सरकार में जल्द हो सकती है इस्तीफों की बारिश

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
महाराष्ट्र। 2 माह पुरानी महाराष्ट्र की महायुति सरकार में सिर फुटव्वल चरम पर है। धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद कुछ और मंत्रियों के इस्तीफे जल्द ही संभव हैं। मंत्री माणिकराव कोकाटे को निचली आदालत द्वारा सजा सुनाई जा चुकी है वहीं मंत्री जयकुमार रावल पर पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की जमीन पर कब्जा करने का अरोप सिद्ध हो चुका है। इन सजाओं के बाद मंत्रियों पर इस्तीफे का दबाव है।
वहीं अजीत पवार, एकनाथ शिंदे और फडणवीस की महत्वकांक्षाओं के त्रिकोण में फंसी सरकार में कब कौन सा मंत्री इस्तीफा दे दे किसी को पता नहीं। खतरें में सीएम फडणवीस की कुर्सी भी है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह कह कर सनसनी बड़ा दी है कि महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था यूपी और बिहार से बदतर हो चुकी है। महाराष्ट्र मे अंडरवलर्ड फिर से सर उठा रहा है। मंत्रीयों पर हत्या और जबरन जमीन पर कब्जा करने के आरोप लग रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति की जमीन तक को सरकार में बैठे लोग नहीं छोड़ रहे हैं। राज्य के विपणन एवं प्रोटोकॉल मंत्री और धुले जिले के संरक्षक मंत्री जयकुमार रावल द्वारा पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की जमीन हड़पने के मामले में धुले जिला न्यायालय ने हड़पी गई जमीन वापस करने का आदेश दिया है। इस आदेश के बाद रावल पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है।

जमीन को वापस करने का दिया कोर्ट ने आदेश

अनिल गोटे ने दावा किया कि रावल परिवार ने फर्जी ट्रस्ट दस्तावेज तैयार किए और पूर्व राष्ट्रपति को बताया कि उन्हें 30 लाख रुपये के लेनदेन की रसीद मिली है, जिससे पता चलता है कि वह जमीन को बेच दी गई है। उस जमीन को खरीदने के लिए न्यायालय में मुकदमा भी दायर किया गया था। हालांकि, जब कोर्ट ने ट्रस्टियों को गवाह के तौर पर कोर्ट में पेश होने को कहा तो उन्होंने एक व्यक्ति को पावर ऑफ अटॉर्नी के साथ भेजा। हालांकि, कोर्ट ने उनके दावे को खारिज करते हुए सभी दलीलों को झूठा और फर्जी बताया और रावल परिवार के खिलाफ फैसला सुनाया। कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति की हड़पी गई जमीन वापस करने का आदेश दिया।

नहीं बन रही तीनों में

महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति में इस समय सबसे खराब स्थिति में एनसीपी है। अजीत पावर वाली एनसीपी के दो मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं। अजीत पवार फडणवीस सरकार की कार्यशैली से खुश नहीं है और कई बार सार्वजनिक मंच से सरकार की कार्यशैली पर उंगली उठा चुके हैं। वही पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी नाराज है। शिंदे कैबिनेट बैठक की अनदेखी लगातार कर रहे हैं।

विवादों में घिरे महायुति केतीसरे मंत्री हैं रावल

विवादों में घिरे धनंजय मुंडे और माणिकराव कोकाटे के बाद अब मंत्री जयकुमार रावल का नाम सामने आया है, जिससे महायुति में संकट के बादल छा गये हैं। पूर्व विधायक अनिल गोटे ने कहा कि देश की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को दोंडाईचा शिवरत में 38 आर क्षेत्र समूह संख्या 403/1, 403/3 और 404 की 10 हेक्टेयर जमीन उनकी मौसी से मिली थी। उन्होंने यह जमीन रावल परिवार को यह दावा करते हुए प्रबंधन के लिए दे दिया था कि ये उनके रिश्तेदार हैं। लेकिन, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल की 12 एकड़ जमीन पर फसल उगाकर करोड़ों रुपये की जमीन हड़पने की साजिश रची।

‘यूपी बिहार से ज्यादा महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था खराब’

शिवसेना (यूबीटी) के मुखिया उद्धव ठाकरे ने डॉ. धनंजय मुंडे के इस्तीफे से लेकर राज्य सरकार की कानून-व्यवस्था पर कई सवाल उठाए। ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सवाल किया कि मुख्यमंत्री ने अब तक इस पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया। ठाकरे ने यह भी कहा कि फडणवीस के पास गृह विभाग भी है, ऐसे में उन्हें इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। ठाकरे न कहा कि क्या कोई मुख्यमंत्री का हाथ पकड़कर इसे संभालने की कोशिश कर रहा है? क्या उन्हें पहले इस फोटो के बारे में और जानकारी मिली थी? ठाकरे ने यह भी कहा कि विधानसभा के समय यह इस्तीफा क्यों दिया गया, यह बड़ा सवाल है? ठाकरे ने महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि एक समय बिहार और उत्तर प्रदेश अपराध के लिए जाने जाते थे, लेकिन अब महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति डिस्टर्ब हो गई है।

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