तमिलनाडु के मंत्री के घर ईडी का छापा, विपक्ष का जोरदार हमला

  • मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई पर बवाल
  • कांग्रेस बोली-ये तानाशाही
  • डीमके ने मोदी सरकार पर बोला हमला
  • एआईडीएमके ने किया ईडी की कार्रवाई का समर्थन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। तमिलनाडु सरकार के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई से सियासत गरमा गई है। विपक्षी पार्टियों ने भाजपा की मोदी सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है। जहां कांग्रेस ने सेंथिल को ईडी द्वारा हिरासत में लेने की आलोचना की है और इसे सत्ता का दुरुपयोग बताया है। वहीं तमिलनाडु में विपक्षी पार्टी एआईएडीएमके ने ईडी की कार्रवाई का समर्थन किया है और आरोपी मंत्री को कैबिनेट से हटाने की मांग की है।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई छापेमारी

मंगलवार देर रात ईडी ने चेन्नई में डीएमके सरकार के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी के आवास पर छापेमारी की। छापेमारी के बाद सेंथिल को हिरासत में ले लिया गया। यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत की गई। उ‘चतम न्यायालय ने बालाजी के खिलाफ कथित नौकरी के बदले नकदी घोटाले में जांच की अनुमति दी थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। ईडी ने मंगलवार को बालाजी के चेन्नई, करूर और इरोड स्थित ठिकानों पर छापेमारी की गई। अपने ठिकानों पर ईडी की छापेमारी के बाद सेंथिल बालाजी की तबीयत बिगड़ गई और वह रोते देखे गए। इसके बाद सेंथिल को अस्पताल ले जाया गया।

मंत्री रोने का ड्रामा कर रहे : डी जयकुमार

एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता डी जयकुमार ने बालाजी के रोने के वीडियो पर कहा कि तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी ड्रामा कर रहे हैं। डीएमके इस मुद्दे  से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री स्टालिन को आरोपी मंत्री को कैबिनेट से हटाना चाहिए। अगर सीएम ऐसा नहीं करते हैं तो रा’यपाल को इस मामले में दखल देना चाहिए। डी जयकुमार ने कहा कि ईडी कानून के दायरे में रहकर काम कर रही है। कल तक बालाजी ठीक थे लेकिन जब ईडी ने उन्हें हिरासत में लिया तो उनकी तबीयत बिगड़ गई। ईडी को एम्स के डॉक्टर से उनकी जांच करानी चाहिए और कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।

सेंथिल को बेवजह परेशान किया जा रहा : तमिलनाडु सरकार

तमिलनाडु सरकार ने सेंथिल की गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध जताया है और आरोप लगाया है कि सेंथिल को बेवजह परेशान किया जा रहा है। सेंथिल से बीते 24 घंटे से लगातार पूछताछ की जा रही है, यह पूरी तरह से मानवाधिकार के खिलाफ है।

यह राजनीतिक उत्पीडऩ है : खरगे

डीएमके नेता के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की कांग्रेस ने आलोचना की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह और कुछ नहीं बल्कि राजनीतिक उत्पीड़न  है, जो मोदी सरकार द्वारा विरोधियों के खिलाफ किया जाता है। विपक्ष में कोई भी इस तरह की कार्रवाई से डरने वाला नहीं है। टीएमसी ने भी इसकी आलोचना की है। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि यह पूरी तरह से ईडी के दुरुपयोग का मामला है।

गुजरात में आ सकती है ‘तबाही’

  • तटीय इलाकों के लिए मुसीबत बना बिपरजॉय,
  • सेना तैनात, बाढ़ का भी अलर्ट
  • समुद्र में उठ रहीं ऊंची लहरें

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय अभी से अपना असर दिखा रहा है। मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में तूफानी लहरें उठ रही हैं। गुजरात के सियालबेट के ग्रामीणों तक जरूरी सामानों को नावों से पहुंचाया जा रहा है। इसकी एक वीडियो भी सामने आई है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बेहद खतरनाक चक्रवात बिपरजॉय अपनी गति को फिर पकड़ सकता है। इसके कारण गुजरात में तबाही आ सकती है। गौरतलब है, चक्रवात ने हाल ही में भीषण रूप ले लिया था, लेकिन बाद में ये अपने बेहद खतरनाक चक्रवात के रूप में लौट आया था। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि ये फिर से अपनी गति को पकड़ सकता है। तूफानी चक्रवात बिपरजॉय के कारण गुजरात के द्वारिका के पास समुद्र में ऊंची लहरें देखने को मिली हैं। मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात के कई जिलों में बाढ़ आने की संभावना है। गुजरात के द्वारका के गोमती घाट पर चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। ’वार की लहरें समुद्र में ऊंची उठ रही हैं।

4 हजार परिवार स्थानांतरित

गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया कि बिपरजॉय के मद््देनजर द्वारका जिला प्रशासन ने समंदर के तट पर बसे &8 और आस-पास के 44 गांव के निचले इलाकों पर रहने वाले 4 हजार परिवारों को स्थानांतरित किया है। 1&8 महिलाओं की 20 तारीख से पहले डिलीवरी होनी है उन्हें उनके परिजन के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घर के अंदर ही रहें घबराएं नहीं

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में रा’य सरकार ने इस प्राकृतिक आपदा (बिपरजॉय) से निपटने के लिए पर्याप्त उपाय किए हैं। आपदा प्रबंधन के सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। बचाव, राहत और पुनर्वास व्यवस्था सुनिश्चित की है। उन्होंने सभी से अपील की कि समय-समय पर रा’य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें और घर के अंदर रहें। यदि आवश्यक हो अगर किसी को स्थानांतरित करना है, तो प्रशासन के साथ सहयोग करें। सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर एक सैंड आर्ट बनाकर चक्रवात बिपरजॉय को लेकर घबराएं नहीं,सुरक्षित रहें का संदेश दिया।

मुंबई में भी असर

तूफान का असर मुंबई में पहले ही दिखने लगा है। यहां सप्ताहांत में तेज हवाएं चलीं। मुंबई में तेज हवाओं ने धूल कणों के कारण हवा की गुणवत्ता और दृश्यता को भी प्रभावित किया। यहां ’वार की ऊंची-ऊंची लहरें देखी जा रही हैं। इस बीच, खराब मौसम के कारण कई उड़ानें विलंबित या रद्द हो गईं हैं। रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे, पालघर और कोल्हापुर जिलों में अगले तीन-चार दिन के दौरान अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली कड़कने और हल्की से मध्यम बारिश हो रही है।

15 जून तक स्कूल बंद

चक्रवात के खतरे को देखते हुए देवभूमि द्वारका जिले में 15 जून तक स्कूल बंद रहेंगे। देवभूमि द्वारका के क‘छ और शिवराजपुर के मांडवी बीच को लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। साथ ही ओखा बेयत द्वारका की नाव यात्रा पर भी रोक लगा दी गई है। वहीं, मछुआरों को 15 जून तक तट पर जाने को लेकर सतर्क कर दिया है।

67 ट्रेनें रद्द

एहतियात के तौर पर पश्चिम रेलवे ने 67 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 43 अन्य को आंशिक रूप से रद्द किया गया है। बारिश और तेज हवाएं चलने की आशंका है। इस बीच, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया स्थिति की निगरानी के लिए कच्छ के जिला मुख्यालय भुज का दौरा करेंगे।

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