हार के डर से बौखलाई भाजपा विपक्ष को कर रही बदनाम

  • बघेल पर आरोप व ईडी की छापेमारी से पूरे देश में सियासत गरमाई
  • कांग्रेस बीजेपी पर कर रही चौतरफा वार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पूरे देश में विपक्षी नेताओं के ठिकानों पर चुन-चुनकर कर छापे डाल रही । इसी क्रम में उसका कारवां छत्तीसगढ़ पहुंचा है। उसने वहां के सीएम भूपेश बघेल पर महादेव बेटिंग ऐप से अरबों रुपये लेन का आरोप लगाया है। इसके बाद सियासी घमासान मच गया। कांग्रेस और बीजेपी के नेता एक-दूसरे पर शब्दों का तीर छोडऩे लगे हैं।
जहां कांग्रेस ने इसे बीजेपी की चाल बताते हुए कहा है कि वह बघेल सरकार की छवि धूमिल कर रही है। दरअसल, छत्तीसगढ़ समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। छत्तीसगढ़ में भी सियासी बिसात बिछ चुकी है, जानकारों के अनुसार इस राज्य में ऐसी आशा व्यक्त की जा रही है कि कांग्रेस की बघेल सरकार की वापसी हा रही है इसी से तिलमिलाई भाजपा ईडी के सहारे सत्ता पर कब्जा जमाना चाहती है।

जांच एजेंसियों के बल पर चुनाव जीतना चाहती है बीजेपी : बघेल

ईडी के आरोपों के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि बीजेपी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे राज्य में चुनाव लडऩा चाहती है। चुनाव से ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि महादेव ऐप की जांच के जरिए ईडी ने मेरे करीबी लोगों को बदनाम किया है, उनके यहां छापे मारे गए. अब मुझ पर 508 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगाया गया है। बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, दोनों मिलकर भी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और अभिषेक मनु सिंघवी ने शनिवार (4 नवंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भूपेश बघेल पर लगे आरोपों को लेकर बात की। जयराम रमेश ने कहा कि बीजेपी की आने वाले चुनाव में हार निश्चित है। पीएम और उनकी पार्टी ने ईडी और सीबीआई का दुरूपयोग करना शुरू कर दिया है।

पैसा पकड़े जाने के बाद तिलमिलाए सीएम : मोदी

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अब अंतिम दौर में चल रहा है। प्रचार थमने से पहले राजनीतिक दल धुआंधार प्रचार में जुटे हैं। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुर्ग पहुंचे। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि दो दिन पहले बहुत बड़ी रेड पड़ी है। कांग्रेस के नेता लूट के पैसे से अपना घर भर रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने जनता का भरोसा तोड़ा है। पीएम मोदी ने कहा कि इन्होंने तो महादेव के नाम को भी नहीं छोड़ा। पीएम मोदी ने कहा कि दो हजार करोड़ रुपये का शराब घोटाला, 500 करोड़ रुपये का सीमेंट घोटाला, पांच हजार करोड़ रुपये का चावल घोटाला, 1,300 करोड़ रुपये का गौठान घोटाला, 700 करोड़ रुपये का ष्ठरूस्न घोटाला। छत्तीसगढ़ को लूटने का कांग्रेस ने कोई भी मौका नहीं छोड़ा है। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि राज्य में भाजपा सरकार बनने के बाद ऐसे घोटालों की सख्ती से जांच की जाएगी, आपका पैसा लूटने वालों को जेल भेजा जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने छत्तीसगढ़ के गरीब को लूटा है, उस पर कार्रवाई होकर रहेगी। उससे पाई-पाई का हिसाब लिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मोदी को तो ये कांग्रेसी दिन-रात गालियां देते हैं। लेकिन यहां के मुख्यमंत्री अब देश के सुरक्षा बलों और जांच एजेंसियों को भी गाली देने लगे हैं। मैं छत्तीसगढ़ के अपने भाइयों-बहनों से कहूंगा कि ये मोदी है, गालियों से डरता नहीं है। भ्रष्टाचारियों का हिसाब करने के लिए ही तो आपने मोदी को दिल्ली भेजा है।

ईडी ने कहा- फॉरेंसिक एनालिसिस में खुलासा

प्रवर्तन निदेशालय महादेव बेटिंप ऐप के मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। ईडी ने दावा किया कि इस मामले में फॉरेंसिक एनालिसिस और पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति ने बयान दर्ज करवाया। उसने बताया कि ऐप के प्रमोटर्स के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये दिए गए हैं। ईडी ने आगे कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। ईडी ने गुरुवार को ही छत्तीसगढ़ में छापेमारी की और इस मामले में जांच के दायरे को आगे बढ़ाया।

भाजपा लगा रही झूठे आरोप : जयराम

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है और यह बदले की राजनीति है। जयराम ने कहा कि भूपेश बघेल पर झूठे आरोप केवल इसलिए लगाए जा रहे हैं, क्योंकि भाजपा चुनाव हार रही है। दरअसल केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में हवाला ऑपरेटरों का इस्तेमाल कर चुनाव लड़ रही है।

सबूत पेश करें मंत्री : टीएस

उधर छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने कहा कि अगर स्मृति ईरानी के पास कोई जानकारी या सबूत है तो वह इसे सबके सामने क्यों नहीं पेश कर रही हैं? उनके पास जानकारी है, लेकिन वह इसे सामने नहीं ला रही है, क्या वह भी इसमें एक पक्ष है?

आधी रात को डोली धरती, 140 से ज्यादा की मौत

  • नेपाल में भूकंप से मची तबाही, राहत और बचाव कार्य जारी, उत्तर भारत में भी दिखा असर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नेपाल में आए भूकंप में अभी तक कुल 140 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। शुक्रवार देर रात आए इस भूकंप की तीव्रता 6.4 आंकी गई है। भूकंप से नेपाल के जजरकोट में कई घर जमींदोज और क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं दिल्ली-एनअीआर, यूपी, बिहार, झारख्ंाड व प.बंगाल में भी भूकंप के झटके महसूस हुए।
भूकंप के बाद कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें कई बहुमंजिला इमारतों के टूटे हुए हिस्से और उनके अंदर रखे फर्नीचर के बड़े टुकड़े बिखरे हुए दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर भूकंप के बाद मची तबाही को लेकर कई फोटो भी वायरल हो रहे हैं। इन फोटो में दिख रहा है कि किस तरह से लोग अपनों को मलबे से निकालने की कोशिश में जुटे हैं। प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का कार्य कर रहे पुलिस अधिकारी ने कहा, कि घर ढह गए हैं. लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. मैं डरे हुए निवासियों की भीड़ में शामिल हूं, हम नुकसान का विवरण जानने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि बचाव अभियान जारी है।

पहाड़ी जिले जाजरकोट में जनजीवन प्रभावित

अधिकारियों को 190,000 की आबादी वाले पहाड़ी जिले जाजरकोट और सुदूर पहाडिय़ों में फैले गांवों के साथ संपर्क स्थापित करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। करनाली प्रांत के पुलिस प्रवक्ता ने एएफपी को बताया कि जिलों के दूर होने के कारण जानकारी प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है। कुछ सडक़ें क्षतिग्रस्त होने के कारण अवरुद्ध हो गई हैं, लेकिन हम वैकल्पिक मार्गों के माध्यम से प्रभावित इलाके तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।

लोगों से मिले नेपाली पीएम प्रचंड, सेना तैनात

नेपाल में सभी हेली-ऑपरेटरों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। और प्रभावित क्षेत्रों से घायलों को एयरलिफ्ट करने की सुविधा के लिए नियमित उड़ान आवाजाही निलंबित कर दी गई है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल ने भूकंप से हुई मानवीय और शारीरिक क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने शनिवार को लोगों से मुलाकात की। नेपाल भूवैज्ञानिक रूप से सक्रिय क्षेत्र में बसा है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं, जिससे हिमालय बनता है और भूकंप अक्सर आते रहते हैं।

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