प्रशासन की प्रताडऩा से गई युवक की जान: दिग्विजय
पूर्व सीएम ने मंत्री भूपेंद्र सिंह पर लगाया गंभीर आरोप, ओलावृष्टि प्रभावित फसल का मुआवजा न मिलने का मामला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव को देखते हुए दिनोंदिन राजनीतिक बयानबाजी से सियासी पारा गरमा रहा है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर मंत्री भूपेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाया। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने लिखा कि मंत्री भूपेंद्र सिंह के सामने ओलावृष्टि से प्रभावित फसल की मुआवजा राशि नहीं मिलने की बात करने वाले युवक सुरदीप पिता संतोष ठाकुर निवासी ग्राम लेहटवास तहसील बीना, जिला सागर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत। इसकी पुलिस जांच कर रही है।
एक अन्य ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने लिखा कि मंत्री जी की सभा में बोलने पर पुलिस ने युवक पर मामला दर्ज किया था एवं युवक का टपरा गिराया गया था, जिससे युवक परेशान था। प्रशासन द्वारा उसे प्रताडि़त किया जा रहा था। एक व्यक्ति द्वारा मुझे यह सूचना मिली है। मैं पता लगा रहा हूं।
सूखी बावड़ी को समंदर समझ बैठे लोग : मंत्री
पूर्व सीएम के ट्वीट पर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पलटवार कर लिखा कि कभी सुनते थे कि दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश की राजनीति का समंदर हैं। पर आज देख रहा हूं कि कहने वाले सूखी बावड़ी को समंदर समझ बैठे। अचंभित हूं आपकी सुनी सुनाई, तथ्यहीन राजनीति से। सत्य और तथ्य से ऐसा दुराग्रह? अब मैं आपको बताता हूं साक्ष्य के साथ तथ्य। भूपेंद्र सिंह ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि आप जिस सुरदीप के मुआवजा नहीं मिलने की आवाज उठाने की बात कर रहे उसके नाम पर कोई जमीन नहीं है। फिर मुआवजा नहीं मिलने का प्रश्न कहां से उठा? सुरदीप के भाई रवींद्र के नाम पर डेढ़ एकड़ जमीन है, जिसे 16 हजार रुपये मुआवजा मिल चुका है।
कमलनाथ जी ही सर्वेसर्वा
भोपाल। प्रदेश कांग्रेस ने महाकाल लोक, सतपुड़ा भवन में आग और निरंतर भ्रष्टाचार पर शिवराज सरकार के खिलाफ प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन किया। इसके तहत ही भोपाल में प्रदर्शन किया गया है। यहां पर शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। भोपाल में दिग्विजय सिंह ने भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा। साथ ही कार्यकर्ताओं को नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सुधर जाएं। उम्मीदवार इतने खड़े हो गए है कि मुसीबत हो रही है कि किस किस को समझाएं। हमने तो कह दिया है कि कमलनाथ जी ही सर्वेसर्वा, उनका सर्वे ही पत्थर की लकीर है। सर्वे के हिसाब से ही टिकट मिलेगा। किसी के पास जाने की जरूरत नहीं है। हमारे बस की बात नहीं है। इसलिए एकजुट हो जाओ। लड़ो मत। डरो मत। भाजपा की सरकार मिटाओ और एक-एक मंत्री, अधिकारी, दलाल की जांच कराकर जहां भेजना चाहिए, वहां इनको भेजा जाएगा। भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह,पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी,कांतिलाल भूरिया शामिल हुए।
सिंधिया के एक और समर्थक ने छोड़ी बीजेपी
मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक और बड़ा झटका लगा हैं। दरअसल, ग्वालियर चंबल संभाग में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों के पार्टी छोडऩे का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में अब शिवपुरी के एक सिंधियानिष्ठ भाजपा जिला उपाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने भाजपा से नाता तोड़ लिया है। सिंधिया समर्थक राकेश गुप्ता 26 जून को भाजपा छोडक़र कांग्रेस में जा रहे हैं।