डिप्टी सीएम केशव को मिल सकता है पंचायतीराज विभाग!

  • ग्राम विकास विभाग की संभाल रहे हैं जिम्मेदारी
  • भाजपा की नीति के अनुसार मंत्री पद छोड़ सकते हैं भूपेंद्र चौधरी

लखनऊ। भूपेंद्र चौधरी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही यह अटकलें भी शुरू हो गई हैं कि अब उनका पंचायतीराज विभाग किसे सौंपा जाएगा? इस विभाग का लाभार्थी वर्ग और योजनाएं भी ग्रामीण क्षेत्र से संबंधित हैं, इसलिए माना जा रहा है कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को ही ग्राम्य विकास के साथ ही अब पंचायती राज विभाग की जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है। संभावना यह भी है कि नीति आयोग की सिफारिश पर अमल करते हुए सरकार दोनों विभागों को मिला ही दे। भाजपा में एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत है। स्वतंत्रदेव सिंह को योगी सरकार के पहले कार्यकाल में परिवहन मंत्री बनाया गया था, लेकिन करीब तीन वर्ष पहले जब उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तो मंत्री पद से उन्होंने त्याग-पत्र दे दिया। अब 2022 में उनके नेतृत्व में पार्टी ने विधानसभा चुनाव जीता तो इसका इनाम देते हुए योगी सरकार-2.0 में जलशक्ति मंत्री बना दिया गया। तभी यह भी तय हो गया था कि अब वह प्रदेश अध्यक्ष पद से त्याग-पत्र देंगे। यही स्थिति अब नए अध्यक्ष बनाए गए भूपेंद्र चौधरी के साथ है। वह प्रदेश सरकार में पंचायती राज मंत्री भी हैं। उनके स्थान पर यह पद अब किसी और को दिया जाएगा। चूंकि यह महत्वपर्ण विभाग है, इसलिए चर्चा शुरू हो गई है कि अब इस विभाग का मंत्री किसे बनाया जाएगा। एक संभावना यह है कि कार्य और योजनाओं की प्रकृति को समान देखते हुए वर्तमान में ग्राम्य विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे केशव प्रसाद मौर्य को ही पंचायतीराज विभाग भी दिया जा सकता है। दोनों विभागों के प्रमुख सचिव भी वर्तमान में एक ही हैं। कुछ लोगों का तर्क यह भी है कि पिछड़ा वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए हैं, इसलिए सरकार में दलित या ब्राह्मण वर्ग का प्रतिनिधित्व बढ़ाते हुए कोई नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस सबके अतिरिक्त यह भी माना जा रहा है कि दोनों विभागों का समावेश किया जा सकता है। क्योंकि इस तरह समान प्रकृति के विभागों को एक साथ मिलाने की नीति आयोग की पहले से सिफारिश भी है। केंद्र सरकार की पहल पर सिंचाई विभाग और लघु सिंचाई विभाग को मिलाकर जलशक्ति विभाग बनाया भी जा चुका है।

मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के ओएसडी की सड़क हादसे में मौत

लखनऊ। लखनऊ जा रहे मोतीलाल सिंह (ओएसडी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय-गोरखनाथ मंदिर/ पूर्व उपजिलाधिकारी चौरीचौरा) की सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा बस्ती में हुआ। घटना में ओएसडी की पत्नी गंभीर रूप से घायल हैं। उनका गुरु गोरखनाथ अस्पताल में इलाज करने के मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। मोतीलाल सिंह योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी ओएसडी थे। दूसरे कार्यकाल में भी जिम्मेदारी मिली थी। गोरखनाथ मंदिर परिसर में ही मुख्यमंत्री का कैम्प कार्यालय बना है, जहां बैठकर जनसुनवाई करते थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोती लाल सिंह के निधन पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। मोतीलाल सिंह का स्थायी निवास ग्राम बुढ़नपुर, पोस्ट कोयलास और जनपद आजमगढ़ था। वह गोरखपुर में सिविल लाइंस, निकट एसपी सिटी आवास, सहारा प्रेस के बगल में रहते थे। बताया जा रहा है कि उन्हें सुबह चार बजे गुरु श्री गोरक्षनाथ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां सुबह 6.30 बजे के लगभग में इनका निधन हो गया। पत्नी वीना सिंह को बीआरडी में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। मोतीलाल सिंह गोरखपुर में स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में जन सामान्य निवारण अधिकारी के पद पर जनता की समस्या सुनते थे।

प्रकाश पाल को गुजरात चुनाव में मिली बड़ी जिम्मेदारी

कानपुर। भाजपा नेतृत्व के निर्देश पर गुजरात में दिसंबर में संभावित विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश पाल को गुजरात के 16 जिलों की 64 विधानसभाओं में पार्टी का प्रचार प्रसार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रवासी कार्यकर्ताओं की टीम का प्रदेश संयोजक बनाया गया है। शहर में बर्रा दो निवासी प्रकाश पाल के नेतृत्व में गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रचार प्रसार करने के लिए उत्तर प्रदेश से विभिन्न जिलों के करीब डेढ़ सौ अनुभवी एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की टीम गुजरात भेजी जा रही है। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश पाल को इस टीम का प्रदेश संयोजक बना कर भेजा जा रहा है।

भाजपा ने दो बार की मुझे हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश: सोमनाथ भारती

नई दिल्ली। दिल्ली में शराब नीति को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच मालवीय नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती ने आरोप लगाया है कि उन्हें बीजेपी दो बार हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश कर चुकी है। उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि पहले बीजेपी ने उनको पैसे का लालच दिया और असफल रहने पर अब मुझे हनीट्रैप में फंसाने की दो बार कोशिश की है। मैं दिल्ली पुलिस ने आग्रह करता हूं कि वह इसकी जांच करे, क्योंकि मुझे शक है कि इसके पीछे बीजेपी का हाथ है। उन्होंने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की जानकारी देते हुए लिखा, मैंने आधिकारिक तौर पर शिकायत दर्ज करा दी है। उम्मीद है कि सच्चाई सामने आएगी। इससे पहले बुधवार को आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला किया। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के नापाक इरादों की पोल खुल गई है। भाजपा ने आप विधायकों को 20 करोड़ का ऑफर दिया। ये अरविंद केजरीवाल के सैनिक हैं भाजपा के सामने इस तरह नहीं बिकेंगे। संजय सिंह ने दावा किया कि आप के चार विधायक संजीव झा और सोमनाथ भारती, अजय दत्त और कुलदीप कुमार को भाजपा ने तोड़ने की कोशिश की और उन्हें 20 करोड़ का ऑफर दिया। लेकिन दिल्ली में भाजपा अपने इरादों में कामयाब नहीं होगी। इससे पहले मंगलवार को आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आप ने दूसरी बार भाजपा का ऑपरेशन लोटस फेल किया है।

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