पापमोचिनी एकादशी व्रत कब, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त

4PM न्यूज़ नेटवर्क: हिंदू धर्म के अनुसार चैत्र माह कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को वैष्णव पापमोचिनी एकादशा का व्रत किया जाता है। इस शुभ अवसर पर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाती है। इसके साथ ही व्रत का पालन भी किया जाता है। ऐसे में मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा और व्रत करने से जातकों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इसके अलावा जाने-अनजानें में किए गए पापों से भी मुक्ति मिलती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वैष्णव पापमोचिनी एकादशी व्रत का पारण 27 मार्च को किया जाएगा।
पापमोचिनी एकादशी तिथि का शुरुआत 25 मार्च को सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर होगी। वहीं तिथि का समापन 26 मार्च को 3 बजकर 45 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार इस बार 25 मार्च को पापमोचनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। वहीं इसके अलगे दिन वैष्णव पापमोचिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। इस दिन पारण का समय सुबह 6 बजर 17 मिनट से लेकर 8 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इस दौरान व्रती लक्ष्मी नारायण की पूजा कर व्रत का पारण कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु
- व्रत के एक दिन पहले पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध किया जाता है।
- इसके बाद भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र को स्थापित करें।
- भगवान विष्णु को धूप, दीप, चंदन, फल-फूल और तुलसी आदि अर्पित करें।
- इसके बाद पूजा स्थल पर सप्त अनाज का संग्रह किया जाता है।
- पूजा स्थल पर सप्त अनाज के ऊपर तांबे या मिट्टी का कलश स्थापित करें।
- पूजा के बाद एकादशी व्रत कथा का पाठ करें और भगवान विष्णु को किसी मिष्ठान का भोग अर्पित करें।