सीजफायर के बाद सीमाओं पर शांति, जमात-ए-इस्लामी हिंद ने किया समझौते का स्वागत

जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने इस कदम का स्वागत करते हुए इसे शांति और स्थिरता की दिशा में एक आशाजनक पहल बताया है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित संघर्षविराम यानी सीजफायर को लेकर देश-विदेश में प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने इस कदम का स्वागत करते हुए इसे शांति और स्थिरता की दिशा में एक आशाजनक पहल बताया है।

पहलगाम आतंकी हमला, फिर भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर और अब भारत -पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद सीमा क्षेत्रों में शांति देखी जा रही है। बीती रात तक सीमा पर किसी भी तरह की गोलीबारी की कोई सूचना नहीं मिली है, जिससे स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।संघर्षविराम के पीछे अमेरिका की मध्यस्थरता को भी अहम माना जा रहा है। इसी कड़ी में जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने सीजफायर के फैसले का स्वागत किया है।

सैयद सआदतुल्लाह ने आगे कहा, “हम संघर्ष में अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति भी अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं. हम भारत सरकार से यह भी अनुरोध करते हैं कि वह संघर्ष में मारे गए लोगों के परिवारों को उचित मुआवजा दे. साथ ही नागरिकों और समुदायों खासकर सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की आजीविका और संपत्ति की क्षतिपूर्ति भी करे.”

पहलगाम आतंकी हमला, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और अब सीजफायर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर अपेक्षाकृत शांति बनी हुई है. बीती रात सीमा पर कोई फायरिंग नहीं की गई. अमेरिका की मदद से दोनों देशों के बीच हुए सीजफायर का लोगों और संगठनों ने स्वागत किया है. जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने भी इस सीजफायर समझौते की घोषणा का स्वागत किया है. जमात-ए-इस्लामी हिंद के प्रमुख ने कहा, “हम भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौते की घोषणा का स्वागत करते हैं. यह एक सकारात्मक और बेहद ही आवश्यक प्रगति है जो क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए आशा की किरण प्रस्तुत करता है.”

तनाव कम करने की कोशिश करने वालों का शुक्रिया’
उन्होंने आगे कहा, “हम उन सभी लोगों, नागरिक समाज समूहों, और राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष के दौरान निरंतर शांति, तनाव कम करने और संयम की लगातार वकालत की.” जमात-ए-इस्लामी हिंद के प्रमुख ने कहा कि तनावपूर्ण माहौल में उनकी आवाजें मानवीय गरिमा को बनाए रखने और जीवन को संरक्षित करने के महत्व की याद दिलाती रहीं.”

संघर्ष के पीड़ितों को मुआवजा दे सरकारः हुसैनी
पाकिस्तान के साथ जारी संघर्ष में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना जताते हुए सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने आगे कहा, “हम संघर्ष में अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति भी अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं. हम भारत सरकार से यह भी अनुरोध करते हैं कि वह संघर्ष में मारे गए लोगों के परिवारों को उचित मुआवजा दे. साथ ही नागरिकों और समुदायों खासकर सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की आजीविका और संपत्ति की क्षतिपूर्ति भी करे.”

आपको बता दें,कि उन्होंने आगे कहा, “चूंकि यह सीजफायर एक नए अध्याय की शुरुआत करता है, ऐसे में हमारा मानना है कि स्थायी शांति केवल संवाद और कूटनीति को संस्थागत बनाने की कोशिशों के जरिए ही सुनिश्चित की जा सकती है. जमात-ए-इस्लामी हिंद शांति, न्याय और सद्भाव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है तथा दोनों देशों से यह अनुरोध करता है कि वे इस सीजफायर को और आगे बढ़ाते हुए क्षेत्र में स्थायी स्थिरता, पारस्परिक सम्मान और सहयोग को संभव बनाएं. साथ ही क्षेत्र को आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त बनाने के लिए ठोस कदम भी उठाएं.”

Related Articles

Back to top button