बीजेपी संगठन में सब कुछ ठीक नहीं, विधायकों के दिल में योगी के खिलाफ भारी गुस्सा

बीजेपी के सहयोगी दल सुभासपा के विधायक दुधराम ने योगी सरकार पर बड़ा जुबानी हमला बोला है... विधायक ने कहा कि इस सरकार में कोई रामराज जैसी व्यवस्था नहीं है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संगठन….. और योगी सरकार के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है……. पिछले कुछ समय से यह चर्चा जोर पकड़ रही है…. कि बीजेपी के संगठनात्मक ढांचे में आंतरिक असंतोष बढ़ रहा है…… और योगी सरकार के विधायकों के बीच भी सरकार की नीतियों….. और कार्यशैली को लेकर नाराजगी पनप रही है….. इस असंतोष की आग उस समय और भड़क उठी जब यूपी सरकार के दो विधायकों ने खुलकर सत्ता परिवर्तन की मांग उठाई…… इनमें से एक हैं बस्ती जनपद की महादेवा सुरक्षित सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक दुधराम…… जो बीजेपी की सहयोगी पार्टी से विधायक हैं….. दुधराम ने योगी सरकार पर सीधा हमला बोला….. और कहा कि इस सरकार में “राम राज्य” की बात करना पूरी तरह से बेमानी है…… इसके अलावा, एक अन्य विधायक ने भी सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की है…… यह घटनाक्रम उत्तर प्रदेश की सियासत में एक बड़े बदलाव का संकेत दे सकता है……

बता दें कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी का संगठन हमेशा से अपनी मजबूत संरचना…… और एकजुटता के लिए जाना जाता रहा है…… 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पूर्ण बहुमत हासिल किया था…… योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने कानून-व्यवस्था, विकास…… और हिंदुत्व के मुद्दों को लेकर जनता के बीच अपनी मजबूत छवि बनाई…… लेकिन हाल के दिनों में संगठन के अंदर और सरकार के विधायकों के बीच असंतोष की खबरें सामने आ रही हैं……. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह असंतोष कई कारणों से उत्पन्न हो रहा है……. जिसमें संगठन और सरकार के बीच समन्वय की कमी……. विधायकों की उपेक्षा और नीतिगत फैसलों में उनकी राय को नजरअंदाज करना शामिल है…..

वहीं संगठन के भीतर यह चर्चा आम है कि कई विधायक और स्थानीय नेता अपनी बात को शीर्ष नेतृत्व तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं…… इसके अलावा, बीजेपी की सहयोगी पार्टियों के साथ भी तालमेल में कमी देखी जा रही है……. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी जैसी सहयोगी पार्टियां, जो पूर्वांचल में अपना प्रभाव रखती हैं…… सरकार की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं दिख रही हैं…… यह असंतोष अब खुलकर सामने आने लगा है……. और विधायक दुधराम का बयान इसका सबसे ताजा उदाहरण है…… बस्ती जिले की महादेवा सुरक्षित सीट से विधायक दुधराम ने योगी सरकार पर तीखा हमला बोला….. और उन्होंने कहा कि इस सरकार में राम राज्य की बात करना बेमानी है…… जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है…… और सरकार अपने वादों को पूरा करने में नाकाम साबित हुई है…… दुधराम का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण है….. क्योंकि उनकी पार्टी सुभासपा बीजेपी की सहयोगी है……. और वह खुद गठबंधन के तहत चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं……. उनके इस बयान से यह साफ है कि सहयोगी दलों के बीच भी सब कुछ ठीक नहीं है……

दुधराम ने आगे कहा कि सरकार की नीतियां जनता के हित में कम और राजनीतिक लाभ के लिए ज्यादा बनाई जा रही हैं….. और उन्होंने कानून-व्यवस्था, बेरोजगारी और विकास कार्यों में कमी जैसे मुद्दों को उठाया….. उनके मुताबिक जब जनता की मूलभूत जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं……. तो राम राज्य की बात करना हास्यास्पद है…… यह बयान न केवल योगी सरकार की छवि पर सवाल उठाता है…… बल्कि बीजेपी के उस नैरेटिव को भी चुनौती देता है…… जिसमें वह राम मंदिर और हिंदुत्व के आधार पर अपनी साख बनाए हुए है….. बता दें कि दुधराम की सत्ता परिवर्तन की मांग ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है…… यह मांग ऐसे समय में आई है….. जब बीजेपी 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी है…..और योगी सरकार अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने रख रही है…..

वहीं सरकार के सामने अब यह चुनौती है कि वह अपने विधायकों और सहयोगी दलों के असंतोष को कैसे दूर करे…… अगर यह असंतोष बढ़ता है, तो इसका असर न केवल संगठन पर, बल्कि आगामी चुनावों में बीजेपी के प्रदर्शन पर भी पड़ सकता है….. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक दुधराम का बयान सहयोगी दलों के असंतोष को भी उजागर करता है…… सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पहले भी कई बार योगी सरकार की आलोचना कर चुके हैं……. हालांकि, वह गठबंधन में बने हुए हैं…… लेकिन उनकी नाराजगी समय-समय पर सामने आती रही है……. पूर्वांचल में सुभासपा का प्रभाव है, और अगर यह पार्टी गठबंधन से अलग होती है, तो बीजेपी को नुकसान हो सकता है……

आपको बता दें कि दुधराम के बयान से यह भी सवाल उठता है कि….. क्या सहयोगी दल सरकार में अपनी भागीदारी बढ़ाना चाहते हैं….. या फिर वे अपने क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर दबाव बना रहे हैं…… राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी को अपने सहयोगी दलों के साथ बेहतर तालमेल बनाना होगा….. वरना यह असंतोष और बढ़ सकता है….. बीजेपी संगठन और योगी सरकार के बीच तनाव की खबरें भी समय-समय पर सामने आती रही हैं….. संगठन के कई नेता मानते हैं कि सरकार अपने फैसलों में उनकी सलाह को नजरअंदाज करती है….. वहीं, योगी सरकार का मानना है कि वह जनता के हित में काम कर रही है….. और संगठन को उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए…… यह तनाव अब विधायकों के बयानों के जरिए खुलकर सामने आ रहा है…..

वहीं उत्तर प्रदेश की सियासत में यह घटनाक्रम एक बड़े बदलाव का संकेत दे सकता है…… अगर बीजेपी और योगी सरकार इस असंतोष को जल्द से जल्द दूर नहीं करते…… तो इसका असर संगठन की एकजुटता….. और सरकार की छवि पर पड़ सकता है….. वहीं, विपक्षी दल, खासकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस, इस स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर सकते हैं….. दुधराम का “राम राज्य बेमानी” वाला बयान बीजेपी के लिए एक चेतावनी है….. यह पार्टी के उस नैरेटिव पर सवाल उठाता है……. जिसे वह राम मंदिर के उद्घाटन के बाद…. और मजबूत करना चाहती है…..

आपको बता दें कि सुभासपा विधायक ने आगे कहा कि बेरोजगारी और शिक्षा इतने चरम पर पहुंच गई है कि…… बेरोजगार युवा अपराध की तरफ बढ़ रहे हैं….. और मजबूरी में अपना पेट पालने के लिए उन्हें चोरी लूट डकैती जैसी घटनाओं को अंजाम देना पड़ रहा है…… विधायक दुधराम ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि रामराज क्या ऐसा होता है…. जिसमें गरीब आदमी खाए बिना मर रहे है…… उनका विधानसभा काफी गरीब और दुखी है….. सरकार शिक्षा और विकास पर ध्यान नहीं दे रही है….. विधायक ने कहा कि हम झूठ नहीं बोलते हैं….. और जो हम अपने विधानसभा और धरती पर देख रहे हैं वही बोल रहे हैं….. अगर सरकार अच्छा काम नहीं कर रही है….. तो मैं वही कहूंगा….. जनता का दुख और तकलीफ उनसे देखा नहीं जा रहा है….. जिसको लेकर सरकार को सुधार करना चाहिए….

विधायक ने योगी सरकार पर आरोप लगाया कि थाने…… और जिले के स्तर पर गरीब जनता की सुनवाई नहीं की जा रही है…… भ्रष्टाचार इतना अधिक बढ़ गया है कि जो काम पहले 500 रुपये में होता था….. वह अब 5000 रुपये में हो रहा है….. विधायक दुध राम ने कहा कि जनता की समस्याओं को लेकर उन्होंने विधानसभा में भी आवाज उठाया…… मगर मुख्यमंत्री ने कोई ध्यान नहीं दिया….. आने वाले समय में जनता खुद ही इसका जवाब देगी….. जनता उसी को चुनेगी जो उनके दुख दर्द को समझता है….. और उनकी आवाज को ऊपर तक पहुंचाता है….. गांव का हर समाज सरकार के कार्य प्रणाली से परेशान है…. वहीं अब देखना यह है कि बीजेपी और योगी सरकार इस संकट से कैसे निपटते हैं….. और क्या वे अपने विधायकों और सहयोगी दलों को एकजुट रख पाते हैं……

 

 

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