निजीकरण के नाम पर बेचा जा रहा सब कुछ : वरूण गांधी
- बीजेपी सांसद बोले- करोड़ों लोगों को बर्बाद करने की साजिश
लखनऊ। संसदीय क्षेत्र के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा कि निजीकरण के नाम पर करोड़ों लोगों की बर्बाद करने की साजिश है। वह पीलीभीत शहर के गांधी प्रेक्षागृह में जिले के व्यापारियों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने व्यापारियों की समस्याएं जानीं, समाधान का भरोसा दिलाया। बांसुरी महोत्सव के नाम पर धन वसूली की शिकायत आने पर उन्होंने नाराजगी जताई। निजीकरण और ई-कॉमर्स के जरिए हो रहे तमाम कारोबार को देश की अर्थ व्यवस्था के लिए खतरा बताया।
सांसद वरुण गांधी ने कहा कि हर चीज को मुनाफे की दृष्टि से देखना ठीक नहीं है। नौकरियां देने की जगह छीनने का काम हो रहा है। निजीकरण के नाम पर सब कुछ बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम, अगड़ा-पिछड़ा, जात-पात के जाल से निकलिए संगठित होकर आवाज उठाइए और देश बचाइए। सांसद ने कहा कि नौजवान रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं और ऊपर से निजीकरण के नाम पर करोड़ों लोगों को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है। वह बोले कि उनके लिए देश पहले है। राजनीति बाद की बात है। वह राष्टï्र के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।
भीख मांगने से कभी अधिकार नहीं मिलता
बीजेपी के फायर ब्रांड सांसद वरुण गांधी ने कहा कि दो अक्टूबर को कुछ लोग एक मुहिम चला रहे थे महात्मा गांधी के खिलाफ, वे लोग नाथूराम गोडसे जिंदाबाद का नारा लगा रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें उस देश में रहते हुए शर्म आती है जो लोग महात्मा गांधी के हत्यारों को जिंदाबाद कह रहे हैं। जो लोग नाथूराम गोडसे का समर्थन और सपोर्ट कर रहे हैं उनको फांसी देनी चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं देश का पहला सांसद हूं जिसने लखीमपुर घटना को लेकर गृह राज्य मंत्री टेनी के इस्तीफे की बात की थी।
दरअसल, विभिन्न विभागों में संविदा पर कार्यरत कर्मी अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे, तभी उनके बीच संसद वरुण गांधी पहुंच गए। उन्होंने संविदा कर्मियों से कहा कि भीख मांगने से कभी अधिकार नहीं मिलता। इसलिए अपनी शक्ति दिखाइए, ताकि अधिकार के लिए किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े।