विधानसभा के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन, मंत्री बच्चूभाई का मांगा इस्तीफा  

विधानसभा सत्र के पहले दिन गुजरात के पंचायत मंत्री बच्चूभाई मगनभाई खाबड़ के खिलाफ कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः दोस्तों गुजरात विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया…… यह प्रदर्शन राज्य के पंचायत और कृषि राज्य मंत्री बच्चूभाई मगनभाई खाबड़ के खिलाफ था….. कांग्रेस का मुख्य आरोप है कि मंत्री के दो बेटों बालवंत खाबड़ और किरण खाबड़ ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में बड़ा घोटाला किया है….. इस घोटाले की रकम करीब 71 करोड़ रुपये बताई जा रही है…. कांग्रेस का कहना है कि मंत्री खुद भी इस घोटाले के लिए जिम्मेदार हैं…… क्योंकि उनके बेटों की कंपनियां इसमें शामिल थीं…… इसलिए मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए…..

बता दें कि यह घटना गुजरात की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन गई है…… विधानसभा के बाहर कांग्रेस विधायकों ने नारे लगाए, प्लेकार्ड्स दिखाए….. और मंत्री के इस्तीफे की मांग की…… कांग्रेस विधायक दल के नेता अमित चावड़ा ने कहा कि सरकार ने इस मामले में पहले से ही शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया…… और उन्होंने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम से जांच की मांग की…… इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के कई प्रमुख विधायक शामिल थे……. जिसमें तुषार चौधरी, जिग्नेश मेवाणी और अन्य लोग शामिल थे….. और उन्होंने कहा कि मनरेगा जैसी योजना गरीबों के लिए है…… लेकिन इसमें भ्रष्टाचार हो रहा है…..

दोस्तों मनरेगा एक केंद्र सरकार की योजना है….. जो ग्रामीण इलाकों में लोगों को 100 दिन का रोजगार देने का वादा करती है….. इसमें सड़क बनाना, तालाब खोदना, पेड़ लगाना जैसे काम होते हैं…… गुजरात में यह योजना बहुत महत्वपूर्ण है…… क्योंकि यहां ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी की समस्या है…… लेकिन इस योजना में घोटाले की खबरें पहले भी आती रही हैं….. इस बार का घोटाला दाहोद जिले में हुआ, जो आदिवासी बहुल इलाका है…..

घोटाले की शुरुआत मई 2025 में हुई, जब पुलिस ने जांच शुरू की….. पुलिस का कहना है कि फर्जी बिल बनाकर, जाली दस्तावेजों से और बिना काम किए पैसे निकाले गए…… मंत्री बच्चूभाई खाबड़ के बेटों की दो कंपनियां इसमें शामिल थीं….. इन कंपनियों को 30 करोड़ रुपये से ज्यादा का पेमेंट दिया गया….. घोटाले में मृत लोगों के नाम पर जॉब कार्ड बनाए गए…… और उन्हें 2.72 करोड़ रुपये का भुगतान दिखाया गया…… कुल मिलाकर 71 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया……. पुलिस ने पहले बालवंत खाबड़ को गिरफ्तार किया….. फिर किरण खाबड़ को…… किरण को पहले जमानत मिली थी…….. लेकिन बाद में फिर गिरफ्तार किया गया…….. इसके अलावा, पूर्व तालुका विकास अधिकारी दर्शन पटेल और कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया……

आपको बता दें कि बच्चूभाई खाबड़ गुजरात में भाजपा के विधायक हैं…… और छोटा उदयपुर से आते हैं……. वे राज्य सरकार में पंचायत और कृषि के राज्य मंत्री हैं…… उनके बेटों पर आरोप लगने के बाद भी उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया……. मंत्री ने अपने बेटों का बचाव किया और कहा कि वे निर्दोष हैं……. लेकिन कांग्रेस का कहना है कि मंत्री की जमीन पर ही मनरेगा का काम दिखाया गया जो गलत है…… कांग्रेस ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया…… जुलाई 2025 में भी उन्होंने मंत्री के इस्तीफे की मांग की थी……. गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा कि यह घोटाला पूरे राज्य में फैला हुआ है….. और उन्होंने नल से जल योजना में भी घोटाले का आरोप लगाया……. कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की…… क्योंकि उनका कहना है कि राज्य पुलिस मंत्री की वजह से निष्पक्ष जांच नहीं कर रही……

भाजपा की तरफ से अभी तक कोई बड़ा बयान नहीं आया…… कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पार्टी के अंदर भी मंत्री को हटाने की मांग हुई…… लेकिन ऐसा नहीं हुआ……. यह घोटाला गुजरात में भाजपा के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है…… दाहोद जिला आदिवासी बहुल है……. और मनरेगा यहां गरीबों के लिए जीवन रेखा है…… अगर घोटाला साबित हुआ, तो भाजपा की छवि खराब हो सकती है…… वहीं यह पहला ऐसा मामला नहीं है….. जब गुजरात में पहले भी मनरेगा घोटाले हुए हैं…… भरूच जिले में भाजपा और कांग्रेस दोनों के नेताओं के रिश्तेदार गिरफ्तार हुए……. लेकिन इस बार मंत्री के परिवार का नाम आने से यह ज्यादा चर्चा में है…… कांग्रेस ने इसे भाजपा की भ्रष्टाचार विरोधी छवि पर हमला करने का मौका बनाया……

आपको बता दें कि मनरेगा घोटाले को लेकर विरोध बढ़ रहा है…..  कांग्रेस लगातार बीजेपी सरकार को घेर रही है…… बीजेपी राज में जनता के पैसे को पानी की तरह बहाया जा रहा है….. जिसको लेकर गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने एक वीडियो पोस्ट किया…… जिसमें विरोध प्रदर्शन दिखाया गया…… जिग्नेश मेवाणी ने भी भाजपा पर हमला किया…… और लोग सवाल उठा रहे हैं कि मंत्री क्यों नहीं इस्तीफा दे रहे है…..

पुलिस का कहना है कि जांच जारी है…… और उन्होंने फर्जी दस्तावेज जब्त किए है…… लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि मंत्री जांच प्रभावित कर रहे हैं…… अगर SIT बनी, तो ज्यादा गहराई से जांच हो सकती है…… केंद्र सरकार भी मनरेगा पर नजर रखती है…… इसलिए हो सकता है कि वे हस्तक्षेप करें….. वहीं यह घोटाला ग्रामीण विकास पर सवाल उठाता है….. मनरेगा से लाखों लोगों को फायदा होता है…… लेकिन घोटाले से पैसा गलत हाथों में जाता है……. गुजरात में 2025 में बायपोल्स हुए….. और इस घोटाले का असर उन पर पड़ा…… कांग्रेस इसे चुनावी मुद्दा बना सकती है…..

मंत्री बच्चूभाई खाबड़ ने अपने बचाव में कहा कि उनके बेटे निर्दोष हैं और जांच से सच्चाई सामने आएगी…… लेकिन जनता में गुस्सा है…… लोग कह रहे हैं कि अगर मंत्री के परिवार में घोटाला हुआ, तो आम आदमी का क्या होगा….. वहीं यह मामला अभी चल रहा है…… आगे क्या होता है, यह देखना होगा….. लेकिन इतना साफ है कि गुजरात की राजनीति में यह एक बड़ा विवाद है…… कांग्रेस ने इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का प्रतीक बनाया, जबकि भाजपा चुप्पी साधे है……

मनरेगा योजना 2005 में शुरू हुई थी…… इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी कम करना है…… हर परिवार को साल में 100 दिन का काम मिलता है…… और मजदूरी सीधे बैंक में जाती है……. गुजरात में यह योजना अच्छी तरह चल रही है…… लेकिन शिकायतें हैं कि काम कम मिलता है…… 2024-25 में गुजरात को मनरेगा के लिए हजारों करोड़ मिले……. लेकिन घोटाले से योजना की साख पर असर पड़ता है…… दाहोद जिले में यह घोटाला दो तालुकाओं में हुआ….. यहां आदिवासी समुदाय ज्यादा है……. और वे मनरेगा पर निर्भर हैं……. घोटाले में कंपनियों ने फर्जी काम दिखाकर पैसे लिए…….. मंत्री के बेटों की कंपनियां ‘बीके कंस्ट्रक्शन’ और अन्य नाम से थीं……. उन्हें ठेके दिए गए, लेकिन काम नहीं हुआ…..

वहीं यह घोटाला भाजपा के लिए चुनौती है……. गुजरात में भाजपा की मजबूत सरकार है…… लेकिन भ्रष्टाचार के आरोप से विपक्ष मजबूत होता है……. कांग्रेस ने इसे ‘भाजपा की लूट’ कहा…… AAP ने भी अलग से विरोध किया….. अन्य राज्यों में भी ऐसे घोटाले हुए, जैसे कर्नाटक में कांग्रेस मंत्री का इस्तीफा हुआ….. लेकिन गुजरात का मामला मंत्री के परिवार से जुड़ा होने से अलग है……

 

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