कटक हिंसा: विसर्जन जुलूस और VHP रैली के दौरान भड़की आग, इंटरनेट बंद
पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि ओडिशा एक शांतिप्रिय राज्य है. ऐसी घटनाओं से चिंता होती है. वहीं, कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा, इस घटनाक्रम से हम दुखी और चिंतित हैं.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः कटक में हिंसा के बाद बीजेपी सरकार निशाने पर है. पूर्व सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि ओडिशा एक शांतिप्रिय राज्य है. ऐसी घटनाओं से चिंता होती है. वहीं, कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा, इस घटनाक्रम से हम दुखी और चिंतित हैं.
शांत कहे जाने वाले ओडिशा के कटक में शनिवार और रविवार को हिंसा भड़क उठी. शनिवार को देर रात 1.30 से 2 बजे के बीच दारागाबाजार क्षेत्र में विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा हुई. इसे रोकने की कोशिश चली ही रही थी कि रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) की बाइक रैली में हालात खराब हो गए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हिंसा में 25 लोग घायल हुए, जिसमें 8 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. इन घटनाओं के बाद सोमवार शाम तक इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है. इलाके में सुरक्षाबलों की तैनाती है. वहीं, VHP ने कटक में 12 घंटे का बंद बुलाया है.
ओडिशा की बीजेपी सरकार ने रविवार रात को कटक में 13 पुलिस थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं. राज्य सरकार ने इससे पहले गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए कटक नगर निगम, कटक विकास प्राधिकरण (सीडीए) और निकटवर्ती बयालिस मौजा क्षेत्र में रविवार शाम 7 बजे से सोमवार शाम 7 बजे तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया.
अधिकारियों ने बताया कि हिंसा की ताजा घटना विहिप द्वारा जिला प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए शाम को मोटरसाइकिल रैली आयोजित करने के बाद हुई. उन्होंने कहा कि जब सुरक्षाकर्मियों ने रैली में शामिल लोगों को आगे बढ़ने से रोका तो वे हिंसक हो गए. अधिकारियों ने बताया कि रविवार की हिंसा में सीसीटीवी कैमरे क्षतिग्रस्त कर दिए गए और पुलिसकर्मियों द्वारा जुलूस रोकने के बाद गौरीशंकर पार्क इलाके में दुकानों में कथित तौर पर आग लगा दी गई.
पुलिस के रोकने पर फेंके पत्थर
अधिकारियों के मुताबिक, रैली में शामिल लोगों का प्रवेश संवेदनशील इलाके में अशांति फैलाने के उद्देश्य से था, इसलिए पुलिस ने उन्हें रोक दिया, जिसके बाद उन्होंने पथराव शुरू कर दिया. पुलिस को उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज और आंसू गैस तथा रबर की गोलियों का इस्तेमाल करना पड़ा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हिंसा में 25 लोग घायल हुए, जिसमें 8 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं.
इस घटना से पहले शनिवार को देर रात 1.30 से 2 बजे के बीच दारागाबाजार क्षेत्र में हाथी पोखरी के पास झड़पें हुईं, जब एक विसर्जन जुलूस कथाजोड़ी नदी के तट पर देबीगारा की ओर जा रहा था. पुलिस आयुक्त एस देवदत्त सिंह ने कहा कि शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात को हुए सामूहिक संघर्ष में चार लोग और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. चार घायलों में से तीन को शनिवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
उन्होंने कहा, चौथे व्यक्ति की हालत स्थिर है. उन्होंने कहा कि उनके स्वास्थ्य को लेकर सोशल मीडिया पर झूठी कहानी गढ़ी जा रही है, जिसका उद्देश्य समुदायों के बीच नफरत, डर और सद्भाव को बिगाड़ना है. उन्होंने कहा कि पुलिस उन सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर सक्रिय रूप से नजर रख रही है जहां फर्जी वीडियो और भड़काऊ अफ़वाहें फैलाई जा रही हैं. पुलिस आयुक्त ने आगे कहा कि गलत सूचना फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
क्यों भड़की हिंसा
कुछ स्थानीय लोगों द्वारा जुलूस के दौरान बजाए जा रहे तेज आवाज वाले संगीत पर आपत्ति जताए जाने के बाद हिंसा भड़की. अधिकारियों ने कहा कि बहस जल्द ही टकराव में बदल गई जब भीड़ ने जुलूस पर छतों से पत्थर और कांच की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे कटक के डीसीपी खिलाड़ी ऋषिकेश ज्ञानदेव सहित कई लोग घायल हो गए.
कटक जिला कलेक्टर दत्तात्रेय भाऊसाहेब शिंदे ने घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात के तौर पर निषेधाज्ञा लागू की गई है. उन्होंने बताया कि कटक में सुरक्षाकर्मियों की कुल 10 कंपनियां (प्रत्येक कंपनी में 130 जवान) तैनात की गई हैं और अतिरिक्त बल की मांग की गई है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई नेताओं ने लोगों से सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील की. सीएम माझी ने कहा कि कटक एक हजार साल पुराना शहर है जो अपने भाईचारे के लिए जाना जाता है. कुछ उपद्रवियों की हरकतों की वजह से शहर की शांति भंग हुई है.
इस घटनाओं के बाद बीजेपी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक ने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि ओडिशा एक शांतिप्रिय राज्य है. BJD की राज्यसभा सांसद सुलता देव ने ओडिशा के कटक में दुर्गा पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसक झड़पों की निंदा की. उन्होंने कहा, कटक भाईचारे का शहर है जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी मिलजुल कर रहते हैं और त्योहारों के दौरान कभी कोई समस्या नहीं होती. कटक में जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. यह सरकार न तो कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभाल पा रही है और न ही महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को रोक पा रही है. जब से बीजेपी सरकार सत्ता में आई है, अपराध दर में वृद्धि हुई है.
बाराबती-कटक से कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने कहा, इस घटनाक्रम से हम दुखी और चिंतित हैं. इस बीच, विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने दुर्गा प्रतिमा जुलूस के दौरान हुई झड़प के विरोध में सोमवार को कटक में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है.



