निरहुआ से दोगुने अमीर हैं धर्मेंद्र यादव

  • गाड़ियों के मामले में सपा प्रत्याशी से ज्यादा शौकीन हैं निरहुआ

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव द्वारा लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद आजमगढ़ सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। इस चुनाव में सपा की तरफ से मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव मैदान में हैं तो वहीं बीजेपीने दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को अपना प्रत्याशी बनाया है। भोजपुरी सिने जगत से राजनीति में आने वाले दिनेश लाल यादव अपने प्रतिद्वंदी धर्मेंद यादव से संपत्ति के मामले में काफी पीछे हैं।2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान निरहुआ ने जो हलफनामा चुनाव आयोग को दिया था उसमें बताया था कि उनके पास करीब 5 करोड़ 93 लाख रुपये की कुल संपत्ति है। 2019 में धर्मेंद यादव ने अपनी कुल संपत्ति करीब 12 करोड़ रुपये बताई थी। धर्मेंद निरहुआ से दोगुने अमीर हैं लेकिन गाड़ियों के मामले में निरहुआ धर्मेंद से ज्यादा शौकीन हैं। धर्मेंद यादव के पास गाड़ियों के नाम पर एक टोयोटा क्वालिस है।

धर्मेंद के नाम पर एक ट्रैक्टर भी है। सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव चुनाव को लेकर कहते हैं कि उत्तर प्रदेश में चाहे किसी की भी हवा चली हो लेकिन आजमगढ़ के लोगों ने हमेशा समाजवादियों को ताकत दी। ऐसी सरजमीं पर आकर मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर मिला इसके लिए पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष और आजमगढ़ की जनता और पार्टी नेताओं कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं। परिवारवाद के बारे में कहा कि भाजपा पहले वह अपना परिवारवाद देखे।मेरी लड़ाई ऐसे लोगों के साथ है जिन्होंने यूपी और देश की जनता को गुमराह किया, लोगों से झूठ बोला। कहा कि चुनाव आता है तो महंगाई कम हो जाती है। वहीं चुनाव बीतने के बाद बढ़ जाती है। चुनाव आता है तो फ्री राशन मिलता है उसके बाद बंद हो जाता है। उन्होंने कहा कि मेरी लड़ाई किसी प्रत्याशी से नहीं है। मेरी लड़ाई ऐसे लोगों से है जिन्होंने जनता से झूठे वादे किए और महंगाई की आग में झोंका।

भड़काऊ बयान नहीं दे सकेंगे भाजपा प्रवक्ता

लखनऊ। हजरत मोहम्मद साहब पर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद भाजपा के राष्टï्रीय नेतृत्व ने प्रवक्ताओं और पैनलिस्ट की लगाम कसी है। पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी राष्टï्रीय और प्रदेश प्रवक्ताओं के साथ विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले नेताओं को पार्टी लाइन के विपरीत बयान नहीं देने का फरमान जारी किया है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले बयान देने वाले 38 नेताओं की लिस्ट बनाई है। इनमें से 27 नेताओं को कड़ी हिदायत दी गई है और उनसे कहा गया है कि कोई भी बयान देने से पहले पार्टी से अनुमति लें। अनंत कुमार हेगड़े, गिरिराज सिंह, संगीत सोम, शोभा करंडलाजे, तथागत राय, प्रताप सिन्हा, विनय कटियार, टी राजा सिंह, विक्रम सैनी, साक्षी महाराज जैसे भाजपा नेताओं को धार्मिक भावनाएं आहत करने वाले बयान देने वाला माना गया है। इधर भाजपा प्रवक्ताओं को भी इस मसले पर कोई भी बयान नहीं जारी करने की हिदायत दी गई है। प्रवक्ताओं के व्हाट्सएप ग्रुप में सभी प्रवक्ताओं और पैनलिस्ट को विवादित बयान नही देने को कहा गया है।

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