प्रियंका गांधी ने बिलकिस बानो के लिए मांगा न्याय
नई दिल्ली। बिलकिस बानो केस में दोषियों की रिहाई के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को नोटिस जारी किया है। 2002 गुजरात दंगा मामले में पीड़िता बिलकिस बानो के लिए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने न्याय की मांग की है। प्रियंका गांधी ने सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि 2002 के सामूहिक बलात्कार व उनके परिवार के सात लोगों की हत्या के मामले में दोषी करार दिए गए 11 लोगों की रिहाई पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि बलात्कार की सजा पा चुके 11 लोगों की रिहाई, कैमरे पर उनके स्वागत-समर्थन में बयानबाजी पर चुप्पी साधकर सरकार ने अपनी लकीर खींच दी है। लेकिन देश की महिलाओं को संविधान से आस है। संविधान अंतिम पंक्ति में खड़ी महिला को भी न्याय के लिए संघर्ष का साहस देता है। बिल्किस बानो को न्याय दो। बता दें कि आज ही बिलकस बानो के गुनहगारों को रिहा करने के गुजरात सरकार के फैसले को चुनौती देने वाली जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसा क्या हुआ कि रातों रात दोषियों को छोड़ने का फैसला हो गया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि बिलकिस बानो सामूहिक बलात्कार-हत्या मामले में 11 दोषियों को भी पक्षकार बनाने के निर्देष दिए हैं। मामले में अगली सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी।
सीएम योगी ने मेरठ में दिखाई नई कूड़ा-गाड़ियों को हरी झंडी
मेरठ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को पुलिस लाइंस में नगर निगम की 76 नई डोर टू डोर कूड़ा गाड़ियों, एक मोबाइल काम्पेक्टर और एक रोड स्वीपिंग मशीन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। करीब 20 मिनट देरी से सुबह 10:50 बजे मुख्यमंत्री योगी का हेलीकॉप्टर पुलिस लाइंस में उतरा। इसके बाद मुख्यमंत्री का स्वागत जनप्रतिनिधियों ने किया। 10:53 बजे मुख्यमंत्री मंच पर पहुंचे और नई कूड़ा गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उनके साथ औधोगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी, राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप, राज्यमंत्री दिनेश खटिक, राज्यमंत्री बृजेश सिंह और ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ..सोमेंद्र तोमर मंच पर मौजूद रहे।
हमें बदनाम करने की कोशिश न करें मीडिया: ममता बैनर्जी
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले और मवेशियों की तस्करी घोटाले की जांच के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया को ही इसके लिए कोसा। उन्होंने कहा कि मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए क्योंकि वे गुमराह करते हैं। ममता राज्य के नए सचिवालय भवन का एक ब्लॉक न्याय विभाग को सौंपने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी।
उन्होंने मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव से तीन से चार साल से लंबित अदालती मामलों को हल करने का भी आग्रह किया और साथ ही अधिक महिला न्यायाधीशों को लाने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और टीएमसी बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत की गिरफ्तारी के बाद दैनिक मीडिया रिपोर्टों का जिक्र करते हुए कहा, कृपया कोई मीडिया ट्रायल न करे। दोस्तों, हमें बदनाम करने की कोशिश मत करो। इसके बजाय, वास्तविक समाचार पेश करें। उन्होंने कहा कि न्याय कभी भी एकतरफा नहीं हो सकता, यह निष्पक्ष है। लोकतंत्र में न्यायपालिका और मीडिया महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। यदि कोई विश्वसनीयता खो देता है, तो दूसरे स्तंभ भी प्रभावित होते हैं।