’मेहनत करने के बाद भी पता नहीं क्यों हम पांच साल बाद हार जाते हैं‘
राजस्थान चुनाव में मिली हार पर छलका सचिन पायलट का दर्द
बोले- सदन के भीतर और बाहर नई सरकार की जवाबदेही तय करेंगे
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
टोंक, राजस्थान। राजस्थान में हर बार की तरह इस बार भी रिवाज कायम रही और पांच साल बाद एक बार फिर विधानसभा चुनावों में सत्ता परिवर्तन हुआ। विधानसभा चुनावों में सत्ता पर काबिज कांग्रेस की हार हुई और बीजेपी ने अपनी सरकार बनाई।
हालांकि, चुनाव से पूर्व इस बार ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कांग्रेस इस रिवाज को बदल सकती है और लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल कर सकती है। लेकिन जब चुनाव के परिणाम आए को नतीजे कांग्रेस के खिलाफ और भाजपा के पक्ष में आए। अब नई सरकार बनने और भजन लाल शर्मा के राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद पहली बार कांग्रेस नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की चुनाव परिणामों के बाद पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पायलट ने कहा कि हम हर बार खूब मेहनत करते हैं, लेकिन पता नहीं क्यों हर पांच साल बाद हम हार जाते हैं।
अपने विधानसभा क्षेत्र में जनता का आभार जताने टोंक आए सचिन पायलट ने कहा कि सदन के भीतर और बाहर न सिर्फ नई सरकार की जवाबदारी तय करेंगे बल्कि सशक्त विपक्ष की भूमिका भी निभाएंगे। पायलट ने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी के कई बड़े-बड़े नेता दिल्ली से राजस्थान आए थे। उन नेताओं ने प्रदेश की जनता से बड़े-बड़े वादे किए थे, ऐसे में हम उनसे कहेंगे कि वे अपने वादे पूरे करें। उन्होंने कहा कि अभी तो नई सरकार अपना मंत्रिमंडल भी बना पाई है, लेकिन हम उसकी जवाबदारी तय करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
हम 70 की संख्या में हैं, कमजोर नहीं पड़ेंगे
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि विपक्ष में बैठने के बावजूद हम कमजोर नहीं पड़ेंगे क्योंकि इस बार हम 70 की संख्या में जीत कर आए हैं। हालांकि, ग्रामीणों को अपनी जीत के लिए आभार जताने आए पायलट अपनी पार्टी की हार का दर्द नहीं छिपा पाए और उनका यह दर्द उनकी ज़ुबां पर आ ही गया।
इस बार थी जीत की उम्मीद
सचिन पायलट ने कहा कि हम हर बार खूब मेहनत करते हैं, लेकिन पता नहीं क्यों हर पांच साल बाद हम चुनावों में हार जाते हैं। इस बार तो हमें जीत की पूरी उम्मीद थी, लेकिन नतीजा वही हुआ कि हम हार गए।
बंगाल की संस्कृति को कर दिया बर्बाद: सौमित्र खान
उपराष्ट्रपति की मिमिक्री करने पर टीएमसी सांसद पर भडक़े भाजपा नेता
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद परिसर में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ का मजाक उड़ाने को लेकर भाजपा नेता सौमित्र खान ने तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल ने राज्य की सदियों पुरानी संस्कृति को शर्मसार कर दिया है।
पश्चिम बंगाल के बिष्णुपुर से भाजपा के लोकसभा सांसद ने कहा कि पहले टीएमसी विधायक अखिल गिरी थे, जिन्होंने हमारे राष्ट्रपति के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की और अब हमारे पास उनके एक सांसद हैं, जो उनके तौर-तरीकों की नकल कर रहे हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि उपराष्ट्रपति की मिमिक्री कर के वे बंगाल की गौरवशाली सांस्कृतिक परंपरा को बर्बाद कर रहे हैं और उस पर दाग लगा रहे हैं। यह न केवल बंगाली समुदाय बल्कि पूरे देश के लिए शर्म की बात है। इससे पहले, राज्यसभा के सभापति के प्रति निलंबित सांसद कल्याण बनर्जी की असभ्य धारणा पर अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए हरियाणा के गृह मंत्री और भाजपा नेता अनिल विज ने पहले मांग की थी कि इस घटना के आलोक में टीएमसी नेता की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी जाए।
औपनिवेशिक कानून को बदलने का मौका बर्बाद: पी. चिदंबरम
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने की नए आपराधिक कानून की आलोचना
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नए आपराधिक कानून पर सरकार को घेरते हुए पूर्व गृह मंत्री पी. चितंबरम ने पूछा क्या सरकार ने सच में अंग्रेजों के औपनिवेशिक आपराधिक कानून को खारिज कर दिया है? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने गुरुवार को सरकार द्वारा लाए गए तीन विधेयकों की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि औपनिवेशिक कानून को बदलने और दोबारा तैयार करने का मौका बर्बाद हो गया है। लोकसभा ने बुधवार को तीन विधेयक पारित किए- भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य विधेयक।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि क्या सरकार ने सच में अंग्रेजों के औपनिवेशिक आपराधिक कानून को खारिज कर दिया है? आईपीसी के 90-95त्न, सीआरपीसी के 95त्न और साक्ष्य अधिनियम के 99त्न तीन विधेयकों को कट, कॉपी और पेस्ट किया गया है। क्या कोई इससे इनकार या बहस कर सकता है?
विधेयकों में लिंचिंग और नाबालिग से दुष्कर्म में फांसी की सजा का प्रावधान
चिदंबरम ने आगे लिखा कि वास्तव में सरकार ने मूल आईपीसी और साक्ष्य अधिनियम का मसौदा तैयार करने वाले मैकॉले और फिट्ज स्टीफन को अमर कर दिया है। कानून को बदलने और दौबारा तैयार तकने का मौका बर्बाद हो गया। ये तीनों विधेयक औपनिवेशिक युग की भारतीय दंड संहिता 1860, दंड प्रक्रिया संहिता अधिनियम 1898 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 की जगह लेंगे। बता दें कि इन विधेयकों में भीड़ हिंसा और नाबालिग से दुष्कर्म में फांसी की सजा का प्रावधान है। ट्रायल अदालतों को एफआईआर दर्ज होने के तीन साल में हर हाल में सजा सुनानी होगी। राजद्रोह को खत्म कर, उसकी जगह देशद्रोह को शामिल किया गया है। अपराध कर विदेश भाग जाने वाले या कोर्ट में पेश न होने वालों के खिलाफ उसकी अनुपस्थिति में सुनवाई होगी। सजा भी सुनाई जा सकेगी।
फिर लोगों के ठिकानों पर चला सरकारी बुलडोजर
कुकरैल रिवर फ्रंट के पास बनी अकबर नगर कालोनी में हुई कार्रवाई, पुलिस ने विरोध करने पर लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जिला प्रशासन के दस्तों ने आज यानी बृहस्पतिवार 21 दिसंबर को कुकरैल रिवर फ्रंट के दायरे में आने वाले अकबरनगर की बस्ती और बाजार पर सुबह से बुलडोजर चलाने का सिलसिला शुरू कर दिया। पुलिस इसे अवैध बस्ती बता रही है। दस्ते ने सबसे पहले उन कारोबारी और परिवारों को निशाना बनाया जिनकी अपील को मंडलाआयुक्त डॉ. रोशन जैकब ने सुनवाई के दौरान खारिज कर दिया था।
ऐसे कारोबारी और परिवारों को पांच दिन के अंदर दुकान और मकान खाली करने का आदेश दिया गया था। इनमें 27 कारोबारी और 50 परिवार शामिल हैं। प्रशासन के दस्तों ने सुबह 8:00 बजे उन मकानों और दुकानों को तोडऩा शुरू कर दिया जिन पर नोटिस चस्पा की गई थी।
विरोध करने आए भाजपा मंडल अध्यक्ष को पुलिस ने खदेड़ा
तोडफ़ोड़ के दौरान भाजपा मंडल अध्यक्ष मंगल झा ने अपने समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन किया, तो पुलिस ने दौड़ा-दौड़ा कर लाठियां से पीटा। प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर महानगर कोतवाली भेजा है। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद विरोध प्रदर्शन करने वाले भी ढीले हो गए। प्रशासन के दस्ते तोडफ़ोड़ करने में जुटे हैं साथ ही कारोबारी और परिवार दुकान और घरों से सामान भी निकालते रहे हैं।
भ्रष्टाचार मामले में स्टालिन सरकार के मंत्री को तीन साल की सजा
चेन्नई। तमिलनाडु के वरिष्ठ मंत्री के पोनमुडी को मद्रास हाईकोर्ट ने भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में तीन साल की जेल की सजा सुनाई है। हाईकोर्ट ने उन पर 50 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। उच्च न्यायालय ने निचली अदालत की तरफ से पोनमुडी को बरी करने के फैसले को पलटते हुए ये सजा सुनाई। बता दें कि मद्रास उच्च न्यायालय ने पोनमुडी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी पाया था। कोर्ट ने तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री और उनकी पत्नी पी. विसालक्षी को बरी करने के निचली अदालत के आदेश को मंगलवार को रद्द कर दिया था।
कर्नाटक में जीप-ट्रक की जोरदार टक्कर, हादसे में चार की मौत
कालाबुरागी (कर्नाटक)। कर्नाटक के कालाबुरागी जिले में एक ट्रक और जीप के बीच आमने-सामने की टक्कर में पांच वर्षीय लडक़े सहित चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा बुधवार देर रात अफजलपुर कस्बे के बाहरी इलाके में तालुक कार्यालय के पास हुआ। मृतकों की पहचान 40 वर्षीय संतोष, 55 वर्षीय शंकर, 50 वर्षीय सिद्दम्मा और पांच वर्षीय हुचप्पा के रूप में की गई। सभी अफजलपुर कस्बे के पास मडयाला गांव के रहने वाले थे। वहीं, 30 वर्षीय पूजा डोड्डामणि को दुर्घटना में गंभीर चोटें आईं और उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक, जीप अफजलपुर से मल्लाबाद की ओर जा रही थी और कलबुर्गी से आ रहे एक ट्रक से टकरा गई। टक्कर में जीप धातु के क्षत-विक्षत ढेर में तब्दील हो गई।
सीआईएसएफ को मिली संसद सुरक्षा की जिम्मेदारी
नई दिल्ली। संसद में हुई सुरक्षा चूक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला किया है। संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को सौंप दी गई है। अब तक दिल्ली पुलिस के जवान संसद की सुरक्षा संभाल रहे थे। गृह मंत्रालय ने फैसला किया है कि संसद भवन परिसर की व्यापक सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ संभालने वाली है। संसद की सुरक्षा चूक को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर भी है। सीआईएसएफ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल का एक हिस्सा है, जो न्यूक्लियर और एयरोस्पेस डोमेन के अंतर्गत आने वाले प्रतिष्ठानों, सिविलियन एयरपोर्ट और दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा का काम करती है। इसके अलावा दिल्ली में कई केंद्रीय मंत्रालयों के भवनों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सीआईएसएफ के पास ही है। इस तरह सरकार के फैसले के बाद अब सीआईएसएफ के पास देश की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली इमारत की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आ गई है।
कनॉट प्लेस में गोपालदास बिल्डिंग में लगी भीषण आग, दमकल की 16 गाडिय़ों ने पाया काबू
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित गोपालदास बिल्डिंग में भीषण आग लग गई। सूचना मिलते ही दमकल की 16 गाडिय़ां मौके पर पहुंची। चारों तरफ धुआं और चीख-पुकार मची है। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल है। जानकारी के अनुसार, दिल्ली के बाराखंभा रोड स्थित गोपालदास बिल्डिंग में आग लगने की घटना हुई। बिल्डिंग की 11वीं मंजिल पर आग लगने की यह घटना हुई है। दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंचीं हैं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। कोई जनहानि नहीं हुई है।
संसद में सुरक्षा चूक का मामला: कर्नाटक से एक और शख्स हिरासत में
बागलकोट। संसद भवन में हाल ही में लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले के बाद वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर तमाम सवाल उठ रहे हैं। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने कर्नाटक के एक युवक को हिरासत में लिया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि एक सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक (डिप्टी एसपी) के बेटे और एक तकनीकी विशेषज्ञ साईकृष्ण जगली को बुधवार रात बागलकोट के जिला मुख्यालय शहर के विद्यागिरी में उसके घर से हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि जगली बंगलूरू में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करता है। वह पिछले हफ्ते लोकसभा में घुसने वाले दो घुसपैठियों में से एक मैसूर का रहने वाला मनोरंजन डी का दोस्त है।