आजम-अखिलेश की रार में अब कांग्रेस भी कूदी, सपा की मुश्किलें बढ़ी
शिवपाल-सपा विधायक के बाद अब कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम भी मिलने पहुंचे
- कांग्रेस नेता ने आजम से की डेढ़ घंटे मुलाकात, भेंट की गीता
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। अखिलेश यादव से पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां की नाराजगी की खबरों के बीच उनसे मुलाकात के लिए बड़े सियासी नेताओं के सीतापुर जेल पहुंचने का सिलसिला जारी है। शिवपाल यादव और सपा विधायक के बाद अब आजम खां से मिलने के लिए सीतापुर जेल पहुंचने वाले नेताओं में ताजा नाम आचार्य प्रमोद कृष्णम का है।
कांग्रेस नेता की आजम खां से डेढ़ घंटे की हुई मुलाकात ने सपा के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है। सीतापुर जेल में बंद आजम खां से मिलने उनके शुभ चिंतक लगातार पहुंच रहे हैं। बीते कुछ दिनों से सभी अपने आप को आजम का हमदर्द बताकर उनके साथ खड़े रहने की बात कह रहे हैं। तीन दिन पहले शिवपाल यादव आजम खां से मिलने पहुंचे थे। बीते रविवार को सपा का प्रतिनिधिमंडल आजम से मिलने पहुंचा था, लेकिन आजम ने मिलने से मना कर दिया। वहीं आज कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम की आजम खां से करीब डेढ़ घंटे तक मुलाकात हुई। मुलाकात के बाद जेल से बाहर आए प्रमोद कृष्णम ने कहा, संत की सरकार में आजम खां पर जुल्म हुआ है। योगी की हुकूमत में आजम पर जुल्म अन्याय है। उन्होंने कहा कि जले में उन्होंने आजम खां को गीता भेंट की है।
जेल में आजम खां पर हो रहा जुल्म : रविदास
आजम खां से मिलने के लिए रविवार सुबह सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल सीतापुर जेल पहुंचा था। इसमें प्रदेश सचिव अनुज मिश्रा और 3 विधायक थे। रविदास मेहरोत्रा और अनुज मिश्रा को आजम से मिलने के लिए अनुमति दी गई। जब जेल अफसरों ने आजम से बताया कि सपा के कुछ नेता आपसे मिलने आए हैं, तो उन्होंने मिलने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद बिना आजम से मिले लौटे रविदास ने कहा कि आजम खां की तबीयत ठीक नहीं है। आरोप लगाया कि आजम को फांसी घर की कोठरी में बंद किया गया है। उन पर जुल्म और अत्याचार हो रहा है। भाजपा सरकार चाहती है कि आजम खान की जेल में मौत हो जाए।
समाजवादी पार्टी आजम खां के साथ है। उनकी जमानत के लिए समाजवादी पार्टी पूरा प्रयास करेगी। भाजपा नहीं चाहती कि आजम खां जेल से बाहर आए।
– अखिलेश यादव, सपा प्रमुख
शिवपाल से मिले, लेकिन अपनी पार्टी के लोगों से नहीं
तीन दिन पहले यानी 22 जनवरी को शिवपाल यादव सीतापुर जेल पहुंचे थे। तब आजम की उनसे करीब एक घंटे तक मुलाकात हुई थी। आजम से जेल में मिलने के बाद शिवपाल ने कहा था कि आजम खान को राजनीति का लंबा अनुभव है। मैं उन्हें सीनियर नेता के तौर पर देखता हूं। आजम खान पर छोटे-छोटे मुकदमे हैं। सपा को उनकी लड़ाई लडऩी चाहिए थी, लेकिन नहीं लड़ी गई। आजम लोकसभा सदस्य भी रहे हैं। हम आजम खां के साथ हैं और वो हमारे साथ हैं।
योगी सरकार पार्ट टू : यूपी के तेज विकास पर सरकार का फोकस
सरकार ने आम लोगों से जुड़ी समस्याओं का तैयार किया रोडमैप
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपना 30 दिन का कार्यकाल आज पूरा कर दिया है। योगी सरकार पार्ट टू ने 30 दिन में ही 30 फैसले पर काम किया है। सरकार ने आम लोगों से जुड़ी समस्याओं का रोडमैप तैयार किया है। सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में भाजपा के मिशन 2024 पर फोकस कर रही है।
25 मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद की लगातार दूसरी बार शपथ लेने के बाद से ही सीएम योगी ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार लाने के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई। अवैध निर्माण तथा काम के खिलाफ चलने वाला बुलडोजर यूपी चुनाव में भी बड़ा मुद्दा बना था। ऐसे में सरकार का बुलडोजर भी जमकर चल रहा है। पुलिस ने भी अपराधियों तथा रोमियो के खिलाफ अपने अभियान को गति दी। सरकार किसानों, महिलाओं, बेरोजगारों के साथ ही गरीबों के आवास पर जोर दिया है। प्रदेश सरकार की इन सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए अफसरों के साथ ही मंत्रियों की जिम्मेदारी भी तय की गई है। इनके काम को मुख्यमंत्री भी लगातार परख रहे हैं। एक महीने के कार्यकाल के दौरान सीएम योगी ने भाजपा के लोक कल्याण पत्र की वरीयता पर काम किया है।
एक महीने का कार्यकाल पूरा : जनता के हित में मुख्यमंत्री ने उठाए कई बड़े कदम
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही सीएम योगी ने पहली कैबिनेट बैठक में ही मुफ्त राशन योजना तीन महीने के लिए बढ़ा दी। भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस नीति अपनाते हुए सोनभद्र व औरया के डीएम को सस्पेंड कर दिया। गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार के साथ ही अन्य कई अधिकारी भी सरकार की रडार पर आ गए। सरकारी दफ्तरों में लेटलतीफी और फाइलों को टरकाने की कार्यशैली पर भी मुख्यमंत्री ने सख्त कदम उठाया। दो सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति भी जब्त की। सौ से अधिक जगह बुलडोजर चले। सौ दिनों में 8000 करोड़ गन्ना भुगतान का आदेश दिया। आंगनबाड़ी, पुलिस दारोगा, होमगार्ड सहित कई विभागों में भर्ती निकालने के निर्देश दिए। पुलिस सुधार आयोग का कार्यकाल बढ़ा दिया। एंटी रोमियो स्क्वाड फिर शुरू हुआ। यही नहीं, छह महीने में ही गरीबों के लिए 2.51 लाख आवास बनाने के भी निर्देश दिए। गरीब बेटियों की शादी के लिए अनुदान राशि एक लाख कर दी। छात्रों को टेबलेट और स्मार्टफोन बांटे। पूर्वी पाकिस्तान से आए 63 हिंदू परिवारों को घर व जमीन दी। नए धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर और माइक नहीं लगेगा जैसे सख्त फैसले लिए। धार्मिक जुलूसों पर रोक लगा दी। स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट गांव विकसित होंगे। पुरोहित कल्याण बोर्ड का गठन करने के निर्देश दिए। सौ दिन की कार्ययोजना तैयार करने का भी निर्देश दिया। मंत्रियों को जिलों में रात्रि विश्राम के अलावा एसडीएम और सीओ को समस्या सुनने का निर्देश दिया। सरकारी स्कूलों में सौ प्रतिशत प्रवेश का लक्ष्य दिया। संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत की। वृद्ध महिलाओं को बसों में मुफ्त यात्रा के लिए कार्य योजना मांगी है। आईएएस और आईपीएस के ताबड़तोड़ तबादले भी किए। किसानों को एक लाख सोलर पंप देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। मेडिकल कॉलेज में डाक्टर्स तथा मेडिकल छात्र-छात्राओं की संख्या बढेगी। इसके अलावा सीएम योगी ने दो वर्ष में दस लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है।