सीएम योगी ने रखी गर्भगृह की पहली शिला, बोले, राम मंदिर होगा देश का राष्ट्र मंदिर

तेजी से होगा राम मंदिर का निर्माण, अयोध्या में पांच सौ साल की तड़पन होगी दूर

  • विधिवत अनुष्ठान के बाद गर्भगृह में स्थापित की गई शिला, जय श्रीराम का हुआ उद्घोष
  • मंदिर निर्माण में लगे इंजीनियरों को भी सीएम ने किया सम्मानित

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या। भगवान राम की नगरी अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण आज से शुरू हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह पूजन-अर्चन के बाद गर्भगृह की पहली शिला स्थापित की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि लोग इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। राम मंदिर भारत की एकता का प्रतीक होगा। राम मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा।
राम जन्मभूमि परिसर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले रामलला का दर्शन-पूजन किया और आरती उतारी। इसके बाद वे निर्माणाधीन गर्भगृह स्थल पर वैदिक आचार्यों द्वारा किए गये अनुष्ठान में शामिल हुए। सीएम योगी ने रामलला के भव्य गर्भगृह के निर्माण में लगने वाली पहली शिला को विधिवत वैदिक मंत्रोच्चारण के बाद स्थापित किया। इस दौरान वहां जय श्रीराम का उद्घोष हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम जन्मभूमि के निर्माण कार्य में एक कड़ी और जुड़ गई है। गर्भगृह के शिलापूजन का कार्यक्रम संतों की मौजूदगी में हुआ। यह 500 साल की संघर्षपूर्ण साधना थी, जिसकी सिद्धि साकार होती दिख रही है। जिन आक्रांताओं ने भारत की भावनाओं पर आक्रमण किया, उस पर आज सत्य की विजय हुई है। राम जन्मभूमि के लिए जिन्होंने अपने प्राण दिए मैं उनको नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके निर्माण का शुभारंभ किया था। हमें गर्भगृह के शिला पूजन का सौभाग्य मिला है। जल्द ही भव्य राम मंदिर बनकर तैयार होगा। गोरक्षपीठ की तीन पीढिय़ां इस काम में लगी थीं। अयोध्या में 500 साल की तड़पन जल्द दूर होगी। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या धाम में बनकर देश और दुनिया के सभी सनातन हिन्दू धर्मावलंबियों की आस्था का प्रतीक तो बनेगा ही श्रीराम जन्मभूमि मंदिर भारत का राष्ट्र मंदिर होगा। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण कार्य में लगे इंजीनियरों को सम्मानित भी किया। इस मौके पर महंत नृत्य गोपाल दास, डिप्टी सीएम केशव मौर्य, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि आदि मौजूद रहे। गौरतलब कि राम मंदिर के गर्भगृह का आकार 20 फीट चौड़ा और 20 फीट लंबा होगा। मंदिर के 2023 तक बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है।

पीएम ने किया था भूमिपूजन

पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया था। मंदिर की नींव का काम पूरा हो चुका है और अब गर्भगृह का निर्माण शुरू हो गया है।

संतों ने जताई खुशी

मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे संतों-महंतों ने कहा कि यह दिन देखने के लिए कितनी पीढिय़ां कुर्बान हो गई हैं। आज हम लोगों का सौभाग्य है कि इस पल को अपनी आंखों से देख पा रहे हैं। हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी रमेश दास ने कहा कि जिस तरह भगवान राम अयोध्या छोडक़र 14 वर्ष के लिए वनवास चले गए थे और अयोध्यावासी उदास थे और उनके लौटने के बाद जिस तरह की खुशी अयोध्यावासियों में दिखी थी, कुछ वैसी ही खुशी आज लोगों में दिख रही है।

आजम से अस्पताल में मिलने पहुंचे अखिलेश चढ़ा सियासी पारा

  • दोनों नेताओं में हुई लंबी वार्ता, कपिल सिब्बल को बताया जा रहा सूत्रधार
  • दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं सपा के वरिष्ठï नेता आजम खां

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राज्य सभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सियासी पारा फिर चढ़ गया है। 27 महीने बाद सीतापुर जेल से बाहर आए आजम खां से आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुलाकात की। यह मुलाकात दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में हुई। इससे पहले आजम खां के जेल में रहते हुए अखिलेश ने उनसे मुलाकात नहीं की थी। ऐसे में अब इस सियासी मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं क्योंकि इसकी सबसे अहम कड़ी कपिल सिब्बल को बताया जा रहा है।
पिछले चार दिनों से अस्पताल में भर्ती आजम खां से मिलने के लिए आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहुंचे तो दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई। सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेता जब आमने-सामने आए तो पुराने रिश्तों की गर्माहट से रिश्तों पर जमी बर्फ पिघली। हाल में सपा के समर्थन से राज्य सभा के लिए उम्मीदवार बनाए गए पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को इस मिलाप का सूत्रधार बताया जा रहा है। सिब्बल, अखिलेश और आजम दोनों के करीबी हंै और ऐसे में उन्होंने दोनों दिलों के बीच आई दूरी को पाटने में पुल का काम किया है। सिब्बल ने ही कानूनी लड़ाई के जरिए आजम खां को सीतापुर जेल से बाहर आने में कामयाबी दिलाई है। वहीं, अखिलेश यादव ने उन्हें राज्य सभा भेजने का ऐलान करके बड़ा दांव चला था।

नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल को ईडी का नोटिस

  • मनी लॉन्ड्रिंग केस में आठ जून को पूछताछ के लिए बुलाया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी सांसद राहुल गांधी को नोटिस भेजा है। ईडी ने दोनों को 8 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। एजेंसी की इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
2015 में एजेंसी ने इसकी जांच बंद कर दी लेकिन फिर से इस मामले में कांग्रेस के दोनों बड़े नेताओं को नोटिस भेजा गया है। ईडी की इस कार्रवाई पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस दिया गया है। 1942 में जब नेशनल हेराल्ड अखबार शुरू हुआ था, उस समय अंग्रेजों ने इसे दबाने की कोशिश की, आज भी यही किया जा रहा है और इसके लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरजेवाला ने दावा किया कि न तो मनी लॉन्ड्रिंग और न मनी एक्सचेंज का कोई सुबूत है। गौरतलब है कि इससे पहले 12 अप्रैल को ईडी ने कांग्रेस नेता पवन बंसल से पूछताछ की थी।

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