दो दक्षिणी राज्यों में मचा है सियासी बवाल
केरल में एडीजीपी के आरएसएस के शीर्ष नेता से मुलाकात पर राजनीति गरमाई कांग्रेस-लेफ्ट भिड़े, तमिलनाडु में राज्यपाल एन रवि पर भडक़े द्रमुक के मंत्री
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोच्चि। केरल में आईपीसी अधिकारी और राज्य के एडीजीपी एम आर अजित कुमार की आरएसएस के वरिष्ठ नेता से मुलाकात पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब एडीजीपी ने आरएसएस नेता से मुलाकात पर जो स्पष्टीकरण दिया है, उसे लेकर भी विवाद हो गया है। सत्ताधारी सीपीआईएम और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ गठबंधन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
गौरतलब है कि अजित कुमार को सीएम पिनाराई विजयन का करीबी माना जाता है। अजित कुमार ने बीते साल मई में त्रिशूर में आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबोले से मुलाकात की थी। अब विवाद होने पर अजित कुमार ने इस मुलाकात को निजी मुलाकात बताया है।
वहीं लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी सीपीआई ने एडीजीपी की आरएसएस नेता के साथ मुलाकात पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि शीर्ष अधिकारी की आरएसएस नेता के साथ कथित मुलाकात से लोगों के बीच संदेह पैदा होता है। सीपीआई के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने एडीजीपी के स्पष्टीकरण पर तंज कसते हुए सवाल किया कि कानून और व्यवस्था एडीजीपी ने आरएसएस की शाखा विज्ञान भारती के संगठनात्मक नेताओं के साथ क्या ज्ञान साझा किया था। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग स्वभाविक रूप से सोचेंगे कि एडीजीपी ने आरएसएस नेताओं क्यों मुलाकात की और उनकी गुप्त बैठक का क्या कारण था।
त्रिशूर में भाजपा उम्मीदवार की मदद को मिले : मुरलीधरन
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के मुरलीधरन ने एडीजीपी के कथित स्पष्टीकरण पर सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि कौन सी व्यक्तिगत यात्रा? आरएसएस एक ऐसा संगठन है जो एलडीएफ और यूडीएफ दोनों का ही विरोधी है। मुख्यमंत्री के अधीन एक आईपीएस अधिकारी ने ऐसे संगठन के राष्ट्रीय नेता से मुलाकात की थी। क्या उन्हें यात्रा से पहले सीएम या डीजीपी को सूचित नहीं करना चाहिए था? उन्होंने आरोपों की न्यायिक जांच की भी मांग की। वहीं वामपंथी नेताओं ने कहा है कि एडीजीपी माकपा नेता नहीं हैं, ऐसे में पार्टी को इस पर सफाई क्यों देनी चाहिए।
तमिलनाडु के सरकारी स्कूलों की शिक्षा दयनीय: राज्यपाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। राजभवन में शिक्षक दिवस के संबंध में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, राज्यपाल रवि ने चिंता जताई और दावा किया कि तमिलनाडु में शिक्षा की नींव कमजोर हो गई है और शिक्षण का मानक राष्ट्रीय औसत से बहुत नीचे गिर गया है। राज्यपाल ने कहा कि उन्हें बिना किसी प्रतिबंध के डिग्री और प्रमाणपत्र देकर हम उन्हें बेरोजगार और उपयोगी नहीं बना रहे हैं। राज्यपाल रवि ने स्कूलों और कॉलेजों में सिंथेटिक और रासायनिक दवाओं की कथित उपलब्धता का मुद्दा भी उठाया और इसे बहुत गंभीर समस्या बताया।
तमिलनाडु के राज्यपाल ने राज्य की शिक्षा प्रणाली पर ताजा हमला करते हुए दावा किया है कि खराब गुणवत्ता वाली शिक्षा बच्चों को बेकार बना रही है। राज्यपाल आरएन रवि ने दावा किया कि 75 प्रतिशत छात्र दो अंकों की संख्या पहचानने में असमर्थ हैं और आरोप लगाया कि सरकारी स्कूलों में शिक्षण और शिक्षा दयनीय स्थिति में है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य भर के शैक्षणिक संस्थानों में बड़े पैमाने पर दवाओं का वितरण हो रहा है।
उदयनिधि स्टालिन ने किया पलटवार
स्कूली शिक्षा प्रणाली के बारे में राज्यपाल रवि की टिप्पणी उसी दिन आई जब द्रमुक मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने राज्य बोर्ड पाठ्यक्रम की आलोचना करने के लिए उन पर पलटवार किया। तमिलनाडु राज्य पाठ्यक्रम छात्रों को गंभीर रूप से सोचने और प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करता है, उदयनिधि स्टालिन ने बताया कि राज्य बोर्ड के तहत शिक्षित लोगों में से कई ने महान चीजें हासिल की हैं।
सियालदह कोर्ट ने लगाई सीबीआई को फटकार
कोलकाता रेप कांड में कार्रवाई जारी
संदीप घोष के बंगले पर ईडी की छापेमारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
कोलकाता। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला डॉक्टर के बलात्कार के बाद हत्या मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सवालों के घेरे में हैं। घोष अब वित्तीय अनियमितताओं को लेकर भी फंसे हुए हैं। पूर्व प्रिंसिपल सीबीआई के बाद अब ईडी के जांच के घेरे में हैं। ईडी अब घोष के आलीशान बंगले की जांच में जुटी है। कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए वर्तमान में सीबीआई की हिरासत में घोष के राज खोलने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पश्चिम बंगाल में उनके कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है।
उधर सियालदह कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई को फटकार लगाई है। कोर्ट ने सीबीआई को तल्ख लहजे में कहा कि अगर ऐसा ही है तो क्या हम आरोपी को जमानत दे दें। दरअसल, कोर्ट की इस टिप्पणी की सबसे बड़ी वजह रही कोर्ट रूम में सीबीआई के जांच अधिकारी और वकील की गैर-मौजूदगी। कोर्ट में जैसे ही आरोपी संजय रॉय की जमानत को लेकर सुनवाई हुई तो कोर्ट रूम में सीबीआई के वकील और जांच अधिकारी करीब 40 मिनट की देरी से पहुंचे। देरी से आने पर कोर्ट ने दोनों को फटकार लगाते हुए कहा कि आपका ये रवैया कहीं से भी सही नहीं है। अगर आप इस मामले को गंभीरता से नहीं ले सकते और आपका रवैया ऐसे ही सुस्त बना रहेगा तो क्या हम आरोपी को जमानत दे दें।
संदीप घोष ही है मुख्य साजिशकर्ता : दिलीप
भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा है कि आरजी कर मामले में संदीप घोष को लेकर जिस तरह की जानकारी सामने आ रही है उससे पता चलता है कि वह लंबे समय से रैकेट में शामिल था। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ेगी तो और भी नाम सामने आएंगे। संदीप घोष ही आरजी कर के भ्रष्टाचार और हिंसा के मामले में मुख्य साजिशकर्ता है।
डॉक्टर आंदोलन चलाएं पर सेवा भी दें : अभिषेक बनर्जी
पश्चिम बंगाल के कोननगर के 28 वर्षीय बिक्रम भट्टाचार्जी की ट्रक की चपेट में आने से शुक्रवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में मौत हो गई, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। यह घटना उस दिन हुई जब राज्य के स्वास्थ्य विभाग को कथित तौर पर डॉक्टरों के संयुक्त मंच के आंदोलन के बाद कोलकाता के सभी पांच मेडिकल कॉलेजों में हेल्प डेस्क बंद करने पड़े। तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष ने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर दावा किया कि बिक्रम भट्टाचार्जी को उचित इलाज नहीं मिला। वहीं टीएमसी सांसद और राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मैं डॉक्टरों से इस तरह से विरोध करने का आग्रह करता हूं जिससे आवश्यक चिकित्सा सेवाएं बाधित न हों। रोकथाम योग्य उपेक्षा के कारण मृत्यु की अनुमति देना गैर इरादतन हत्या के समान है। यदि विरोध जारी रखना है, तो इसे रचनात्मक रूप से, सहानुभूति और मानवता के साथ किया जाना चाहिए, यह सुनिश्चित करते हुए कि निष्क्रियता या उपेक्षा के कारण और अधिक लोगों की जान जोखिम में न पड़े।
बिहार में फिर शर्मसार हुई मानवता
समस्तीपुर में मजदूर को खंभे से बांधकर बाल काटे
चोरी के शक में मजदूर को पकड़ा था
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
समस्तीपुर। बिहार से दिल को दहलाने व मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। समस्तीपुर के मथुरापुर थाना के नागरबस्ती के महराजगंज टोला में आक्रोशित भीड़ का एक अमानवीय कृत्य सामने आया है। जहां एक मजदूर पर चोरी का आरोप लगा भीड़ ने उसे बिजली के खंभे से बांधकर पहले उसकी जमकर पिटाई की। इसके बाद उसके सिर व मूंछ के आधे बाल काट दिए।
घटना गुरुवार की दोपहर की बताई गई। पीडि़त की पहचान उसी गांव का राजघाट टोला के दिवंगत जितेंद्र कुमार महतो का पुत्र महेश कुमार महतो (32) के रुप में हुई।
जानकारी के अनुसार भीड़ ने उसके ऊपर गुरुवार की देर शाम एक घर में चोरी करने की नियत से पहुंचने का आरोप लगा घटना को अंजाम दिया। युवक पंचायत को जा रहा था। इसी बीच उसे कुछ लोगों ने पकड़ लिया। इसके बाद उसे मारते-पीटते हुए घटनास्थल पर लेकर पहुंचे। जहां उसे बिजली खंभा से बांधकर लोगों ने उसके मूंछ व सिर के आधे बाल काट दिए। सूचना पर पहुंचे स्वजनों ने उसे भीड़ से मुक्त करा इलाज को ले गए और सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसका उपचार जारी है।
पीडि़त मजदूर बोला- मैं हलवाई का काम करता हूं
इधर अस्पताल में पीडि़त महेश ने बताया कि वह हलवाई का काम करता है। ठेकेदार बैजनाथ साह के यहां उसका आठ हजार तीन सौ रूपया बकाया था। बकाया पैसा मांगने वह ठेकेदार के घर गुरुवार की शाम को गया था। जहां पैसा नहीं मिला। बाद ठेकेदार ने उसे फोन कर सरपंच के सामने पैसा देने की बात कही। सरपंच के यहां आने को कहा गया और वह वहां जा ही रहा था। इसी बीच ठेकेदार के अलावा उसके साथ रहे 15-20 लोगों ने उसे पकड़ कर मारपीट करना शुरू कर दिया।
मप्र में एसयूवी के ट्रक से टकराने से चार लोगों की मौत, छह घायल
तीर्थयात्रा से लौट रहे थे लोग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में शनिवार तडक़े एक एसयूवी के ट्रक से टकराने से उसमें सवार राजस्थान के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह दुर्घटना लातेरी थाना क्षेत्र में ब्यावरा-बीना राजमार्ग पर तडक़े करीब चार बजे हुई।
उन्होंने कहा, राजस्थान के झालावाड़ से सात महिलाओं समेत 10 लोगों का एक समूह तीर्थयात्रा से लौट रहा था, तभी उनकी एसयूवी एक ट्रक से टकरा गई। इस दुर्घटना में दो महिलाओं और दो पुरुषों की मौत हो गई। अधिकारी के मुताबिक, मृतकों की पहचान किशनलाल लोढ़ा (60), विनोद कुमार माली (34), वर्दी बाई लोढ़ा (70) और राजबाई भील (48) के रूप में हुई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस हादसे पर दुख जताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, विदिशा जिले के लटेरी ब्लॉक में बागेश्वर धाम से लौटते समय सडक़ दुर्घटना में राजस्थान के झालावाड़ जिले के चार लोगों की मौत का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। जिला प्रशासन को गंभीर रूप से घायलों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। यादव ने कहा कि राज्य सरकार पीडि़तों के परिजनों को उचित आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।