सीजफायर के बावजूद जारी रहेगा ऑपरेशन सिंदूर, वायुसेना ने पीएम मोदी से बैठक के बाद दी जानकारी

भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही संघर्ष विराम यानी सीजफायर की घोषणा हो चुकी हो, लेकिन भारतीय वायुसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही संघर्ष विराम यानी सीजफायर की घोषणा हो चुकी हो, लेकिन भारतीय वायुसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है। यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक के बाद सामने आई है।

भारतीय वायुसेना ने इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक आधिकारिक पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी। पोस्ट में कहा गया है कि अब तक सौंपे गए सभी मिशन सफल और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहे हैं। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि आगे के लिए भी कई लक्ष्य तय किए गए हैं।

एयरफोर्स का बयान:
“जो काम हमें सौंपा गया था, वह पूरी जिम्मेदारी और सफलता के साथ पूरा किया गया है। आगे की रणनीति भी तैयार है और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अपने लक्ष्यों को लेकर जारी रहेगा। सभी ऑपरेशनों की डिटेल समय पर सार्वजनिक की जाएगी।”

पीएम मोदी से हुई बैठक के बाद स्थिति स्पष्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वायुसेना की इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है। इस दौरान सीजफायर के फैसले और मौजूदा सैन्य स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई। वायुसेना का यह रुख यह संकेत देता है कि भले ही युद्ध विराम की घोषणा हुई हो, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक लक्ष्यों को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है।

ऑपरेशन सिंदूर की भूमिका
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने हाल ही में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक और प्रभावशाली हमले किए हैं। इस अभियान को भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश माना जा रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर पर एयरफोर्स का बयान
पाकिस्तान से सीजफायर के बाद भारतीय वायु सेना (IAF) ने बड़ी जानकारी दी है. सेना ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है. IAF ने कहा कि हमने इस ऑपरेशन के लक्ष्य को पूरा किया है और इसके बारे में डिटेल में जानकारी दी जाएगी.

पहलगाम हमले के बाद शुरू हुआ था ऑपरेशन सिंंदूर
आपको बता दें,कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी. इसमें 2 विदेशी नागरिक भी थे. इस घटना के बाद से ही लोग पाकिस्तान से बदला लेने की मांग कर रहे थे. इसी के तहत इस ऑपरेशन की शुरूआत 7 मई को शुरू हुआ थी, जो पाकिस्तान पर कहर बनकर टूटा था.

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