सरकार गठन से पहले ही NDA का बढ़ा सिरदर्द, नायडू की TDP ने मांगे 6 बड़े मंत्रालय

लोकसभा चुनाव के परिणामों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने सरकार बना ली हो। विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने शानदार प्रदर्शन किया है।

4PM न्यूज़ नेटवर्क: लोकसभा चुनाव के परिणामों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने सरकार बना ली हो। लेकिन विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ ने शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में चुनावी नतीजों के बाद अब हर किसी की नजर सरकार के गठन पर टिकी हुईं हैं। खास तौर पर NDA को लेकर इन दिनों हलचलें काफी तेज हैं। दरअसल इस बार भाजपा अपने दम पर 240 सीट पर ही सिमट गई हैं। ऐसे में संख्या बल के हिसाब से तेलगुदेशम पार्टी NDA का दूसरा सबसे बड़ा दल है। वहीं अकेले आंध्र प्रदेश से ही NDA को 21 लोकसभा सीट मिल रही हैं। ऐसे में इसका सबसे कारण ये है कि TDP सेंट्रल कैबिनेट में अपनी अहम पोजिशन भी चाहता है।  सूत्रों के हवाले से खबरें सामने आ रही हैं कि सरकार गठन से पहले TDP ने भाजपा की चिंताएं बढ़ा दी हैं।

चंद्रबाबू की पार्टी TDP ने मांगे 6 बड़े मंत्रालय

 आपको बता दें कि दिल्ली में बीते दिन हुई NDA की बैठक में TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बगल में बैठे हुए उनकी तस्वीरें भी सामने आईं हैं। साथ ही नायडू के बगल में नीतीश कुमार भी बैठे हुए नजर आए। टीडीपी इस वक्त एनडीए की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। उसे 16 सीटों पर जीत मिली है।  इसके बाद तीसरा नंबर जेडीयू का आता है, जिसके पास 12 सांसद हैं। एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी है, जिसे 240 सीटों पर जीत मिली है।

पार्टी के सूत्रों ने मुताबिक नायडू ने साफ कर दिया है कि वह मोदी 3.0 सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं।  बताया जा रहा है कि वह बीजेपी नेतृत्व को अपनी मांगों की एक लिस्ट दे चुके हैं। इसमें लोकसभा अध्यक्ष का पद और कम से कम पांच विभाग शामिल हैं, जिनकी डिमांड उन्होंने की है. टीडीपी ने वित्त मंत्रालय, जलशक्ति मंत्रालय जैसे विभागों को भी अपने हिस्से में लेने की मांग की है।

नीतीश कुमार ने अपनी प्रमुख मांगों में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने, 12 सांसदों के हिसाब से 3 मंत्रालय मांगे हैं। नीतीश कुमार रेल, कृषि और वित्त मंत्रालय चाहते हैं। रेल मंत्रालय प्राथमिकता में है ये फॉर्मुला उन्होंने 4 सांसदों पर एक मत्रालय के रूप में रखा है।

मिली जानकारी के अनुसार TDP स्पीकर का पोस्ट इसलिए चाहती है, क्योंकि लोकसभा में सबसे ज्यादा ताकतवर पद उसके पास होगा। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि त्रिशंकु संसद की स्थिति में स्पीकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

आंध्र प्रदेश में TDP को मिला बहुमत

इसके साथ ही टीडीपी के एक सांसद ने कहा कि पार्टी ग्रामीण विकास, आवास एवं शहरी मामले, बंदरगाह एवं शिपिंग, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और जल शक्ति मंत्रालय चाहती है। वह वित्त मंत्रालय में एक जूनियर मंत्री रखने को भी इच्छुक है, क्योंकि आंध्र प्रदेश अभी धन की सख्त जरूरत है। आंध्र प्रदेश में भी टीडीपी को बहुमत मिला है।

 ऐसे में भाजपा को दोनों पर काफी ध्यान देना होगा। दोनों सहयोगियों को नाराज करना सही नहीं होगा। सूत्रों के हवाले से नीतीश कुमार की मांग सामने आई है। वह मोदी 3.0 सरकार में 3 मंत्रालय चाहते हैं।

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