स्वर्ण मंदिर को बम धमकी मिलने पर CM भगवंत मान ने की आपात बैठक, कहा- सुरक्षा से कोई समझौता नहीं
भगवंत मान ने लिखा, "हम पंजाब की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होने देंगे.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: स्वर्ण मंदिर को बार- बार मिल रही बम धमकियों के मद्देनजर पंजाब सरकार पूरी तरह सतर्क हो गई है। शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति को धमकी भरे ई-मेल प्राप्त होने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की।
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक गौरव यादव समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ चर्चा की और सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी। हम पूरी सतर्कता से काम कर रही हैं और किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देंगे।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार धमकियों को गंभीरता से ले रही है और हर संभावित खतरे का सामना करने के लिए तैयार है। वहीं, पुलिस विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि स्वर्ण मंदिर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा और निगरानी को और अधिक सख्त किया जाए। इस बीच, SGPC ने भी केंद्र और राज्य सरकार से मांग की है कि पवित्र धार्मिक स्थल की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और धमकियों की गहन जांच की जाए।
इस बैठक के बाद एक्स पर एक पोस्ट कर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लिखा, “हम पंजाब की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होने देंगे. हमारी सुरक्षा एजेंसियां और पंजाब पुलिस पूरी तरह सतर्क हैं. मैं पंजाब के लोगों से अपील करता हूं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सावधानी बरतें. सभी धार्मिक स्थल हमारे लिए पवित्र और पूजनीय हैं. हम उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. राष्ट्र-विरोधी और समाज-विरोधी ताकतों से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा.”
एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने बुधवार (17 जुलाई) को कहा कि गुरुद्वारा संस्था को 14 जुलाई से अब तक स्वर्ण मंदिर को उड़ाने की धमकी वाले 5 ईमेल मिले हैं. ईमेल भेजने वाले की पहचान अब तक नहीं हो सकी है. अब यह सवाल खड़ा होता है कि क्या ये धमकियां किसी दुर्भावनापूर्ण इरादे से की गई शरारत थीं या फिर किसी बड़ी साज़िश की ओर इशारा करती हैं?
पंजाब के नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने गुरुवार (17 जुलाई) को कहा कि स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाकर भेजे गए पांच धमकी भरे ईमेल से सिख समुदाय और पंजाब के सभी शांतिप्रिय लोगों में गहरी चिंता पैदा हो गई है. कांग्रेस नेता ने कहा कि इन धमकियों की परेशान करने वाली प्रकृति ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.
इन धमकियों को पंजाब की मुश्किल से हासिल की गई शांति को भंग करने की कायराना कोशिशें करार देते हुए, प्रताप सिंह बाजवा ने मांग की कि केंद्र और राज्य की एजेंसियां दोषियों की पहचान करने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए तुरंत कार्रवाई करें. पंजाब हमेशा से साझी विरासत और सद्भाव की धरती रही है. सिख गुरुओं की शिक्षाओं से लेकर सूफी संतों की वाणी तक, मंदिरों और गुरुद्वारों से लेकर मस्जिदों और गिरजाघरों तक, इस धरती ने हमेशा एकता का संचार किया है.



